RE: Indian Sex Story खूबसूरत चाची का दीवाना र�...
रजनी : ठीक है… तू ही कर दे मेरे जिस्म के बाल साफ… जा जल्दी से अपना शेविंग किट ले आ…
राज फौरन जा के अपना शेविंग की ले आता है…
और आंटी को पकड़ के बाथरूम में ले जाता है… वहाँ वो कमोड पे बैठ जाता है… और अपनी आंटी को सामने खड़ी होने को कहता है… आंटी का पेट ठीक उसके मुंह के सामने है… राज फौरन आंटी का पेट चूम के नाभी में अपनी जुबान फिराने लगता है…
रजनी मस्ती में सिसक के फौरन पीछे हो जाती है…
रजनी : राज मस्ती नहीं… तुम जो करने आए थे वो करो… नहीं तो मैं चली…
राज : नहीं आंटी… तुम मत जाओ… प्लीज़… मैं क्या करूँ आंटी तुम्हें देख के मुझे मस्ती चढ़ने लगती है…
रजनी : वो मैं कुछ नहीं जानती… अगर तुम ने मस्ती की तो… मैं चली…
राज : अच्छा आंटी अब मैं कोई मस्ती नहीं करूँगा…
ये कह के राज ने शेविंग ब्रश गीला किया और आंटी से कहा की अपना एक हाथ उठा के सर के ऊपर कर लो…
रजनी ने वैसा ही किया…
राज ने ब्रश पे मैंने शेविंग क्रीम लगाई और उनकी आर्मपीट पे रख के पहला स्ट्रोक लगाया तो वो मचल उठती…
रजनी : आआआहह…हाई… जानूं गुदगुदी हो रही है…
राज : आंटी थोड़ा गुदगुदी बर्दाश्त कर लो…
रजनी ने ठीक से खड़ी रहने की कोशिश की… लेकिन राज के ब्रश लगते ही वो फिर से मस्ती और गुदगुदी में हिल गयी… आंटी को बड़ी गुदगुदी लग रही थी…
राज : आंटी ऐसे काम नहीं चलेगा… रुको मैं कुछ करता हूँ…
ये कह के राज ने अपनी आंटी की एक चूची अपने हाथ में पकड़ ली और आंटी की बगल में ब्रश चलाने लगा…
रजनी मस्ती में सिसक उठी… आआआहह… म्म्म्मम… राज ये क्या कर रहा है…
राज : आंटी ऐसे तुम्हें गुदगुदी कम लगेगी…
रजनी : हाई… ऐसे भले ही मुझे गुदगुदी कम लगेगी… मगर मस्ती जो चढ़ेगी उसका क्या…?
रजनी की चूत में सनसनी दौड़ने लगी…
आआआहह… म्म्म्ममम… ऊऊऊहह…
राज मजे से आंटी की चूची को दबाते हुए उनकी आर्मपीट में ब्रश घुमाने लगा…
इस तरह से दोनों को मजा आ रहा था… एक आर्मपीट पर फोम बनाने के बाद राज खुद उठ के खड़ा हो गया और उसने अपनी आंटी को कमोड पे बैठा दिया… और फिर अपनी पेंट निकाल दी और अपना खड़ा लंड आंटी के मुंह के पास हिलाते हुए उसने आंटी की आर्मपीट पे रेज़र चलाया…
रजनी मस्ती में सिसक उठी… आआआहह… म्म्म्ममम… ऊऊऊहह…
राज मस्ती में अपनी आंटी की चूची दबाते हुए आर्मपीट शेव करने लगा… वो अपना खड़ा लंड आंटी की होठों के पास ऊपर नीचे करके हिलाने लगा… जल्दी ही उनका वो आर्मपीट शेव हो गया… फिर राज दूसरे आर्मपीट को शेव करने लगा…
राज के लंड से प्रेकुं निकल के सुपाडे पे चमकने लगा… राज ने अपनी आंटी की दूसरी आर्मपीट शेव करते हुए अपने लंड के सुपाडे पे लगे हुए प्रेकुं को अपनी आंटी के होठों पे लगा दिया… उसकी आंटी इतनी मस्ती में थी की उसे इस बात का पता भी नहीं चला… वो तो बस मस्ती में अपनी आँखें बंद करके अपना मुंह खोले सिसकारी ले रही थी… आआआहह…
ऊऊऊहह…
राज को जाने क्या सूझा… उसने मौके का फायदा उठाया और अपनी आंटी के खुले मुंह में अपने लंड के सुपाडे को अंदर बाहर करते हुए उनकी आर्मपीट शेव करने लगा…
कुछ ही देर में रजनी की दोनों आर्मपीट शेव हो गई… और जैसे रजनी ने अपनी आंखें खोली और अपना खुला मुंह बंद किया… सामने का नज़ारा देख और अपने भतीजे लंड का सुपाडा अपना मुंह में महसूस करके वो मस्ती में उछल पड़ी… उसके होश उड़ गये… उसका जिस्म मस्ती में काँपने लगा… और वो अपने भतीजे लंड का सुपाडा अपने मुंह में लिए झड़ने लगी… उसकी चूत से रस की नदी बहने लगी…
कुछ देर बाद जब उसे होश आया तो उसने अपने भतीजे का लंड अपने मुंह से बाहर निकाला और अपना सर झुका के शरमाते लगी…
रजनी : राज… ये क्या था… तुम ये क्या कर रहे थे…
राज : आंटी… वो मैं… तो बस ऐसे ही… प्लीज़ आंटी…
राज : वो आंटी… वो उस वक्त तुम बहुत सेक्सी लग रही थी… तुम्हारा मुंह खुला हुआ था… तो…
रजनी : तो क्या…? मेरा मुंह खुला हुआ था… (“रजनी ने अपने भतीजे 8 इंच के लंड को देखते हुए कहा”) तो इसका ये मतलब नहीं… की तुम उस में कुछ भी डाल दो…?
राज : सॉरी आंटी… वो ना जाने उस वक्त मुझे क्या हो गया था… वो तो बस हो गया…
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