RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
अरुण ने तुरंत ही अपने हाथ सामने कर दिए. "आरू, आरू, जस्ट रिलॅक्स, ओके, मैने उसे रोकने की कोशिश करी, कसम से, और ब्लोव्जोब केवल 3 4 सेकेंड्स के लिए थी उसके बाद जैसे ही मैं भागने को हुआ तो उसका दम घुटते घुटते बचा. दी ने तो मेरा एक बाल तक उखाड़ लिया पैर से. अभी तक दर्द हो रहा है."
"यू डिज़र्व्ड इट, यू बिग जर्क," स्नेहा के उसकी ओर देखे बिना कहा.
आरोही शांत हो गयी लेकिन तब भी उसे गुस्से से देखती रही.
"लुक," अरुण बोलने लगा, उसे पता था यही वक़्त है जब सब कुछ ठीक हो सकता है. नही तो उसकी जिंदगी नरक होने से कोई नही बचा सकता. "मुझे इस बात से कोई फ़र्क़ नही पड़ता कि लोग सोचेंगे कि जो हम कर रहे हैं वो ग़लत है. आइ लव ऑल ऑफ यू, आंड मोर दॅन सिस्टर्स. मैं जिंदगी मे केवल तुमसे और केवल तुम लोगो से ही प्यार करना चाहता हूँ. मुझे किसी और की कोई ज़रूरत नही है, सच मे. और अभी तक तो मैने ये नही सोचा था कि मैं चार लोगो को कैसे खुस रख पाउन्गा लेकिन कुछ ना कुछ तो कर ही लेता. लेकिन अब मैं इस रिया नाम की प्राब्लम का क्या करूँ? मैं तो उसे पसंद भी नही करता?"
"गुड सेव. देखे अब क्या कहती हैं ये.." अरुण के दिमाग़ मे आवाज़ ने अरुण का हौंसला बढ़ाया
अरुण की बात सुनके सबको थोड़ी सी तसल्ली हो गयी थी.
"अरुण, मैं ऐसे बहुत लोगो को जानती हूँ जो तुम्हारी जिंदगी जीने के लिए कुछ ही कर सकते हैं. और हम लोगो की चिंता मत करो. और मुझे पूरा यकीन है कि तुम पूरे तरीके से हम लोगो को प्यार करोगे. बस हमें पहले इस रिया का कुछ करना पड़ेगा."
"मैं बात करके देखती हूँ," आरोही अपना मोबाइल खोलते हुए बोली.
वो अभी अपनी कॉंटॅक्ट लिस्ट मे सर्च ही कर रही थी कि डोरबेल की आवाज़ से सब चौक गये. फिर स्नेहा दरवाजा खोलने चली गयी. आरोही जब किचन मे वापस आई तो उसके पीछे पीछे रिया भी आ रही थी.
कुछ देर तक ऐसे ही सब शांति से एक दूसरे को देखते रहे, फिर रिया ने शांति को तोड़ा.
"मैं बस ये बताने आई थी कि कल रात मैं अरुण के साथ नही थी. और मुझे पता है कि वो कौन था और मुझे लगता है कि ये सब अल्कोहल की वजह से हुआ होगा. लेकिन मैं अपना फ़ायदा जाने भी नही दे सकती."
"रिया.." स्नेहा ने बोलने की कोशिश की.
"वो स्नेहा दी थी," उसने कहा. "स्नेहा अपने सगे भाई यानी कि तुम सबके भाई के साथ सेक्स कर रही थी."
उसने सोचा था ये खबर सुनकर सब चौक जाएँगे. लेकिन जब उसने चारो तरफ देखा तो सब उसे नॉर्मली देख रहे थे.
"हमें अभी अभी स्नेहा ने बताया." सुप्रिया ने कहा.
"ओह..ओके..देन.." रिया बोली.
"रिया, तुझे चाहिए क्या?" आरोही से सब्र नही हो रहा था.
"चाहिए?" उसने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "मुझे?" वो मासूम बनते हुए बोली.
"आए रिया की बच्ची ये ड्रामा बंद कर. सीधे सीधे बोल तुझे इस बात को हजम करने के लिए क्या चाहिए?"
"ऑलराइट!" रिया अपनी हँसी रोकते हुए बोली. "मुझे ज़्यादा कुछ नही चाहिए बस अरुण के साथ कभी कभी प्राइवेट टाइम चाहिए. कल रात के बाद मैं ये तो समझ ही गयी हूँ कि वो उस तरीके से मेरी केयर नही करेगा जिस तरीके से तुम लोगो की करता है," यह कहते वक़्त रिया थोड़ी मायूस हो गयी..,"लेकिन फिर भी मुझे इस बात से ज़्यादा फ़र्क़ नही पड़ता. मुझे बस अरुण के साथ थोड़ा टाइम बिताना है. आरोही तो ये जानती ही है कि मुझे अरुण कितना पसंद है."
रिया ने कन्फर्म करने के लिए आरोही की तरफ देखा तो आरोही ने नज़रे फेर ली.
"रिया, ऐसा नही है कि तुम मुझे अच्छी नही लगती," अरुण अपनी बहनों की तरफ देखते हुए बोला,"प्राब्लम ये है कि मेरी जिंदगी मे पहले से ही कोई है."
"ईडियट! तू अपना मूह बंद रख. लड़कियों को ये सब कंट्रोल करने दे." अरुण के दिमाग़ ने उसे डाँटते हुए कहा
रिया उसकी बात समझने की कोशिश करने लगी तभी उसे सब कुछ समझ मे आता चला गया.
"अरुण, शट अप!" आरोही गुस्से से अरुण से चिल्ला कर बोली, उसे डर था कि अरुण अपनी बेवकूफी मे पूरा सीक्रेट ना बता दे.
"व्हाट?" अरुण को समझ मे नही आया कि उसे क्यूँ चुप करवाया जा रहा है.
"कल रात पहली बार नही हुआ था, है ना? ओह्ह्ह..और और और..स्नेहा दी ही अकेली नही हैं. हाहः..तो आख़िर अपनी कितनी बहनों के साथ सेक्स कर रहे हो, अरुण?"
सुप्रिया अब अरुण की तरफ खा लेने वाली नज़रो से देखने लगी. "उसे ये नही पता था कि तुम हमारे साथ भी सेक्स करते हो, यू डफर."
अरुण के मूह खुला का खुला रह गया जब उसे अपनी ग़लती का अहसास हुआ. शर्म से उसका चेहरा लाल होने लगा.
"लाइक आइ सेड, और जैसा कि उसने भी कहा. यू आर ऐन ईडियट." अरुण के दिमाग़ मे आवाज़ ने कमेंट पास किया
"ओह माइ गॉड, इट्स अमेज़िंग, यू आर फक्किंग ऑल युवर सिस्टर्स? चारो की चारो..वाउ" रिया ने अपने मूह पर हाथ रख के कहा.
आरोही रिया की तरफ मुड़ने लगी. "रिया डोंट जज अस. तुम्हे नही पता, इसके पीछे क्या रीज़न्स थे, क्या कंडीशन थी. तुम्हे पता नही है उसके साथ होने का क्या मतलब है. ही'ज दा पर्फेक्ट लवर, और ये सब..बस..हो गया."
"यू थिंक..." अरुण बोला.
"यू जस्ट शट अप," आरोही उसे उंगली दिखाते हुए बोली तो अरुण ने तुरंत अपना मूह बंद कर लिया.
रिया कुछ देर चुप रही. फिर मुस्कुरा कर सबको देखने लगी. "ओके, आइ'विल नोट जज, आइ प्रॉमिस. मैं समझ सकती हूँ. मुझे भी अपना भाई काफ़ी कुछ अच्छा लगता है. लेकिन, ये मेरा पर्सनल सीक्रेट है जो कभी पूरा नही हो सकता. सच बताऊ तो मुझे अब तुम लोगो से ..थोड़ी जलन होने लगी. काश मैं भी तुम लोगो की बहन होती."
सभी लड़कियाँ हल्के से हंस दी.
सोनिया अभी भी थोड़ी ज़्यादा परेशान थी,"लुक रिया, मुझे मेरे भाई की ज़रूरत है. कुछ महीने पहले मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ जिसके बारे मे मैं बात नही करना चाहती. अरुण मेरा भाई है, हां. बट ही'ज ऑल्सो माइ लवर. आइ लव हिम मोर दॅन आइ लव माइसेल्फ," उसने अरुण को स्माइल देते हुए कहा. "मुझे उसके बिना नींद नही आती है. सो इन सिंपल वर्ड्स वी कॅंट गिव यू अवर ब्रदर."
अरुण का दिल किया कि बस अभी जाके उसे गले लगा ले.
"हेलो, हम लोगो को काफ़ी कुछ डिसकस करना है." उसने दोनो को अपने तरफ देखने पर मजबूर करते हुए कहा. "यॅ, मेरे पास एक आइडिया है."
सभी उसकी तरफ देखने लगे कि आख़िर ऐसा कौन सा आइडिया जिससे उन सभी की प्रॉब्लम्स सॉल्व हो सकती हैं.
"ओके, अरुण हम सबके साथ इंटिमेट है. बाहर वाले कभी इस बात को आक्सेप्ट नही करेंगे. तो ये बात कभी भी बाहर नही निकलनी चाहिए. और जैसा कि रिया ने कहा है कि वो बिना अरुण के टाइम के मानेगी नही तो पहले तो रिया प्रॉमिस करो कि तुम कभी किसी को भी ये बात नही बताओगी."
"आइ प्रॉमिस, दी. आइ लव यू ऑल, गाइस." रिया आरोही की तरफ मुस्कुराते हुए बोली..
"दी प्लान क्या है.." सोनिया थोड़ी बेसब्री से बोली.
"प्लान है, कि रिया विल बी गर्लफ्रेंड ऑफ अरुण. इस तरीके से ये किसी को बताएगी भी नही."
सभी शांत हो गये इस बात को सुन कर.
"यॅ...यार मैं दिन ब दिन इसे प्यार करने लगा हूँ. देख हमारे लिए नयी चूत का इंतेज़ाम कर दिया. वाउ.." अरुण के दिमाग़ मे आवाज़ ने कहा
"आइ आम नोट गोयिंग टू बिट्रे एनी ऑफ माइ सिस्टर्स." अरुण ने कहा
"आइ कॅन मॅनेज," रिया खुश होकर बोली.
"तू तो कर ही लेगी." आरोही अब भी उससे गुस्सा थी.
"मैं कुछ कह सकता हूँ?" अरुण ने सब से गुहार करते हुए पूछा.
"नूऊओ, वैसे भी तुम्हे ही फ़ायदा हो रहा है. तुम्हे बिना मेहनत के गर्लफ्रेंड मिल रही है जिसके साथ तुम मूवीस, डिन्नर वग़ैरह वग़ैरह जगह जा सकते हो. और साथ मे हम लोग भी मिल रहे हैं."
"मुझे शेरिंग से कोई प्राब्लम नही है. मैं वादा करती हूँ कि अरुण का कभी ग़लत फ़ायदा उठाने की कोशिश नही करूँगी."
अरुण वहाँ गंज की तरह खड़े होकर अपनी लाइफ के फ़ैसले सुन रहा था.
"तो हम लोगो को कोई टाइम टेबल बनाना पड़ेगा क्या अरुण के साथ टाइम बिताने के लिए? स्पेशली फॉर रिया?" सुप्रिया बोली तो बाकी सब अपना सिर हिलाने लगे.
"दी यही तो मज़ा है अरुण के साथ. आप सोच भी नही सकते कब अरुण का मूड हो, जैसे पता नही कब आप पर बाथरूम मे अटॅक कर दे," आरोही हंसते हुए बोली.
ये सुनकर स्नेहा की कुछ ज़्यादा ही तेज हँसी छूट गयी. उसे कल सुबह का किस्सा याद आने लगा.
बाकी चारो उसे देखने लगे, अरुण तो अपनी ही दुनिया मे खोया हुआ था. "लंबी कहानी है." स्नेहा ने शरमाते हुए कहा.
"तो एग्रीमेंट ये है कि- भाई और ये रिया बाहर वालो के लिए एक कपल हैं. और इसके बदले मे रिया किसी को कुछ नही बताएगी, कभी भी नही."
अरुण को छोड़ कर सभी ने हां मे सिर हिला दिया. वो अभी भी बेवकूफो की तरह सामने देख रहा था.
"अरूंन्ं.!" सुप्रिया चिल्ला के बोली तो वो एक दम से उनकी तरफ देखने लगा.."क्या...क्या हुआ..? ओह..हां ठीक..ठीक." वो बोला.
फिर कुछ देर वो लोग ऐसे ही डिसकस करते रहे फिर रिया जाने के लिए खड़ी हुई. "कॉल मी, लवर." रिया ने अरुण से कहा.
अरुण तो उसके आगे चलने लगा. "आओ मैं तुम्हे बाहर तक छोड़ आता हूँ."
"थॅंक यू.." रिया ख़ुसी से उससे चिपकते हुए बोली.
जब वो लोग रिया की कार के पास पहुचे तो रिया बोली.."तुम्हे पता है, चाहे कल रात जो कुछ भी हुआ हो, मुझे तुम्हारे साथ काफ़ी मज़ा आया."
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