RE: non veg story रंडी खाना
स्थिरता….
मन की स्थिरता के प्रयास में लगा हुआ था लेकिन जीवन की आपाधापी भी तो बहुत थी ,फिर भी कुछ सीख गया था कुछ सीख रहा था …
भावनाओ से लड़ पाना तो कठिन था लेकिन भावनाओ के साथ चल पाना बहुत ही सरल ,उसी उम्मीद में की मेरा साथ देने वाले बहुत ही मैं थोड़ा एक्टिव होना चाहता था ,
अब जबकि मुझे कजल के बारे में भी पता चल चुका था और काजल को भी मेरे कारनामो के बारे में पता चल चुका था तो कुछ भी छुपाने को नही रह गया था ,अब कुछ करने का वक्त था ,,,,
मेरे दिमाग में सबसे बड़ा सवाल ये था की आखिर काजल ठाकुर ,कपूर और खान को कैसे बर्बाद करेगी..
क्या वो उन्हें बस सड़क पर लाकर छोड़ देना चाहती है या फिर भावनात्मक तौर पर तोड़ देना चाहती है …
अभी लगभग 4 बजे थे जब मेरी नींद खुली ,मैं पूर्वी और निशा के साथ सोया था लेकिन मेरी आंख खुलने पर मैंने खुद को काजल के साथ पाया ,वो बेफिक्र किसी बच्चों की तरह सो रही थी …
उसके प्यारे से चहरे को मैं बस देखता ही रह गया,
मैं उठा और बाथरूम की ओर जाने लगा ,मेरी नजर उसके पर्स पर पड़ी ,ना जाने क्यो मुझे वो आकर्षित कर रहा था…
मैं जानता था की उसके अंदर क्या हो सकता है ,
लेकिन फिर भी आज कल मैं काजल के दूसरे के साथ सम्बन्धो की बात सुनकर थोड़ा तो उतेजित हो ही जाता हु ,
ये अजीब सा नशा मेरे अंदर होने लगा है ,मैं अब इसे किसी सही या गलत के दायरे से बाहर ही रखना चाहता हु ,
हो सकता है की लोग अब मुझे नामर्द समझे या और कुछ लेकिन ये सही था की मैं काजल को पराए मर्द के साथ देखकर उत्तेजित हो रहा था,और ये भी सही था की इस ख्याल से भी की काजल किसी पराए मर्द के साथ सोकर आयी है ,मुझे एक उत्तेजना सी महसूस होती थी …
माना की ये गतल हो सकता है सामाजिक नजरिए से लेकिन ये मेरा व्यक्तिगत मामला था और मुझे कम से कम अब तो इस बात को स्वीकारने में कोई संकोच नही रह गया था ,मैं इस बात को लेकर बहुत कुछ खो चुका था लेकिन अब नही ,मेरा मन साफ था और मेरे इरादे भी ………
मैं पर्स को लेकर उसके अंदर देखने लगा,पहली चीज जो हाथ में लगी वो महिन कपड़ा था ,वो मुलायम कपड़ा जो की शायद आज ही काजल के योनि की दीवार को सुरक्षित करने को पहना गया था ,,
उसमें कुछ गीला सा और अब थोड़ी चिपचिपाहट के कारण थोड़ा सुख सा गया पदार्थ लगा था ,जिसे लोग वीर्य कहते थे ,सच पूछो तो इसका अहसास करके की काजल की पेंटी से किसी ने अपने वीर्य की धार को पोछा है मेरे लिंग में एक गजब का तनाव आ गया ..
मैं मुस्कुरा पड़ा
जिस चीज के लिए पहले मुझे गुस्सा और ग्लानि के भाव आते थे उसी चीज के लिए अब मुझे हँसी और उत्तेजना आ रही थी ,काजल ने मुझे वो बना ही दिया था जो वो मुझे बनाना चाहती थी ,लेकिन अब मैं इसे खुद ही कुबूल कर चुका था …
मैं पर्स के अंदर फिर से हांथ डाला तो मुझे एक कागज का अहसास हुआ ,असल में मैंने हाथ उसकी ब्रा को निकालने के लिए डाला था लेकिन ये जो मुझे मिला था वो एक लेटर था,कागज का एक टुकड़ा ..जो की उसके पर्स के अंदर एक छोटे से थैली में था जो की पर्स के अंदर बना हुआ था ,बाहर से मुझे बस उस कागज का अहसास हो रहा था ,मैं चैन खोलकर देखा तो वँहा कुछ भी नही था ,लेकिन एक छोटा खाना बना था जो की चैन से ढका हुआ था,चैन खोलकर मैं उस कागज तक पहुच गया ..
मैंने एक नजर काजल की ओर डाली वो अभी भी बेफिक्र सो रही थी ,मैंने वो कागज निकाला जो की एक लेटर की शक्ल में था ,
किसी के द्वारा उसे टाइप किया गया था …
लिखा था ..
l5 u9 m3 m9 u8
l7 m1 m6
u3
530
लिखा था मैं तो चक्कर में ही पड़ गया लेकिन मैंने जल्दी से उसकी फ़ोटो उतार ली और उसे वैसे ही रख दिया …
मैं फिर से लेटा हुआ बस उस फ़ोटो को देख रहा था ,और ये सोच रहा था की आखिर इसमें लिखा क्या है और इसे काजल को किसने दिया है …
मैं कितना भी सोच कर किसी नतीजे में नही आ पा रहा था ,
बस इतना ही समझ आ पाया की ये कागज बस एक सिंपल A4 साइज का पेपर है जो की कोई अभी आम ऑफस में यूज़ होता है ,,,
मैं अपना दिमाग खुजाते हुए सो गया,ये कोई कोड था इतना तो मुझे समझ में आ गया था लेकिन इसे डिकोड कैसे किया जाए ये नही समझ आ रहा था ,ऐसे मुझे बहुत से ट्रिक पता थे लेकिन फिर भी इसे किस तरह से कोड किया गया है मैं सोच में ही पड़ा रहा,,,
आखिर मेरे दिमाग में एक ही नाम आया वो था शबनम…
जो भी हो वो जरूर मुझे इस बारे में बता सकती थी …
*************************
सुबह मेरी नींद काजल के ही प्यार भरे किस से खुली,
मैं उसे प्यार से ही देखता लेकिन मेरे दिमाग में वो कोड आ गया था ,मेरा चहरा थोड़ा उतर गया,
मुझे अब शबनम से मिलने की जल्दी थी ,मैंने होटल पहुचते ही शबनम से मिला और उसे सब कुछ बताया
उसने एक गहरी सांस ली …
“कोड का मतलब तो मुझे भी नही पता देव लेकिन काजल से मैंने कल बात की थी और वो बहुत ही खुश थी शायद उसे कुछ सबूत मिले है या हो सकता है की कोई ऐसा राज उसे पता चल गया हो जिससे उसे अपने दुश्मनों से लड़ने में आसानी हो …”
“शबनम अगर ऐसा है तब तो अच्छी बात है लेकिन ऐसी कौन सी बात है की काजल को कोई ऐसे कोड में कुछ लिखकर दे रहा है ,..”
मैं थोड़ा गंभीर हो गया था
“देव तुम बुरा ना मानो तो एक बात पुछु “
“पूछो ..”
शबनम थोड़ी देर तक मुझे देखती रही जैसे वो ये देखना चाह रही थी मैं उसके बात के लिए तैयार हु या नही ..
“क्या काजल ने तुम्हे निशा के बारे में कुछ कहा था “
ओह तो वो इसलिए इतनी घबराई हुई थी
“हा उसने बहुत कुछ बतलाया था “
“क्या ???”
“वही की निशा मेरे लिए पागल है और वो कुछ भी कर सकती है ,इसी लिए वो कुछ लड़को के चुंगल में भी फंस गई है लेकिन शायद अब सब कुछ ठीक है ,,,शायद नही अब सब कुछ ठीक है ...काजल ने मुझे उसके पागलपन के बारे में बतलाया था ..”
वो मुझे गंभीरता से देखने लगी
“और काजल ने तुम्हे ये नही बतलाया था की निशा ने ही काजल को जिस्म फ़िरोसी के लिए उकसाया था “
मैं सन्न रह गया था क्योकि काजल ने मुझसे कुछ और ही कहा था उसने मुझे कहा था की काजल के बारे में निशा को पता चल गया था इसलिए वो उसे ब्लैक मेल करती थी और मुझसे दूर होने को मजबूर करती थी ,उसके जिस्म की आग थोड़ी कम हो जाए इसलिए वो कभी कभी लड़को से छेड़खानी कर लेती थी और काजल के साथ कभी होटल में भी चली जाती थी लेकिन इससे ज्यादा कुछ नही …
काजल ने मुझसे क्या छुपाया है ???
मेरी नजर को देखकर ही शबनम सब समझ गई थी की मुझे कुछ भी नही पता ..
“वो निशा ही थी जो पहले से ये काम कर रही थी …”
“लेकिन लेकिन जब मैंने उसके साथ सेक्स किया था तो तो वो कुवारी थी “
मैं हड़बड़ाकर ना जाने क्या बोल गया
“तुम्हे कैसे पता “
उसने तीखी निगाहों से मुझे देखा
“उसका खून आया था “
वो जोरो से हँसी
“तुम आज भी उन दकियानूसी बातो को मानते हो देव ...दो बच्चों की मा का भी खून आ सकता है ,कई कारण हो सकते है ,इससे ये नही पता चलता की कोई वर्जिन है या नही “
मैं दंग सा रह गया ,मैं इतने दिनों से इसी कन्फ्यूज़न में था की आखिर अगर निशा के संबंध दूसरे लड़को से भी है तो मेरे द्वारा सेक्स करने पर उसका खून क्यो आया था …
शबनम मेरे चहरे को देखकर थोड़ी उदास सी हो गई
“मुझे माफ कर दो देव की मैं उन बातो पर पहुच गई जो तुम तक नही पहुचनी चाहिए थी ,लेकिन सच यही है निशा बहुत ही खतरनाक लड़की है और …….”
उसके चहरे पर असमंजस का भाव साफ साफ दिख रहा था ,वो अब भी डर रही थी की आखिर जो बात वो कहना चाहती थी वो कहे की नही ..
लेकिन मैंने अपना दिल मजबूत कर लिया था ,चाहे सच कितना भी कड़वा हो मुझे अब सच ही जानना था
“तुम कहो शबनम अब बहुत हो गया मैं और दुविधा में नही जी सकता मुझे सच सुनना है “
वो थोड़ी शांत हुई और गंभीर स्वर में बोलने लगी
“असल में काजल ने तुमसे दोस्ती और शादी भी निशा के कारण ही की थी “
मैं पास पड़े हुए चेयर में धम से बैठ गया
“काजल को लगने लगा था की तुम ही एक जरिया हो जिससे निशा उसके कंट्रोल में रह पाएगी ,लेकिन उसकी मजबूरी की उसे तुमसे प्यार हो गया ,निशा और काजल दोनो ही तुम्हे इन सबसे दूर रखना चाहते थे ,उन्होंने अपनी बहुत कोशिस भी की कई सालो तक तुमसे उनकी हर सच्चाई छुपी रही लेकिन ,,,लेकिन तुम इनसब में फंस ही गए …
देव मैं जानती हु की काजल ने निशा की वजह से तुमसे पहले तो प्यार का नाटक किया था ताकि निशा की मदद से वो अपने बदले को पूरा कर सके लेकिन वो तुमसे सच में प्यार करने लगी ,इसका सबूत ये है उसने तुमसे शादी कर ली ,निशा और काजल के बीच ये डील थी की वो तुम्हे दोनो की सच्चाई से दूर रखेंगे,और यही कारण था की जब पूर्वी के साथ वो हादसा हुआ तो निशा भड़क गई थी ,लेकिन …….वो अब भी तुमसे प्यार करती है देव …”
शबनम इतना ही बोल पाई थी
“लेकिन जब मैं कालेज में था और मेरी मुलाकात काजल से हुई थी तब तो निशा गांव में थी “
शबनम ने एक गहरी सांस ली
“इसका जवाब तो निशा काजल ही दे सकते है ,या फिर …”
”या फिर क्या शबनम “मैं जैसे चीख ही पड़ा
“वो कोड जो उस कागज में है ,क्योकि वो ना सिर्फ काजल से जुड़ा हुआ है बल्कि जैसा मुझे लगा वो शबनम से भी जुड़ा हुआ है ….”
वो इतना कह कर चुप हो गई ………...
|