RE: Nangi Sex Kahani सिफली अमल ( काला जादू )
मैं धीरे धीरे सीडियो से नीचे तहख़ाने में आया...चारो ओर एक अज़ीब सी बदबू छाई हुई थी.....मैने माशालो में आग लगाई जो दीवार में फासी हुई थी वो जली नही मैं मशाल लिए नीचे उतरा अचानक देखता हूँ एक क़बर बंद पड़ी है उसपे धूल मिट्टी जमी हुई है....मुझे उसी रात याद आया कि किस तरह पिशाच अपने रानी को लिए इस तहख़ाने में दाखिल हुआ था
मेरा पूरा बदन सिहर उठा...मैने जल्दी से पास जाके उस क़बर को खिसकाने की कोशिश की पूरी ताक़त लगाई और मैने उस क़बर को खोल डाला और तभी एक हाथ एकदम से बाहर निकला वो हाथ किसी इंसान का नही था....
.चार्ल्स के पाँव को अचानक किसी हाथ ने पकड़ लिया...."आहह"......चार्ल्स चिल्लाके गिर पड़ा....उसके उपर हावी होती वो पिशाच उसके करीब आने लगी उसकी गर्दन पे उसकी निगाहें थी.."ब..चाओ नहियिइ नहिी".......चार्ल्स ने क्रॉस को निकालना चाहा पर उसे पिशाच ने बहुत कस्स्के जकड़ा हुआ था.....और ठीक उसी पल वो दाँत उसके चेहरे के एकदम करीब बढ़ने लगे......और ठीक तभी उसे बला को जकड़ते हुए शीबा ने दूसरी ओर फ़ैक् डाला चार्ल्स शीबा को देख कर हड़बड़ा उठा
शीबा उसे अपनी खौफनाक भरी निगाहो से देख रही थी...वो पिसाच उसे ही घूर्र रहा था और दोनो एक दूसरे पे जैसे हावी हो गये...चार्ल्स घबराए हुए उनकी ओर देख रह था....शीबा ने उसकी गर्दन पे दाँत गढ़ा दिए और उसकी गर्दन को मरोड़ डाला....वो पिशाच तड़प्ते हुए ज़मीन पे गिर पड़ा..चार्ल्स ने उसकी छाती पे क्रॉस गाढ दिया.....वो चिल्ला उठी और उसके बाद राख बनके गायब
चार्ल्स : तुमने मेरी जान बचाई उसका शुक्रिया
शीबा : आसिफ़ कहाँ है?
चार्ल्स : वो तहखानो में गया है ड्रॅक्यूला की लाश को ढूँढने
शीबा : क..क्या? आपने उसे अकेले क्यूँ भेजा???
चार्ल्स : वो माना नही
शीबा की निगाहें भारी होने लगी और वो तेज़ी से क़िले की ओर भागने लगी....चार्ल्स चिल्लाता रह गया पर वो नही रुकी..
.धीरे धीरे उस तहख़ाने से निकलता एक जिस्म ठहाका लगाते हुए बाहर निकाला....आसिफ़ एकदम घबरा गया वो पिशाचनी कोई और नही राजा की बीवी रानी क्रिसटीना थी....जो खून की महेक को सूंघते हुए अपने सामने खड़े आसिफ़ की ओर देखने लगी...
"वही ठहर जाओ तुम नापाक शैतान वरना तुम्हारी गर्दन को सर से अलग कर दूँगा"........आसिफ़ ने उसे ललकारा...
लेकिन वो पिशाचनी धीरे धीरे क़बर से उतरते हुए उसकी ओर आने लगी..."हा हा हा हा शिकार खुद यहाँ चलके आया है और अब तुम्हें अहसास होगा मौत के कहेर का".......
दीवार के उपर के माले पे घूम रहे राजा स्किवोच ने मेरी ओर देख कर ठहाका लगाते हुए कहा...."मेरे पास आओ मेरे करीब"......वो शैतान बेहद मेरे करीब था....अब धीरे उसका चेहरा मेरी गर्दन के करीब आने लगा...कोई चीज़ मुझे उसकी तरफ खींचें जा रही थी....मेरे हाथ बार बार तलवार को नीचे किए जा रहे थे
और ठीक उसी पल ड्रॅक्यूला मुस्कुराने लगा.....इतने मे एक आवाज़ मुझे अपने कानो में पड़ी "रुक्क जाऊओ"........शीबा बाजी की आवाज़ को सुन मैं काँप उठा और इतने मे उस पिशाचनी ने मुझपे अभी हमला करा ही था...कि इतने में मेरी तलवार उसके पेट के आर पार होती चली गयी....
"आहह उघह"......."क्रिस्ट्टिन्नॅयायया".........दहाड़ उठा राजा स्किवोच
और ठीक तलवार को आर पार करते हुए एक ही झटके में उसे बाहर खींचा क्रिसटीना अपने ज़ख़्म पे हाथ रखके ज़मीन पे गिरने को हो गयी और उसे ड्रॅक्यूला ने उसी पल बाहों में समा लिया..."ओह्ह क्रिस्टीना न्हीई नहिी मुझी तुम छोड़के नही जा सकती क्रस्टिना क्र्स्टिना".....और गूँज़ उठी कान के पर्दो को फाड़ देने वाली वो दहाड़...जिसे सुनके चार्ल्स भी क़िले की ओर देखने लगा ख़ौफ़ से.....तूफान काला बादल बनके पूरे क़िले को घेर चुका था....क्रिसटीना की लाश राख बनके ड्रॅक्यूला के हाथो से गिरती चली गयी....लेकिन इस बार उसकी नज़रों मे हिंसा थी और वो बहुत ही तेज़ी से फुकार मारते हुए मेरी ओर दहाड़ उठा....पूरा क़िला मानो काँपने लगा.."तुमने मुझसे प्यार छीन लिया मैं तुम दोनो मार डालूँगा"........राजा हमारी ओर आने लगा...शीबा बाजी की गर्दन उसके हाथो में जकड़ी जा चुकी थी...उसकी खौफनाक आखे शीबा बाजी की ओर गढ़ सी चुकी थी
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