RE: non veg story रंडी खाना
मैं सुबह से ही बिना खाए पिए ही होटल चला गया ,आज मेरा दिन बिलकुल ही बेकार होने वाला था ऐसा मुझे लग रहा था ,लेकिन किसे पता था की क्या होना है ,सुबह से ही मैं होटल स्टाफ को व्यस्त रखा था ,सभी मेरे स्वभाव से परचित थे इसलिए उन्हें भी ये शक हो चला था की मैं आज बिलकुल ही अपसेट हु,दोपहर को रश्मि आई और आते ही उन्होंने मुझे अपने केबिन में बुलाया,
"क्या बात है आज बहुत ही उदास हो ,"मैं अब भी सर झुकाए खड़ा था,
"तु सर कब उठाएगा मादरचोद"रश्मि चिल्ला के बोली की मेरी रूह भी काप गयी ,और मेरे आँखों ने अपने सब्र का बांध तोड़ दिया मैं रोने लगा ,रश्मि ऐसे तो बहुत ही खतरनाक और प्रोफेशनल लड़की थी पर ना जाने उसे क्यों मेरे लिए एक सहानभूति सी पैदा हो गयी थी ,मैं काँपता हुआ और रोता हुआ वहा खड़ा था और वो मेरे पास आकर मुझे एक पानी का ग्लास पकड़ा देती है ,और धीरे धीरे मेरे सर पर अपना हाथ घुमाने लगती है ,मुझे कुछ कुछ आराम मिला और मैंने सोचा भी नहीं था की इस होटल की मालकिन और इतने बड़े बाप की ये बिगलैड लड़की मुझे इसतरह से प्यार दिखाएगी ,
"देव जानते हो पापा ने मुझसे यहाँ की जिम्मेदारी देते हुए कहा था की तुम्हे यहाँ से निकाल दू ,तुम किसी काम के नहीं ,"मैंने सर उठाया तब तक वो अपने खुर्सी में जाकर बैठ चुकी थी ,
"लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया क्योकि मुझे पता है की तुम कितने काम के हो ,हमारा होटल बिना कुछ गलत काम किये भी चल रहा है तो वो तुम्हारे ही लगन और मेहनत के बदोलत है ,हा यहाँ पर वक्त के साथ बदलाव की भी जरुरत है और वो शायद दुनिया के नजर में गलत भी हो पर ..................बिजिनेस में सब जायज हो जाता है समझे मिस्टर "रश्मि हलके से हसी वही मेरा दिल भी थोडा हल्का हो गया था ,मैं अब रश्मि को देखने का साहस कर सकता था,
"देव तुम मुझे एक मालकिन के तरह नही एक दोस्त की तरह मानो जो भी आईडिया तुम्हारे दिमाग में हो वो मुझे खुलकर बताओ ,खुलकर यानि समझते हो ना ,खुलकर बिना किसी भी हिचक के ,मैं तुम्हे एक और मौका देती हु ,पापा को गलत साबित करने का ,सोचो अगर तुम्हारी नौकरी गयी तो तुम्हारी बहनों का क्या होगा ,"रश्मि की सहानभूति और अपनत्व ने मुझे जीत लिया था ,मैं क्यों उदास हु और मैं क्यों वो ना करू जो तरक्की के लिए और पैसे कमाने के लिए जरुरी है ,मेरी बीवी तो अपना जिस्म भी इस नौकरी के लिए लगा रही है ,उसे तो कभी गलत नहीं लगा होगा और मैं किसी दूसरी लडकियों के लिए भी शर्मा रहा हु ,
"मेडम मैं आपकी बातो को समझ गया ,मैं अपना दिलो जान लगा दूंगा इस होटल के लिए ,ये होटल ही यहाँ का नंबर वन होटल होगा ,मेरा आपसे वादा है ,"मैंने इतने जोश से बोला की रश्मि भी खुस हो गयी और आश्चर्य से मुझे देखने लगी ,
"ह्म्म्म बढ़िया लेकिन देव तुम मुझे मेडम बुलाना छोडो यार मुझे रश्मि ही बुलाया करो .पता नहीं तुमसे कुछ अपना सा लगता है मुझे तुम अच्छे आदमी हो ,और अगर कोई आईडिया हो तो बताओ अभी "मेरे भी चहरे पर एक मुस्कान आ गयी ,
"मेडम जी ,(रश्मि ने मुझे घुर के देखा ) सॉरी रश्मि एक आईडिया तो है मेरे पास "वो उत्सुकता से मुझे देखने लगी
"हमें कुछ लडकिया हायर करनी पड़ेगी "रश्मि हसने लगी
"ये भी कोई बात हुई कल ही तो ये बात हमने कही थी ,और मैंने कुछ प्रोफेशनल लोगो से बात भी की है ,वो भी लडकियों की सप्लाई करने को मान गयी है ,"
"नहीं मेडम,सॉरी रश्मि (रश्मि हसने लगती है ) मैं प्रोफेसनल लडकियों की बात नहीं कर रहा हु ,मैं बात कर रहा हु ऐसी लडकियों की जो प्रोफेसनल ही ना दिखे ,वो बिलकुल सामान्य सी यहाँ पर काम करने वाली लडकिया लगनी चाहिए ,मैंने अधिकतर देखा है की लोग शरीफ लडकियों के साथ करना चाहते है ,प्रोफेशनल तो उन्हें कही भी मिल जाएगी पर सामान्य सी खुबसूरत और कामकाजी लड़की जिसे वो पटाने की सोच भी नहीं सकते बस देख कर ही खुश रहते है वो अगर उन्हें मिल जाए तो कैसा रहेगा ,"रश्मि ने मुझे बड़े गौर से देखा
"ह्म्म्मम्म देव ,.....देव यार तुम तो शराफत से सीधे ही कमीनेपन में उतर आये मैंने सोचा नहीं था की तुम इतने बड़े कमीने होगे ,पर ये होगा कैसे एक पढ़ी लिखी लड़की जिसे हम उसके क्वालिफिकेशन के आधार पर जॉब में रखेंगे वो क्यों अपना जिस्म का सौदा करने देगी ,"मेरे चहरे पर एक कातिल मुस्कान निखर गयी ,
"हमें जादा कुछ भी करना है बस कुछ ऐसी बन्दिया हमें चाहिए जो ये काम पहले से कर रही है ,जैसे मेहता ग्रुप वाली HR शबनम ,"रश्मि की आँखे चौड़ी हो गयी ,मैंने अपनी बात जारी रखी ,
"देखिये होगा ये की ये सिर्फ क्लाईंट का मनोरंजन ही नहीं करेंगी बल्कि यहाँ काम करने वाली लडकियों को भी इस काम के लिए उक्सयेंगी ,उन्हें पैसे और मजे का लालच देंगी कोई भी पढ़ी लिखी शरीफ लड़की को भी कभी ना कभी तो इन सब चीजो की जरुरत पड़ती है ना मेडम सॉरी रश्मि जी "रश्मि ने हसकर मुझे देखा ,
"हम्म्म्म तुम सही कह रहे हो ,एक और लड़की है मेरे दिमाग में जो इस काम में एक्सपर्ट है ,काजल .................(मेरा चहरा ही उतर गया जिसे उसने समझ लिया था )सॉरी वो तो संस्कारी लड़की है ना जैसा तुमने कहा था ,"
"नहीं मुझे समझ आ चूका है वो संस्कारी तो नहीं है पर मैं उसके साथ काम नहीं करना चाहता,"रश्मि ने अपने भव चड़ा लिए ,
"क्यों "
मैं ख़ामोशी से उसे देखता रहा जैसे मैं अपने सपनो में गम हो चूका था
"बस समझ लीजिये की उसने मेरा दिल तोडा है और अब वो भी मेरे लिए वैसे ही दुश्मन है जैसा की अजीम आपके लिए "मैंने रश्मि के कमजोर नश पर हाथ रख दिया था ,पर उसके चहरे पर एक मुस्कान खिल गयी उसे भी ये समझ आ चूका था की मैं और वो मिलकर खान के होटल को बर्बाद कर सकते है पर कैसे ...ये एक कहानी ही थी ........
मैं आज घर लेट से जाने का प्लान बनाया मुझे शबनम से अपने होटल को जॉइन करने की बात करनी थी,ये तो स्वाभाविक था की वो बहुत ज्यादा कीमत बोलने वाली थी लेकिन उसके पास वो हुनर था जो कोई सामान्य लड़की के पास नही मिलता….
वो पढ़ी लिखी थी शादी शुदा थी,दिखने में कातिल सी खूबसूरत थी और सबसे बड़ी बात वो अपने जिस्म का सौदा करना और उसकी कीमत दोनो जानती थी….यंहा का मैनेजर तो मैं था लेकिन उसे हमने HR का पोस्ट देने की सौची,अभी जो HR का काम देख रही थी वो भी बहुत टैलेंटेड लकडी थी इसलिए उसे हटाने की जगह हमने दो पोस्ट बना दिए...क्योकि इसे कुछ अलग ही काम करना था….
मैं होटल के ही रेस्टारेंट में बैठा हुआ शबनम का इंतजार कर रहा था...
“हाय देव “
वो बला की खूबसूरत लग रही थी…जिसपर मेरी नजर थोड़े देर के लिए जम ही गई थी..
|