RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
वो बहुत शिद्दत से पता करने मे लगी हुई थी कि उसकी बेस्ट फ्रेंड की जिंदगी मे कौन आ गया है. कुछ देर सुप्रिया कुछ सोचती रही कि कैसे अपना सीक्रेट बताए उसे कुछ बता सके.
"ओके, कुछ डीटेल्स, नो मोर दॅन दट. फर्स्ट, ही'स आत्लेटिक, आंड उसका साइज़ काफ़ी बड़ा है."
"वाउ, कितना बड़ा?" सुप्रिया बीच मे टोकते हुए बोली. "अरुण से बड़ा होगा?"
सुप्रिया जवाब देने ही जा रही थी लेकिन तभी उसे ध्यान आया कि उसे ये क्वेस्चन बेकार लगने की आक्टिंग करनी है.
"श्रुति, प्लीज़, अरुण मेरा भाई है."
"ओह कम ऑन, तूने भी तो हम लोगो के साथ देखा था उसे रात को. उसका भी साइज़ काफ़ी सही था.." श्रुति हंसते हुए बोली.
"उऊउघ, कम ऑन श्रुति."
ओके ओके," वो अपने होठ काटते हुए बोली. "लेकिन फिर भी बता ना?"
"बराबर ही होगा, आइ थिंक. खुश?" सुप्रिया बोली.
"ओके और क्या बचा? नाम?"
"नो. मैं वो नही बताने वाली. अभी नही बाद मे देखा जाएगा."
"ओके नाम मत बता. क्या मैं उसे जानती हूँ?"
"मेबी."
"सेक्स काफ़ी बढ़िया था क्या?"
"यू डॉन'ट हॅव आ क्लू."
तभी दरवाजे खुले और तीनो भाई बहेन किताबे ढोते हुए अंदर दाखिल हुए. सभी ने श्रुति को हाई बोला. अरुण जब श्रुति के पास से गुज़रा तो श्रुति उसकी ओर देखकर अपने होठों पर जीभ फेरने लगी, जिसे देखकर अरुण सोफे से टकरा गया और अपनी सभी बुक्स को ज़मीन मे गिरा दिया.
अरुण जल्दी से किताबें उठाकर उपर चला गया पीछे श्रुति ये देखकर हँसती रही. सुप्रिया उसे गुस्से से देखने लगी.
"व्हाट?" श्रुति ने उससे अपनी हँसी रोकते हुए पूछा.
"स्टे अवे फ्रॉम माइ लिट्ल ब्रदर." सुप्रिया उसे गुस्से से देखते हुए बोली.
"कमऑन, सुप्रिया, तुम्हारी भाई अब बड़ा हो गया है." और उसे आँख मार दी.
"यस, बट ही'स स्टिल मी..माइ बेबी ब्रदर." वो जल्दी से अपने अल्फ़ाज़ ठीक करते हुए बोली.
"अरे यार मैं तो बस हल्का सा मजाक कर रही थी. अगर मैने सही मे तेरे भाई के साथ फ्लर्ट किया तो रिया तो मुझे मार ही डालेगी."
सुप्रिया उसकी बात सुनके हँसने लगी. "हो सकता है."
दोनो कुछ देर तक ऐसे ही बात करती रही. तभी आरोही नीचे आई, उसने 2 पीस बिकिनी पहनी हुई थी जिसमे से उसका चिकना सपाट पेट और सुडौल जांघे काफ़ी अच्छी लग रही थी. और गान्ड का तो कहना ही क्या. सुप्रिया भी अपनी नज़रो को उसका पीछा करने से नही रोक पाई जब वो बॅकयार्ड की तरफ मूडी.
"वाउ," श्रुति भी मूह खोलके उसे देखे जा रही थी. "मुझे पता है कि मुझे मेरे बर्थ'डे पर क्या चाहिए- एक डबल आ सॅंडविच."
सुप्रिया ने अपना सिर हिला कर ना कर दी. "तुझे सही मे जल्दी ही नया बाय्फ्रेंड ढूँढने की ज़रूरत है."
श्रुति उसे अपनी जीभ दिखाकर चिढ़ाने लगी. "पार्टी पूपर."
"स्विम्मिंग करेगी?" सुप्रिया ने एक दम से घड़ी देखते हुए पूछा.
दोपहर के डेढ़ बज रहे थे और गर्मी भी काफ़ी थी.
"तेरे पास सेक्सी सा स्विमस्यूट है?" श्रुति खुस होते हुए बोली. और सुप्रिया के पीछे पीछे चल दी.
**********
अरुण ने अपनी खिड़की से नीचे देखा तो चेहरे पर मुस्कान आ गयी. आरोही पूल के किनारे आराम से लेटी हुई थी. उसकी ब्लू बिकिनी उसके बदन को और कामुक बना रही थी. कुछ देर बाद जब आरोही ने नज़रे उपर की तो उसे देख के आँख मार दी और पेट के बल होके लेट गयी. पैंटी गस्टरिंग होने की वजह से उसकी पर्फेक्ट गान्ड अरुण का लंड खड़ा करने के लिए काफ़ी थी.
आरोही अंदर ही अंदर खुश हो रही थी कि उसकी वजह से अरुण की हालत खराब हो रही है. वो तभी उठी और पूल के अंदर कूद पड़ी.
बॅकयार्ड का दरवाजा खुला और सुप्रिया के पीछे पीछे श्रुति भी आ गयी. दोनो ही सुप्रिया की बिकिनी मे थी, सुप्रिया ने आके पूल के पास पड़ी चेयर्स पर अपना समान रख के सीधे पूल मे डाइव मार दी.
श्रुति वही किनारे पर खड़ी होकर खिड़की की ओर देखने लगी. अरुण को देखकर उसने हाथ हिलाकर हाई किया और फिर वो भी पानी के अंदर चली गयी. तीनो लड़कियों ऐसे ही पानी मे मस्ती करती रही कुछ मिनटों तक. उन्हे देखकर अरुण को भी कंट्रोल नही हुआ तो उसने भी कपड़े उतारकर स्विम्मिंग ट्रंक्स पहने और नीचे चला आया.
"माइंड इफ़ आइ जाय्न यू लॅडीस?" अरुण ने पूल के किनारे आकर पूछा.
"दूधो को देख.." अरुण के दिमाग़ में आवाज़ ने कहा
"मैं सोच ही रहा था कि तुम अभी तक आए नही." अरुण ने अपने मन मे कहा
"दूध है..सामने.." आवाज़ ने फिर से अरुण का ध्यान तीनों की चुचियों के लगाने की कोशिश की
"कम डाउन..बडी..दिख गये मुझे भी." अरुण ने अपने मन मे कहा
"तो खड़े खड़े क्या मूठ मारनी है..जा और दबोच ले उन्हे." आवाज़ ने अरुण को उकसाते हुए कहा
अरुण ने उसकी बात मानने मे देर नही की और जल्दी से पानी मे कूद पड़ा. कूदने से पहले उसने एक बात पर ध्यान नही दिया था, उसके स्विम्मिंग ट्रंक्स ढंग से टाइट नही थे तो सीधी डाइव लगाने के चक्कर वो पानी को चीरते हुए अंदर तो चला गया लेकिन उसके ट्रंक्स उतर कर पानी के उपर ही तैरते रहे.
सुप्रिया और आरोही की वही पर हँसी छूट गयी जब उन्होने देखा कि उनके भाई के स्विम ट्रंक्स पानी के उपर है. श्रुति के चेहरे पर एक बहुत बड़ी स्माइल आ गयी, वो जल्दी से आगे बढ़ी और ट्रंक्स को पकड़कर पूल से जितना दूर हो सकता था उतना दूर फेक दिया.
"नाइस थ्रो," अरुण ने भी मूड को हल्का करने के लिए कहा. अब बेचारा कर भी क्या सकता था.
श्रुति ने उसे आँख मार दी और पानी के अंदर गोते खाने लगी.
"वेल डन, स्वीतू." सुप्रिया हंसते हुए उससे बोली.
अरुण ने सोच लिया था कि इस बार वो नर्वस होकर अपनी इज़्ज़त नही उतरवाने वाला. वो श्रुति और अपनी बहनों की तरफ एक कुटिल मुस्कान लिए हुए आगे बढ़ा. जैसे ही वो सुप्रिया के नज़दीक पहुचा, तो वो उससे दूर भागते हुए पानी उछाल के फेकने लगी, लेकिन तब तक अरुण काफ़ी नज़दीक पहुच चुका था. अरुण ने उसे कमर से पकड़कर उठा लिया, सुप्रिया चीखती हुई उसके हाथो पर मारने लगी, और फिर उसे आगे गहरे हिस्से मे फेक दिया. पूरे बॅकयार्ड मे हँसी ही हँसी गूँज रही थी.
सुप्रिया को फेकने के चक्कर मे अरुण ने हल्की सी छलाँग लगाई थी तो उसका आधा लंड पानी के बाहर आ गया था.
"अरुण! हे भगवान, निकलो यहाँ से!" आरोही अपनी आँखो पर हाथ रखते हुए बोली. वो श्रुति को बिल्कुल भी शक नही होने देना चाहती थी.
तब तक सुप्रिया वहाँ पर आ गयी. उसके चेहरे पर गुस्सा सॉफ सॉफ दिख रहा था. उधर अरुण श्रुति की तरफ मूड गया था. श्रुति भी बचने के लिए भागी लेकिन अरुण ने उसे पकड़ लिया, पकड़ने के चक्कर श्रुति का हाथ अरुण के लंड से टच हुआ तो वो खिलखिलाकर हंस पड़ी. अरुण उस हँसती हुई श्रुति को उठाकर सुप्रिया के पास से गुजरा और उसे भी आगे गहरे हिस्से की तरफ डाल दिया. कुछ ही पल बाद श्रुति वापस सर्फेस पर आई तो उसने ध्यान दिया कि उसका टॉप दूध पर से खिसक गया गया है. उसके हाथ उसे सही करने पहुचे लेकिन बीच राह मे ही उसके मन मे कुछ आया और उसने टॉप निकालकर बाहर फेक दिया. टॉप के उतरते ही उसके भीगे गुलाबी निपल अपनी चमक फैलाने लगे.
"निपल्स...ओूउओ" आवाज़ ने खुश होते हुए अरुण से कहा
अरुण ने एक असफल कोशिश की उनसे नज़रें हटाने की लेकिन नाकामयाब रहा. सुप्रिया ने उसकी नज़रें देख ली और श्रुति के उपर पानी डालने लगी.
"मेरे छोटे भाई के सामने तो ये मत कर बेशरम."
श्रुति ने हंसकर अरुण को आँख मार दी और सुप्रिया की तरफ इशारा कर दिया. अरुण ने हल्के से सिर हिला दिया और दोनो एक साथ सुप्रिया पर टूट पड़े. अरुण ने सुप्रिया के हाथ पीछे करके पकड़लिए और श्रुति ने गुदगुदी करना शुरू कर दिया. आरोही काफ़ी देर हँसती रही फिर अपनी बहेन की मदद करने के लिए श्रुति को वापस खिचने लगी. श्रुति और आरोही एक दूसरे पर ज़ोर आजमाते हुए दूसरी तरफ जाने लगे तो अरुण ने अपने लंड को सुप्रिया की गान्ड पर रगड़ना शुरू कर दिया और उसके करीब आकर चिपक गया.
आरोही श्रुति का पीछा कर रही थी, उधर श्रुति ने तिरछी नज़रो से दोनो को इतने करीब देख लिया. लेकिन उसके कुछ सोच पाने से पहले ही आरोही उसके उपर कूद कर उसे पानी के अंदर ले जाने लगी थी. आरोही ने उसे अपने कब्ज़े मे ले लिया और उसे गुदगुदी करने लगी. श्रुति बचने के लिए आरोही के स्विमस्यूट को पकड़ने लगी तो छीनझपटि मे आरोही का बिकिनी टॉप खुलता चला गया. आरोही श्रुति को दिखाने के लिए अपने दूधों को छुपाने लगी. अरुण ये देखकर हंस दिया और अपनी बहेन की मदद के लिए पानी के अंदर अंदर ही श्रुति के पीछे पहुचा और पूरा का पूरा उसे पानी से उपर करके दोबारा गहरे पानी मे फेक दिया. अरुण काफ़ी थक गया था तो जिधर उसका स्विम ट्रंक पड़ा था उधर जाके जल्दी से पहेन लिया और श्रुति को उसका टॉप फेक दिया.
तब तक स्नेहा और सोनिया भी वहाँ आ गये थे. वो लोग भी पानी मे कूद पड़े. अरुण वही शेड मे बैठकर नॉवेल पढ़ते हुए उन लोगो मस्ती करते हुए देखने लगा. जी भर के स्नेहा के दूध देखने के बाद अरुण अंदर चला गया. जब सभी लोग थक गये तो श्रुति भी कपड़े चेंज करके चली गयी.
तब तक उन लोगो की डेट का टाइम हो गया था.
अरुण सही टाइम पर तय्यार होके हॉल मे आ गया. उसने ब्लू जीन्स और डार्क ब्लू शर्ट पहनी थी. अच्छे से हेरस्टाइल और बढ़िया कोलोन डाल कर वो खुद मे काफ़ी कॉन्फिडेंट फील कर रहा था. सुप्रिया, सोनिया और स्नेहा तीनो टीवी देख रहे थे जब वो आया.
कुछ देर हुई थी कि सभी उसकी तरफ देखने लगे. कुछ देर तो अरुण ने कुछ नही कहा फिर पूछ ही लिया,"व्हाट?"
"मुझे लगता है, इन लोगो को चिंता हो रही है." आरोही की आवाज़ आई पीछे से. अरुण ने पीछे मूड के देखा तो बस देखता ही रह गया. आरोही ने भी ब्लू कलर की ड्रेस पहनी थी जो उसके सेक्सी शरीर को और सुंदर बना रही थी.
"वाउ," अरुण के मूह से अनायास ही निकल पड़ा.
आरोही उसकी बात सुनके शरमा दी और धीरे से आके उसके पास बैठ गयी.
"यू आर लुकिंग ब्यूटिफुल." अरुण ने उसके गाल पर किस करते हुए कहा.
आरोही मुस्कुरा कर बाकी सब को देखने लगी. "तुम लोग तो ऐसी शक्ल बना के बैठे हो जैसे कोई कीमती चीज़ चोरी हो गयी हो."
अरुण उसकी बात सुन हंस पड़ा और उनकी तरफ देखने लगा. सही मे सभी के चेहरे पर एक मायूसी च्छाई हुई थी.
"जस्ट बिकॉज़ हमारा आइडिया है, तो हम लोगो को अच्छा लगेगा कि हमारा लवर किसी और के साथ डेट पर जा रहा है. और हमारी लवर भी."
"दी.." अरुण उनके बीच आके बैठते हुए बोला. "डॉन'ट वरी. आइ आम कमिंग बॅक टू ऑल ऑफ यू. और आरोही का भी ध्यान रखूँगा, प्रॉमिस. अगर रोहन ने कुछ उल्टा सीधा किया तो उसकी जानपेहचान इससे करा दूँगा," अरुण अपने मुक्के को दिखाते हुआ बोला.
सुप्रिया बात सुन के हँसने लगी तो बाकी सब भी खिलखिला पड़े.
"हॅव फन, स्वीतू."
"चलें?" अरुण ने पूछा. और अपना हाथ फोल्डकरके आगे कर दिया. आरोही मुस्कुराते हुए उठी और अपना हाथ उसके हाथ मे डाल दिया.
"चलो." दोनो ने सभी को किस किया और अरुण के साथ कार मे बैठ कर घर से निकले.
रास्ते मे स्नेहा बार बार अरुण को देखकर हल्के से स्माइल कर रही थी. अरुण ने भी ये बात नोटीस कर ली.
"व्हाट?" अरुण ने पूछा.
"मैं बस सोच रही थी," उसने जवाब दिया,"कि हम लोग क्या कभी ऐसे पब्लिक मे डेट पर जा पाएँगे?"
अरुण उसके सवाल सुन के मुस्कुरा दिया. "आरू, तुम जानती हो आइ'द लव टू गो ऑन आ डेट वित यू इन पब्लिक, लेकिन अभी सिर्फ़ ये डबल डेट ही है हमारी किस्मत मे."
आरोही हल्के से हंस दी. "कम से कम मैं सपना तो देख सकती हूँ ना?"
फिर दोनो चुपचाप खामोशियाँ का मज़ा लेते रहे. रिया के घर पहुच कर अरुण ने उसके डोर पर नॉक किया तो तुरंत ही रिया ने सिर बाहर निकाल कर उसे गले लगा लिया.
"हाई, अरुण."
रोहन ने अपनी बहेन की इतनी ओवरएग्ज़्साइटेड आवाज़ सुनी तो हंस के सिर हिलाने लगा. रोहन की बॉडी भी सही थी, और देखने मे भी काफ़ी सही थी. जब रिया ने उससे पूछा था कि वो आरोही के साथ डेट पर चलना पसंद करेगा तो जैसे उसकी तो मन माँगी मुराद पूरी हो गयी थी.
उसने जल्दी से एक बार शीशे मे खुद को देखा. उसका आउटफिट ब्लॅक शर्ट और ब्लू जीन्स थी. रिया उससे 1 साल छोटी थी, और दोनो अपनी माँ के साथ रहते थे. उनके डॅड फॉरिन मे काम करते थे, तो 2 या 3 साल मे एक दो बार आ पाते थे.
रिया के पीछे पीछे वो भी दरवाजे पर गया तो देखा कि रिया कस के अरुण के गले लगी हुई है. उसने धीरे से उसके कंधे पर टच किया.
"ऊप्स," रिया बोली. "अरुण, मीट माइ ब्रदर, रोहन."
रोहन ने अपना हाथ आगे बढ़कर अरुण के साथ हाथ मिलाया और साथ मे हेलो कहा.
"नाइस टू मीट यू," अरुण ने भी पोलाइट्ली कहा.
"मोम, हम लोग जा रहे हैं." रोहन ने घर के अंदर आवाज़ दी और उनके साथ आगे बढ़ने लगा.
वो आगे बढ़ ही रहा था कि कार के अंदर बैठी आरोही को देखकर रुक गया और उसकी खूबसूरती निहारने लगा. "वाउ," उसने खुद से कहा और उसे हाथ हिला के हाई कह दिया. आरोही उसे देखकर कार से उतरी तो रोहन ने उस तक पहुचने से पहली दो गहरी सासें ली और पास जा के हाथ मिलाया.
"हाई, यू लुक ब्यूटिफुल."
शरमाते हुए आरोही ने थॅंक्स कह दिया. रिया ने आरोही को गले लगाया और फिर अरुण के गेट खोलने पर फ्रंट सीट मे बैठ गयी. अरुण के मॅनर्स रोहन ने नोटीस किए और उसे काफ़ी अच्छा भी लगा. उसने भी कार की पिछली सीट का डोर ओपन किया और आरोही के बैठने के बाद खुद भी बैठ गया.
कार स्टार्ट कर के अरुण पीछे मूड के पूछने लगा. "सो, एनी आइडिया व्हाट यू लॅडीस वॉंट टू डू?"
"फर्स्ट, वी कॅन गो टू डिन्नर," आरोही ने कहा तो सभी मान गये.
"सो, मक्कडॉनल्ड?" अरुण ने रोहन की तरफ हंसते हुए पूछा जो हंस कर सिर हिलाने लगा.
"केएफसी ज़्यादा पास है." उसने भी जवाब दिया.
"भेल पूरी कहा, हँसी आएगी."
"जोक्स मुझ पर छोड़ दे भाई."
"छूट."
आरोही और रिया हल्के गुस्से से आगे मूह करके बैठ गयी.
फिर अरुण सबको उसी रेस्टौरेंट ले गया जहाँ वो स्नेहा के साथ आया था. अंदर जाकर लड़को ने अपनी अपनी डेट्स के लिए चेयर पुल करी और उनके बैठने के बाद खुद भी बैठ गये.
वेटर उनकी टेबल पर ऑर्डर लेने आया तो अरुण को देखकर हल्के से हंस दिया. अरुण ने भी पहचान लिया कि ये वही था जो स्नेहा के क्लीवेज की ताकाझाँकी कर रहा था. इस बार भी उसने दोनो लड़कियों को नही छोड़ा.
रोहन तो अपनी नज़रें ही आरोही से नही हटा पा रहा था. वो अपनी ब्लू ड्रेस मे कमाल ढा रही थी. रोहन उसकी खूबसूरती को निहार रहा था लेकिन कुछ कुछ देर मे कनखियों से अरुण की तरफ भी देख लेता कि वो कहीं उसे देख तो नही रहा. माना कि डबल डेट पर आएँ है लेकिन फिर भी.
अरुण ने उससे उसके घर के अंदर खड़ी बाइक के बारे मे पूछा. तो दोनो उसी के बारे मे बात करने लगे. उसके स्पेक्स वग़ैरह डिसकस करने लगे. रोहन उसे अपनी पुरानी बाइक्स मे बताने लगा.
"वाउ! दोज़ आर सम रियली आसम बाइक्स." अरुण ने जवाब दिया.
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