bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
01-24-2019, 11:59 PM,
#16
RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
सोनिया के जाने के बाद अरुण शवर लेने बाथरूम मे चला गया.. वहाँ वो गर्म शवर के नीचे आराम से बैठकर पिछले 2 3 दिन मे जिस तरीके से उसकी जिंदगी मे बदलाव आए थे उनके बारे मे सोचने लगा..

उसकी बॉडी पर हल्के हल्के चोट के निशान अभी तक मौजूद थे..काफ़ी ज़्यादा ही मारा था उसे उन लोगो ने.. खैर इस मार से एक फ़ायदा तो हो गया था उसकी जिंदगी मे छोटी बहेन और प्यार की कमी पूरी हो गयी थी.. किस तरीके से उससे नफ़रत करने वाली उसकी छोटी बहेन सोनिया आज उसके बिना सो नही पाती थी..

और सुप्रिया दी.. पता नही जैसे किसी सपने मे जी रहा था वो जो सुप्रिया दी उसकी हेल्प सेक्षुयली करने लगी थी.. वो तो कभी सपने मे भी सोच नही सकता था कि इतनी सीधी दिखने वाली सुप्रिया दी सेक्स मे इतनी ज़्यादा तेज़ होंगी..उनको याद करते ही उसका लंड फिर खड़ा हो गया और उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी..

हां लड़ाई से अभी तक एक चीज़ अज़ीब हुई थी.. उसके मन मे आवाज़ कुछ बोल नही रही थी.. जैसे बिल्कुल शांत पड़ गयी हो.. वरना सोनिया के पास रहने पर अब तक गालियाँ और गंदे कॉमेंट्स तो आ जाने चाहिए थे लेकिन पता नही क्यूँ कुछ भी नही हो रहा था.. इस की वजह से अरुण को थोड़ा सूनापन भी लगता था जैसे कोई दोस्त खो गया हो.. माना कि वो कुवह ज़्यादा ही परवरटेड चीज़े बोलती थी लेकिन अब उसे इन सबकी आदत हो गयी थी..

शवर के बाद वो अपने रूम मे तय्यार हुआ ही था.. टाइम अभी कुछ ज़्यादा हुआ नही था.. उसके रूम की खिड़की से राइज़िंग सन को देखा जा सकता था..तभी उसके दरवाजे पर नॉक हुआ.."डीसेंट??" आरोही की आवाज़ आई..

फिर अरुण के हां कहने पर वो अंदर आ गयी.. वो अपने जॉगिंग आउटफिट मे थी.. पिंक स्पोर्ट्स ब्रा और पिंक आंड ग्रे रन्निंग शॉर्ट्स..
"माल...दूधू.." 

और इसी के साथ उसके मन की आवाज़ की एंट्री हो ही जाती है..

ये सोचकर अरुण के चेहरे पर स्माइल आ जाती है..

"तो आज सोनिया के साथ क्या हुआ??" वो थोड़ा हँसते हुई बोली..

"प्लीज़...मेरी बहना प्लीज़...कॅंट यू फर्गेट तट" अरुण हाथ जोड़कर बोला..

"नेवेर..अच्छा छोड़ो ये बताओ क्या डिसाइड किया??"

अरुण थोड़ी देर उसे देखता है.
"प्लीज़ डोंट गेट मी रॉंग बट आइ थिंक आइ ऑल्सो लव हर..नोट इन दा सेम वे ऐज शी डज़ बट एक भाई की तरह भी नही..आइ आम कन्फ्यूज़्ड इन बिट्वीन.. लेकिन..कल रात.."

"कल रात क्या??" आरोही पूछती है..

तो अरुण कल रात से लेकर सुबह तक का पूरा किस्सा सुना देता है..

"मुझे खुद नही पता उस टाइम मुझे क्या हो गया.. मुझे लगा कि बस मैं दुनिया की हर ख़ुसी उसके पैरों मे डाल दूं लाके और उस टाइम उसके सामने अपना प्यार या जो कुछ भी है वो आक्सेप्ट करने के अलावा मुझे कोई बेटर रास्ता नही सूझा..अटलिस्ट उसने रोना छोड़कर मुस्कुराना तो स्टार्ट किया..तुम समझ रही हो ना.." अरुण ने बड़ी आस के साथ पूछा..

"आइ कॅंट टेल यू..कि ये सही था ये ग़लत बट जो भी हो अटलिस्ट वो खुश तो है.." आरोही मे सोच कर बोला..

"बाइ दा वे.. वाना कम वित मी फॉर आ शॉर्ट जॉगिंग.." आरोही हल्की सी स्ट्रेचिंग करती हुई बोली..

"नो वे.. अभी भी हल्का हल्का दर्द होता है.. 2 3 दिन बाद चलूँगा..प्रॉमिस यू गो.."

फिर आरोही बाइ बोल कर चली जाती है..लेकिन दरवाजा बंद करते ही आह सोनिया कहना नही भूलती जिसे सुन कर अरुण के चेहरे पर स्माइल आ जाती है..

फिर वो कपड़े पहेन कर किचन मे चला जाता है.. उसे भूख लग रही थी तो चोकोस और दूध लेकर खाने लगता है क्यूंकी बाकी सब तो अभी सो रहे थे..खाते खाते उसे उपर से सीढ़ियों पर चलने की आवाज़ आती है तो उसे समझते देर नही लगती कि आरोही आ रही होगी..

"पीछे से गान्ड देखियो..भाई मज़ेदार गंद है उसकी.."

अरुण अपना सिर हिलाता हुआ सींक मे बर्तन डाल देता है और हॉल मे सोफे पर बैठकर टीवी देखने लगा..

"एक बार पीछे देख भाई प्लीज़"

अरुण को पता है कि आरोही पीछे स्ट्रेचिंग कर रही होगी.. लेकिन फिर पलटकर देखता है तो फिर देखता ही रह जाता है..

स्ट्रेचिंग करते वक़्त आरोही की हर माँस पेन्सी फूल रही है और उसका अंग अंग चमक रहा है..अरुण की नज़र उसके पैरों से होती हुई जैसे ही उसके कुल्हों पर पड़ी उसके साँसें अटकने लगी..

उसके हिप्स की मसल्स फ्लेक्स हो रही जब वो भी इधर से उधर होती.. अरुण बार बार अपना ध्यान टीवी की ओर लगाने की कोसिस कर रहा था लेकिन कोई फ़ायदा नही..

फिर वो हुआ जो आज तक कभी भी नही हुआ था..

"जाओ और जाके हग कर ले" 

उसके मन की आवाज़ ने पहली बार कोई बात इतनी सिंप्ली कही थी जो सेक्स से रिलेटेड नही थी..
अरुण को भी पता नही क्या सूझा वो उठा और सीधा जाके आरोही को पीछे से हग कर लिया..
उसने आरोही की कमर मे हाथ डाला और उसे अपनी तरफ़ खींचा.. आरोही भी बिल्कुल उस से सट गयी और उसके हाथों के उपर अपने हाथ रख दिए.. हगिंग वग़ैरह उन दोनो के बीच कामन था.. क्यूकी उन के बीच कभी भी कोई सीक्रेट तो रहा ही नही तो दोनो काफ़ी क्लोज़ थे एक दूसरे के..

लेकिन ये जिस्म..अरुण के लंड मे हल्की सी ऐंठन आनी स्टार्ट हो गयी जैसे ही उसे रीयलाइज़ हुआ कि आरोही की गान्ड उसके लंड पर है.. तो वो तुरंत ही अलग होने लगा लेकिन..

"दूध छू..दूध" 

अरुण के हाथ जैसे अपने खुद की मर्ज़ी से उसके दूधो से रगड़ते चले गये..और वो दूर हट गया.

आरोही ने कहा.."बड़ा प्यार आ रहा है आज मुझ पर." और बाइ बोलकर घर से बाहर चली गयी..

"तू पक्का सॅंडल पड़वायेगा.." अरुण अपने मान को कोसते हुए कहता है..

फिर उसे जब पता चला कि वो दोबारा अपने आप से ही बात कर रहा है तो बोला.."यप आइ रियली नीड हेल्प.."

"क्यू किसलिए हेल्प चाहिए??" स्नेहा अपने रूम से अपना नाइटसूट पहने बाहर आई..

"दी अगर मैने बताया तो आप बिलीव नही करोगे.." अरुण ने उसकी तरफ मुड़ते हुए कहा..लेकिन पलटकर देखा तो उसके आँखें फिर अटक गयीं..

"इस घर की लड़कियाँ तेरा लंड बैठा नही रहने देंगी.."

स्नेहा टीशर्ट पहने हुई थी और उसके बड़े बड़े बूब्स काफ़ी झलक रहे थे टीशर्ट के अंदर से..

लेकिन फिर अरुण ने अपना ध्यान अहं से हटाया और सोचने लगा कि आख़िर स्नेहा ही तो है जो ये बात समझ सकती है तो भी उसके पीछे किचन मे चला गया. स्नेहा ने अरुण से पूछा मिल्कशेक के लिए और मिल्कशेक तय्यार करने लगी..वो थोड़ा झुक कर खड़ी थी तो फिर से अरुण की आँखें वही पर चली गयी..

"यार इसके इतने बड़े बूब्स हैं फिर आज तक कोई बाय्फ्रेंड क्यूँ नही बनाया पूछ.."

"पगला है क्या.." अरुण ने मन मे सोचा..

"चाहिए??" स्नेहा की आवाज़ से अरुण अपने विचारों से बाहर आया..

"उहह..सॉरी..नही मैं पहले ही सीरियल्स खा लिए.." अरुण लड़खड़ा कर कर बोला..

उसने काफ़ी बड़े बूब्स की लड़कियों को देखा था पर उसकी स्नेहा दी की बात ही कुछ और थी..उनके बूब्स उन पर सूट करते थे और वो वीक मे 2 3 दिन सोनिया और आरोही के साथ रन्निंग भी कर लेती थी..

"मैं बताऊ तो मिल्कशेक गिरा देना इसके बूब्स पर फिर देखना चाटती है कि नही.हिहीही" मन ने कहा

स्नेहा ज़्यादातर शांत ही रहती थी आंड मोस्ट्ली बुक्स पढ़ती रहती थी जब तक कोई उसे खुद अपनी बातों मे इंक्लूड ना करे वो खुद कुछ नही करती थी. और ख़ासकर वो यूषुयल गर्ल टॉक तो बिल्कुल ही कम करती थी..मेकप लड़के टीवी सीरियल ये उसकी दुनिया का हिस्सा नही थे..वो ज़्यादातर कुछ इंट्रेस्टिंग बोलती भी थी तो वो किताबी बातें होती लाइक जीके फॅक्ट्स ऑर हिस्टरी..

"बाइ दा वे परसो के लिए सॉरी.." स्नेहा बोली..

"परसो..??" अरुण को कुछ समझ मे ही नही आया..

"अरे वो चाउमीन और जो कुछ हुआ..सॉरी" स्नेहा ने अपने बूब्स की तरफ इशारा करते हुए बोला..

वो इन चीज़ों को लेकर काफ़ी ओपन थी..उसे ये समझ मे ही नही आता था कि इनमे शरमाने की बात क्या थी..तो अगर किसी को ट्रू अड्वाइज़ चाहिए तो वो स्नेहा के पास ही आता था..

"ओह..कोई नही दी..होता है" अरुण ने साइड मे देखते हुए कहा..

"मैं खुद कभी कभी इनसे परेशान हो जाती हूँ.." स्नेहा फिर से बोली.

"भाई..ये होती है लड़की..खुद ही अपने भाई से अपने बूब्स के साइज़ की बात कर रही है..सल्यूट" अरुण के मन ने कहा

"मैं कुछ समझा नही दी.." अरुण बोला..उसे सच मे समझ मे नही आया कि किसी को इतने सुंदर और सुडौल बूब्स से क्या प्राब्लम हो सकती है..

"अरे..आइ आम जस्ट सेयिंग..अगर इनका साइज़ कम होता तो ज़्यादा बेटर होता लाइक सोनिया और आरोही.." स्नेहा मिल्कशेक मे इंग्रीडियेंट्स डालते हुए बोली..

"नही दी आप जैसे हो बहुत ही अच्छे दिखते हो.." अरुण उसे अच्छा फील करवाने की कोशिश करता है.

"नही यार इनका साइज़ मेरी बॉडी के रेशियो मे सही नही है.." स्नेहा अपने बूब्स को हल्के से हाथ लगा के बोली..

"उठा दे उठा दे.." अरुण के दिमाग़ ने कहा

"नही दी.. आप ऐसे ज़्यादा सुंदर दिखती हो.." अरुण बोला..

"सच मे लेकिन अकॉरडिंग टू ***** बुक बॉडी आंड ब्रेस्ट्स का रेशियो **** रहना चाहिए??" स्नेहा किसी किताब को याद करके बोली..

"अरे दी किताब मे लिखी हर बात सच नही होती.. आप किसी से भी पूछ लो.. आप पर इतना साइज़ सूट करता है.." अरुण ने स्माइल के साथ जवाब दिया..

"सच मे...अच्छा अगर तुम कह रहे हो तो ठीक ही होगा.. बाइ दा वे अब दर्द कैसा है.." स्नेहा मिल्कशेप को गिलास मे पोर करते हुए बोली..

"अब सही है दी..काफ़ी कम हो गया है."

"मौका मौका मौका..."

फिर वो और स्नेहा दोनो टीवी देखने लगे आके थोड़ी देर मे सोनिया भी नीचे आ गयी और वो आके सीधे अरुण से सट कर बैठ गयी और उसका एक हाथ भी पकड़ लिया और अपना सिर उसके कंधे पर रख दिया..

सुप्रिया भी तब तक जाग गयी थी और वो किचन मे ब्रेकफास्ट तय्यार कर रही थी.. तब तक हल्की सी लंगड़ाती आरोही घर के अंदर एंटर हुई अओर आके सोफे के सामने कार्पेट पे बैठ के पैर पकड़ लिया..

"अववव..ओउ.." आरोही कराहते हुए बोली..

उसे देख कर सब हँसने लगे..

"नस चढ़ गयी ना.." अरुण ने पूछा.

"जब पता है तो पूछ क्यूँ रहे हो...अरुण प्लीज़ मसाज कर दो पैर की...प्लीज़ मेरा अच्छा भाई.." आरोही लेट कर बोली..वैसे अरुण मसाज करता भी काफ़ी अच्छी था घर मे सोनिया को छोड़कर बाकी सब उस से कभी ना कभी मसाज करवाते रहते थे...

"ओके...ओके.." अरुण आगे बढ़ के कार्पेट पर बैठ जाता है आरोही को पेट के बल लिटा कर उसके पंजो की मसाज करने लगता है...पंजो की मसाज करते करते वो जब आरोही की सेक्सी गान्ड देखता है उसके हाथ हल्के से काँपने लगते हैं..उपर से उसे अब डर लगने लगा कहीं सोनिया और स्नेहा दी ये ना देख लें कि वो अपनी ही बहेन की गान्ड देख रहा है..

जैसे जैसे उसके हाथ मसाज करते हुए उसके पैरों के उपर बढ़ने लगे आरोही भी हल्के हल्के रिलीफ के साथ आह आह कहने लगी जैसे ही उसके हाथ जाँघ पर पड़े और उसने मखमली जाँघ को दबाया आरोही ने अपनी गान्ड हवा मे हल्की उठा के आह भरी..

"आअह..सो गुड.." वो बोली..

अरुण ने पीछे देखा तो उसने देखा कि उसके पीछे पलटते ही दोनो ने अपना सिर टीवी की ओर मोड़ लिया..खैर अरुण धीरे मसाज करता रहा..खैर अरुण की भी हालत उसकी गान्ड देख कर खराब हो रही थी तो उसने जल्दी से मसाज पूरी की..

"ओके हो गया.."

"प्लीज़ थोड़ी देर और.." आरोही बोली..

"नोप .." अरुण उठने के लिए घुटनो पर बैठा..

"भाई प्लीज़ एक बार एक बार चपत मार.."

अरुण को भी पता नही क्या हुआ उठते हुए उसने एक बार उसके चुतड़ों पर मार दिया..

"आउच....अया" आरोही की कराह निकल पड़ी..

अरुण तेज़ी से हँसता हुआ पलटा लेकिन तभी इतनी तेज़ी से मुड़ने के चक्कर मे पसलियों मे पेन हुआ..तो वो रुका तब तक आरोही ने उसकी गर्दन मे अपने पैरो से लॉक लगा कर उसे गिरा दिया..

"अब कहाँ बच के जाओगे...बेटा जी.." आरोही अपनी पकड़ मजबूत करके बोली..

ऐसे फाइट्स उन दोनो के बीच कामन थी तो बाकी सभी ये देख हँसने लगे..

और फिर वो उसके गुदगुदी करने लगी..अरुण बेचारा दर्द से कराह भी रहा था और हँस भी रहा था..उसने हिल डुल कर छूटने की कोशिश की तो पकड़ और भी मजबूत हो गयी..

"एक मिनिट...मेरी गॅस निकालने दो.." आरोही बोली..

"एवववव...." सोनिया और स्नेहा दोनो अपनी नाक बंद करते हुए बोली..सच मे आरोही की गॅस पूरे के पूरे हॉल को खाली करवा सकती थी..

अब तो अरुण और ज़्यादा छटपटाने लगा..
"नो...नो..."

अरुण बोला..

"बेटा तू गॅस से मरेगा.."

"सॉरी बोलो..." आरोही बोली..
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RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी - by sexstories - 01-24-2019, 11:59 PM

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