RE: Indian Sex Story खूबसूरत चाची का दीवाना र�...
रजनी को अब पूरा मजा आने लगा… वो चुदवाने के पूरे रंग में आ चुकी थी…
रजनी : हाई… आआआहह… चोद बेटा… चोद डाल मेरी चूत को… भर दे इसे अपने मस्ताने लंड के वीर्य से…हाई… म्म्म्ममम… बड़ा मजा आ रहा है मुझे… आज तू मेरी चूत को खूब रगड़ रगड़ के चोद… फ़ाआड़ डाल आज मेरी चूत को…
रजनी मस्ती में अपने चूतड़ बेड से ऊपर उछाल उछाल के अपने भतीजे का लंड अपनी चूत में लेने लगी…
अभी तक मस्ती में रजनी की चूत 2 बार पानी छोड़ चुकी थी… राज पूरी मस्ती में अपनी आंटी की चूत को खूब हुमच हुमच के चोदने लगा… वो अब झड़ने के करीब पहुँच गया…
दोनो पूरी मस्ती में एक दूसरे को चोद रहे थे…
फ़च फ़च की आवाज़ पूरे कमरे में गूँज रही थी…
धक्कों की रफ्तार राजधानी को मात दे रही थी…
फिर एक ज़ोर की सिसकारी के साथ रजनी झड़ने लगी…
आआाागघ…
राज से भी अब और रुका ना गया और उसका लंड वीर्य की पिचकारी आंटी की चूत में मारने लगा… दोनों एक दूसरे के जिस्म से चिपके हुए झड़ने लगे… झड़ने के बाद निढल होकर बेड पे ढेर हो गये…
कुछ देर आराम करने के बाद रजनी एक अंगड़ाई ले के उठती है और अपने भतीजे लंड को चूम के नहाने चली जाती है… नहा के जब वो फ्रेश हो के बाहर आती है तो देखती है की उसका भतीजा बेड पे नंगा लेटा हुआ है… वो चुपके से अपने भतीजे पास जाती है… और अपनी यूज़्ड पैंटी अपने भतीजे को पहना देती है… फिर उसके होठों को चूम के उसे उठाती है…
रजनी : राज उठो…
राज नींद से जागते ही अपनी आंटी को अपनी बाहों में लेने लगता है… पर रजनी फौरन उस से दूर हो जाती है…
रजनी : अभी कोई मस्ती नहीं… पहले जा के नहा लो…
राज : आंटी कम से कम एक किस तो दे दो…
रजनी : नहीं… पहले नहा के आओ…
राज जैसे ही बेड से उठता है उसकी नज़र अपने लंड की तरफ जाती है… वो खुद को अपनी आंटी की पैंटी में देख के चौंक जाता है…
राज : आंटी ये मेरे जिस्म पे तुम्हारी पैंटी कहाँ से आई…
रजनी : वो… क्या है की… मेरी ये पैंटी… मैंने ही तुम्हें पहनाई है…
राज : क्या मैं ये जान सकता हूँ की मेरी जान ने अपनी ये पैंटी मुझे क्यों पहनाई…
रजनी : बस ऐसे ही… मेरा दिल चाहा तो मैंने तुम्हें अपनी ये पैंटी तुम्हें पहना दी… क्यों मैंने कुछ गलत किया क्या…?
राज : नहीं आंटी… तुमने कुछ गलत नहीं किया… पर देखो ना मेरा लंड तुम्हारी इस सेक्सी पैंटी में नहीं समा रहा…
रजनी : कैसे समाएगा… इंसान का लंड होगा तब तो घुसेगा ना मेरी पैंटी में…
राज : मतलब…
रजनी : मतलब ये मेरे राजा की तेरा ये लंड किसी इंसान का नहीं है… बल्कि ये तो किसी घोड़े का है… अब भला घोड़े का लंड मेरी छोटी पैंटी में कहाँ से समाएगा…
राज : क्यों जब मेरा ये लंड तुम्हारी छोटी सी टाइट चूत में पूरा 8 इंच समा सकता है तो फिर ये तुम्हारी पैंटी में क्यों नहीं समा सकता…
रजनी : अरे मेरे भोले सनम… चूत की बात कुछ और होती है… छोटी से छोटी चूत भी बड़े से बड़ा लंड अंदर ले सकती है पर पैंटी नहीं…
रजनी : तू मेरी इस पैंटी में अपना लंड मत घुसा… कहीं ऐसा ना हो की मेरी ये पैंटी फॅट जाए…
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