RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
दोनो लड़कियाँ कुछ देर उनकी बातें सुनती रही फिर उनकी बातों से बोर होकर खुद की गॉसिप मे लग गयी. डिन्नर आया तो आरोही बाथरूम की तरफ चली गयी, अरुण उसके पीछे पीछे चला गया पूछने कि अब तक सब ठीक हुआ ना.
"आइ डॉन'ट नो, यार." वो दोनो उनकी नज़रो से ओझल होते हुए बातें करने लगे. "आइ मीन, ही'स नाइस, मॅनर्स भी सही हैं, बॉडी भी ठीक है, लेकिन इतनी मस्त नही," आरोही आगे बढ़के उसके लंड को हल्के से पकड़ते हुए बोली.
"आरू, मरवाओगी क्या?" अरुण उसके हाथ को हटाते हुए बोला.
आरोही फिर हंस दी. "आइ गेस, आइ लीके हिम. आइ मीन अच्छा लगता अगर आइ वाज़ नोट युवर गर्लफ्रेंड."
अरुण को जलन तो हुई लेकिन उसने इस थॉट को तुरंत ही दूर कर दिया.
"बाद मे क्या करना है, मीन्स डिन्नर के बाद?" अरुण ने पूछा.
"वेल, मूवी ईज़ आ गुड आइडिया." आरोही मुस्कुराते हुए बोली,"आंड ई प्रॉमिस टू 'ट्राइ' टू बिहेव."
अरुण मुस्कुराते हुए वापस जाने के लिए मुड़ा लेकिन तभी उसे अपनी गर्दन पर आरोही की सासें महसूस हुई.
"नही तो तुम मुझे घर पहुच कर सज़ा दे सकते हो." कहकर आरोही हंसते हुए वापस जाने लगी. अरुण वही उसकी बात सुन चौंकते हुए खड़ा रहा.
जैसे ही दोनो भाई बहेन टेबल से हटे, रोहन रिया की तरफ मूड गया. "वाउ, आरोही सही मे काफ़ी बदल गयी है इन छुट्टियों मे!"
रिया ने मुस्कुरकर हां मे सिर हिला दिया. "हां बदलेगी क्यू नही, अरुण जो रोज ले रही है." उसने मन मे सोचा.
तब तक अरुण और आरोही टेबल पर आ गये और दोबारा अपनी कॉन्वर्सेशन चालू कर दी.
"..यॅ, अस एअर हम लोगो ने स्ट्रीट. पीटर्स को हराया था."
रोहन ने सहमति मे सिर हिला दिया. "यॅ, मैने वो मॅच देखा. रिया मुझे ज़बरदस्ती ले गयी थी. यू आंड दट फॉर्वर्ड..क्या नाम था..वर ग्रेट?"
"रोहित," अरुण ने बताया.."यॅ, ही'स स्टिल आ बडी ऑफ माइन."
"वो तो शायद कॉलेज चॅंपियन्षिप मे पार्टिसिपेट कर रहे हो?"
"नही," अरुण ने सिर हिलाते हुए जवाब दिया. "जब मैने उसे बताया कि मैं अब और नही खेलने वाला तो उसने भी मना कर दिया. ही हॅड हिज़ ओन रीज़न्स."
"तुमने क्यू छोड़ दिया?" रिया ने पूछा.
"मैने? वेल, मुझे खेलने की और ज़्यादा ज़रूरत नही रही. मम्मी पापा के आक्सिडेंट के बाद.." अरुण कुछ देर रुक गया, जब उसे बीती बातें याद आने लगी. उन्हे वापस पीछे करते हुए उसने आरोही की तरफ देखा तो उसे भी दिक्कत हो रही थी. "सॉरी, आरू." उसने कहा.
रिया ने अपना हाथ आरोही के हाथ पर रख दिया. तो आरोही उसकी तरफ स्माइल करते हुए देखने लगी. "आइ'म ओके."
"मम्मी पापा के गुजरने के बाद, आइ थिंक हम सभी को कहीं ना कहीं बिज़ी होने की ज़रूरत थी." अरुण अपनी बाकी बहनों की तरफ इशारा करते हुए बोला.
"मैने फुटबॉल मे सारा ध्यान कर दिया. आरोही आत्लेटिक्स मे. स्नेहा भी बुक्स और अपनी पढ़ाई मे बिज़ी हो गयी और सोनिया, सोनिया पार्टीस मे जाने लगी."
"और सुप्रिया दी?" रिया ने आरोही की ओर देखते हुए पूछा.
"दी हम लोगो का ध्यान रखने मे बिज़ी हो गयी, आइ गेस." आरोही मुस्कुराते हुए अपनी आँखो से एक आसू पोछते हुए बोली. "आइ सपोज़ उन्होने मम्मी की जगह ले ली घर मे. और पापा की भी."
रोहन उसकी ओर देख के सुहानभूति के साथ मुस्कुरा दिया.
"आइ'म ओके," उसने दोनो की ओर देखते हुए कहा.
"तो बेसिकली," अरुण ने जवाब दिया,"जब मैं इस...चीज़ से उबर गया तो मुझे और ज़्यादा फुटबॉल की ज़रूरत ही नही रह गयी."
"तू जल्दी चोदने वाला है कि नही?" अरुण के दिमाग़ मे आवाज़ ने गुस्सा करते हुए कहा
"वापस सो जाओ." अरुण ने अपने मन में कहा
फिर बातचीत ऐसे ही मूवीस, म्यूज़िक की तरफ मूड गयी. ऐसे ही बातचीत करते हुए डिन्नर जल्दी ही ख़तम हो गया. अरुण ने बिल पे किया और सभी कार मे बैठ गये. अरुण ने कार को मूवी थियेटर की ओर मोड़ दिया.
"देयर'स आ न्यू मूवी अट दा थियेटर. चले क्या?" अरुण ने सबसे पूछा.
सभी ने हां कह दी उसने पार्किंग लॉट की तरफ गाड़ी घुमा दी, फिर रोहन और अरुण जाके टिकेट्स ले आए. वो लोग अंदर पहुचे, तो मूवी बस स्टार्ट हो ही चुकी थी, सभी जल्दी से अपनी अपनी सीट्स पर पहुच कर बैठ गये.
आख़िरी सीट पर रिया, फिर अरुण, आरोही और उसके बाद रोहन बैठे हुए थे. आरोही अरुण की तरफ सिर झुकाने लगी लेकिन तभी उसे ध्यान आया कि वो रोहन के साथ है तो उसकी ओर होकर बैठ गयी.
"ही'स क्यूट. ही स्मेल्स गुड, पोलाइट भी है. और अरुण से इसकी बनती भी है. यू कॅन डू थी, आरू." उसने खुद से कहा.
रिया को कोई दिक्कत नही हुई अरुण के हाथो मे अपने हाथ डालते वक़्त. वो मूवी की जगह बड़ी बड़ी आँखो से अरुण की तरफ ही देखे जा रही थी.
5 मिनिट ही हुए थे कि रिया का हाथ अरुण के पैर पर ठहर गया था. ये देखकर आरोही ने भी रोहन के साथ हल्का सा आगे बढ़ने को सोचा. उसका प्लान था कि वो रोहन को एग्ज़ाइट करके सेक्स के लिए रिझाएगी फिर उसकी आँखो पर पट्टी बाँध कर किसी तरीके से रिया को खुद से बदल देगी.
उसने अपने पैरो को थोड़ा खोला और घुटने को रोहन के पैर से टच करके बैठ गयी. रोहन ने नोटीस तो कर लिया लेकिन उसकी हिम्मत नही हो रही थी कि कुछ करे. अरुण ने आरोही के पैरो की हरकत देख ली थी लेकिन अभी उसका दिमाग़ रिया की हरकतों पर लगा हुआ था. रिया अंधेरे का फ़ायदा उठाकर हल्के हल्के उसके लंड को सहला रही थी जीन्स के उपर से. अरुण की हालत खराब हो रही थी.
रोहन ने फिर थोड़ी हिम्मत करी और अपने हाथ को आरोही के पैर से टच कर दिया.
"ओके, शी डज़न्ट माइंड." उसने सोचा और धीरे से काँपते हुए हाथ को उसके पैर पर रख दिया. आरोही अपने प्लान को आगे बढ़ते देख मुस्कुराने लगी. उसका लवर उसके एक साइड बैठा था और दूसरी तरफ से एक लड़का उसके पैर को छू रहा था. उसे इस सिचुयेशन को देख कर ही एग्ज़ाइट्मेंट होने लगी.
अरुण ने कनखियों से रोहन के हाथ को आरोही के पैर पर देखा, तो खुद को याद दिलाने लगा कि ये करना ज़रूरी था उन्हे इस प्राब्लम से निकालने के लिए.
रिया उसके हाथ को अपने कंधे की ओर खिचने लगी तो अरुण समझ गया कि वो चाहती है कि अरुण उसे अपने पास ले जबकि वो उसके लंड को जीन्स के उपर से ही रगड़ती रहे.
उधर रोहन ने अब काफ़ी धीरे धीरे उसके घुटने को सहलाना शुरू कर दिया था. आरोही अपने होठ को काट कर अपने अंदर उठ रहे तूफान को शांत कर रही थी.
एक तरफ तो उसे ये सोचकर उत्तेजना हो रही थी कि पहली ही डेट पर लड़का उसे साथ ये कर रहा है वो भी उसके भाई के सामने.
दूसरी तरफ उसे डर भी था कि कही उसका भाई/लवर देख कर गुस्सा ना हो जाए. पता चले गुस्से मे सारा भंडा ही फुट जाए. "आइ कॅंट बिलीव मैं ये कर रही हूँ." उसने सोचा जब रोहन का हाथ थोड़ा उपर बढ़ के उसकी जाँघ पर आ गया.
अरुण ने कनखियों से रोहन को आरोही की जाँघ सहलाते हुए देख लिया. ये तो अच्छा था कि उसकी ड्रेस घुटनो से थोड़ा उपर ही ख़तम होती थी, अच्छा किया जो आरोही ने ज़्यादा शॉर्ट ड्रेस नही पहनी, वो ये सोचने लगा. लेकिन फिर भी उसके दिल मे जलन होने लगी.
तभी स्क्रीन पर फिल्म अजीब सी होने लगी और चलते चलते रुक गयी, तो थियेटर की लाइट्स ऑन हो गयी.
"लगता है कोई टेक्निकल फॉल्ट हो गया." रोहन ने अपने हाथ को जल्दी से पीछे खिचते हुए कहा.
आरोही ने उसकी गोद मे उठा हुआ उभार देखा तो अपनी हँसी रोकने लगी.
"वाउ, आइ डिड दट." आरोही सोचने लगी.
थियेटर मे तभी अनाउन्स हुआ कि टेक्निकल डिफिकल्टी है तो कुछ देर लगेगी फिल्म रेज़्यूमे होने मे. रोहन आस पास देखकर खड़ा हो गया. "बाहर चले, आइस क्रीम वग़ैरह खाने?"
सभी ने एक दूसरे की ओर देखा, तो कोई भी मूवी मे इंट्रेस्टेड नही था. तो सभी थियेटर से बाहर जाने लगे. अरुण मन ही मन भगवान को शुक्रिया बोल रहा था.
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