RE: Indian Sex Story खूबसूरत चाची का दीवाना र�...
राज भी उठा और जल्दी से नहा के शॉपिंग जाने के लिए तैयार हो के अपनी आंटी के बेड पे बैठा अपनी आंटी का इंतजार करने लगा… रजनी कुछ ही देर में नहा के अपने जिस्म पे टावल लपेटे बाथरूम से बाहर निकली…
राज : वाउ आंटी तुम तो जन्नत की परी लग रही हो…
रजनी : राज तुम यहाँ क्या कर रहे हो…?
राज : अपनी परी का इंतजार… आज तुम्हें मैं अपने हाथों से तैयार करूँगा… आज मैं अपनी सेक्सी आंटी के सेक्सी जिस्म को अपने हाथों से सजाउन्गा….
अपने भतीजे की बात सुन के रजनी शरमा ने लगी…
रजनी : ठीक है… लेकिन कोई शरारत नहीं…
राज उठा और अपनी आंटी के पास गया… उसने अपनी आंटी के सेक्सी जिस्म पे से टावल हटा के उसे बेपर्दा कर दिया…
फिर उसने बॉडी फिट टी-शर्ट उठाई और अपनी आंटी के दोनों गुलाबी निप्पल को किस कर के उसे वो टी-शर्ट पह नाने लगा…
रजनी : अरे बुद्धू पहले मुझे ब्रा तो पहना…
राज : जी नहीं… आज तुम मेरे साथ बिना ब्रा पैंटी पहने ही शॉपिंग पे चलोगी…
ये कह के राज ने अपनी आंटी को वो बॉडीफिट टी-शर्ट पहना दी… वो टी-शर्ट रजनी के पेट तक भी नहीं पहुँच रहा था… रजनी का सेक्सी पेट और गहरी नाभी उस टी-शर्ट में नहीं छुप रही थी… फिर राज नीचे घुटनों पे बैठ गया… उसने अपनी आंटी की सेक्सी नाभी को चूमा और उसमें अपनी जुबान फिराने लगा…
रजनी अपने भतीजे की इस हरकत पे मस्ती में सिसक उठी…
रजनी : आआआअहह… म्म्म्मममम…हाई… राज ये तू क्या कर रहा है…? तू मुझे कपड़े पहना रहा है… या मस्ती चढ़ा रहा है…हाई…. ऐसा मत कर… प्लीज़…. कहीं ऐसा ना हो की मैं बहक जाऊं… और तेरा 8 इंच का मस्त लंड अपनी चूत में लेने के लिए तड़पने लगूँ… मैं अभी चुदाई के मूंड़ में नहीं… बल्कि शॉपिंग करने के मूंड़ में हूँ… चल अब ये मस्ती छोड़ और जल्दी से मुझे तैयार कर…
राज अपनी आंटी को घुमा के उसके दोनों मस्त उभरे हुए गद्देदार चुतड़ों को चूमता है… और अपने हाथों से अपनी आंटी के चूतड़ को फैला के आंटी की गांड के गुलाबी छेद को चूम के अपनी जुबान से चाट के कहता है…
राज : हाई आंटी कितने सेक्सी चूतड़ हैं तुम्हारे… एक दम नरम मुलायम सेक्सी गुलाबी बिलकुल रेशम जैसे… और तुम्हारी सेक्सी गांड का सेक्सी गुलाबी वर्जिन छेद तो और भी प्यारा है… मेरा तो दिल चाहता है की मैं तुम्हारे सेक्सी चूतड़ को खूब प्यार करूँ… तुम्हारी गांड के छेद को खूब चूम के चाट के इनका मजा लूँ… और अपना लंड तुम्हारी वर्जिन गांड में डाल के इसका उद्घाटन करूँ…
अपने भतीजे की जुबान को अपनी गांड के छेद पे महसूस कर के रजनी मस्ती में सिसक उठती है… म्म्म्मममम… पर फिर अपने भतीजे की बात सुन के वो सिहर जाती है… उसके भतीजे का 8 इंच का लंड तो उसकी गांड को फाड़ के रख देगा… ये सोच के वो डर के मारे फौरन घूम जाती है…
रजनी : नहीं राज पागल मत बनो… ये क्या कह रहे हो… तुम ये अच्छे से जानते हो की चूत और गांड में बहुत फर्क होता है… चूत चाहे कितनी भी टाइट क्यों ना हो… वो बड़े से बड़ा लंड अपने अंदर ले सकती है.. पर गांड में वो बात नहीं हो थी.. बड़ा लंड लेने से गांड फॅट जाती है.. और वैसे भी मेरी गांड वर्जिन है.. मेरी गांड का टाइट छेद तुम्हारे 8 इंच के मूसल जैसे लंड को बर्दाश्त नहीं कर पाएगा.. मेरी नाज़ुक गांड फॅट जाएगी..
मैं अपनी गांड फड़वाना नहीं चाहती…इस लिए मेरी गांड में अपना लंड डालने के बारे में सोचना भी मत… अब मेरी गांड को प्यार करना छोड़ और जल्दी से मुझे स्कर्ट पहना…
राज आंटी को अपनी तरफ घूमता है और आंटी की चिकनी चूत को चूम के उसपर लिपस्टिक लगाने लगता है…
रजनी : राज ये तू क्या कर रहा है…?
राज : कुछ नहीं आंटी… वो मैं लिपस्टिक लगा रहा हूँ…
रजनी : पर तू गलत जगह पे लिपस्टिक लगा रहा है… लिपस्टिक होठों पे लगाई जाती है… ना की चूत पे…
राज : बिलकुल ठीक कहा आंटी आपने… मैं भी तो वही कर रहा हूँ…
रजनी : पर मेरे लाल मेरे होंठ मेरे चेहरे पे हैं चूत पे नहीं…
राज : आंटी चेहरे के होठों पे तो लिपस्टिक सब लगाते हैं… लेकिन औरत के असल होंठ तो चूत पे होते हैं… उन्हें तो कोई पूछता ही नहीं… औरत की असल खूबसूरती और मस्ती तो चूत में होती है… मैं उसी पे लिपस्टिक लगा के उस की खूबसूरती बढ़ा रहा हूँ…
रजनी : पर बेटा चूत के होठों पे लिपस्टिक लगाने से क्या फायदा… ना ही वो किसी को नज़र आते हैं और ना ही मैं उन्हें किसी गैर को दिखा सकती हूँ…
राज : तो मैंने कब कहा की तुम इन हे दूसरों को दिखाओ या फिर इन की नुमाइश करो… ये तो मैं अपने देखने के लिए इन पे लिपस्टिक लगा के इन को खूबसूरत बना रहा हूँ… और खबरदार जो तुम ने इन्हें मेरे सिवाए किसी और को दिखाया तो… तुम्हारी ये सेक्सी और रसीली चूत मेरी है सिर्फ़ मेरी… आज के बाद से इन पे सिर्फ़ मेरा हक़ है…
रजनी : तो क्या मैं इन्हें तुम्हारे अंकल को भी नहीं दिखा सकती…
राज : नहीं अंकल को भी नहीं… अगर तुम ने अपनी ये चूत मेरे सिवाए किसी और को दिखाई तो मैं तुमसे बेहद नाराज़ हो जाऊंगा और फिर कभी तुम्हारी चूत में अपना लंड डाल के तुम्हें जन्नत की सैर नहीं कराउन्गा…
अपने भतीजे की बात सुन के रजनी को मस्ती चढ़ने लगी और उसकी चूत गीली होने लगी…
रजनी : अरे मेरे राज मेरे लाल तू नाराज़ क्यों होता है…? मैं आज के बाद मैं अपनी ये चूत तेरे अंकल को भी नहीं दिखाऊंगी… आज से बल्कि अभी से मेरी इस चूत पे और मेरे पूरे जिस्म पे सिर्फ़ तेरा हक़ है… सिर्फ़ एक चीज़ को छोड़ के…
राज : एक चीज़… कौन सी एक चीज़…
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