RE: Indian Sex Story खूबसूरत चाची का दीवाना र�...
उसने पहले मेरे उपर वाले होंठ को चूसा... फिर नीचे वाले होंठ को... मैने मस्ती मे आके अपनी ज़ुबान उसके मूह मे डाल दी... वो मेरी ज़ुबान को चूसने लगा...
हमारी किस 10 मिनट तक चली फिर मैने उसे खुद से अलग किया...
रोहन : माँ तुम अब ज़रा सी भी फिकर मत करो... डॅड गान्डु हैं मगर मैं नही... मेरा लंड 7 इंच का है जो तुम्हे खूब मज़ा देगा... एक बेटे का ये फ़र्ज़ है कि वो अपनी माँ को हर तरहा से खुश रखे... आज से मैं तुम्हे कभी भी लंड की कमी महसूस नही होने दूँगा... आज से मेरा लंड तुम्हारी सेवा मे 24 घंटे तैयार रहेगा...
जूही : अपने बेटे की बात सुन के मैं बेहद खुश हो गई और मैने उसका चेहरा अपने हाथ मे पकड़ लिया और उसके होंठों को वाइल्ड तरीके से चूसने लगी... वो मेरी चूची को दबाने लगा... मेरे निपल को चुटकी मे लेके मसल्ने लगा... मैं मस्ती मे पागल होने लगी... और सिसकारी लेने लगी... म्म्म्मममम... आआआआहह... ऊऊऊहह...
वो अब मेरी चूत को सहलाने लगा... मेरी चूत के दाने को मसल्ने लगा... मुझे तो जैसे जन्नत ही मिल गयी...
मेरी चूत से निकले हुए पानी की खुसबू मेरे बेटे को पागल बना रही थी... वो अब मेरे गले और गालों को चूसने लगा... मैं अपनी आँखें बंद किए मस्ती मे सिर्फ़ अहह उउन्न्ञणणन् की आवाज़ें निकाल रही थी... मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी... वो अब मेरे बूब्स पर एक पागल कुत्ते की तरह टूट पड़ा... और पूरे जोश मे मेरे बूब्स को रगड़ने लगा... मैं दर्द और मस्ती के मारे ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी... पर उसने मेरी तरफ कोई ध्यान नही दिया और मेरी चूंचियों को मूह मे लेके चूसने लगा... मेरे निपल्स को अपने दाँतों से काटने लगा... मुझे अपने बेटे का ये वाइल्ड सेक्स बहुत मज़ा दे रहा था.. करीब 5 मिनट तक मेरी चुचि चूस ने के बाद उसने मुझे छोड़ा... मेरी दोनो चुचि पूरी तरह से लाल हो चुकी थी...
रोहन : माँ अगर तुम्हारी इजाज़त हो तो मैं तुम्हारी रसीली चूत चाटना चाहता हूँ...
जूही : बेटा आज से मैं तेरी हूँ... जो मन मे आए वो कर पर अब मुझे सिर्फ़ एक बार चोद दे मैं बहुत प्यासी हूँ...
रोहन ने मुझे बेड पे लिटाया और मेरी चूत को चाटने लगा... वो एक हाथ से मेरी चूत के दाने को मसलता हुआ दूसरे हाथ की उंगली से मेरी गान्ड के छेद को कुरेदते हुए मेरी चूत से निकल रहे रस को चाटने लगा... मैं मस्ती मे तड़प ने लगी... मैं उस का सिर अपनी चूत पे दबाते हुए ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी...
म्म्म्मममम... आआआआहह... ऊऊऊहह... रोहन मेरे बेटे... और ज़ोर से चूस खा जा मेरी चूत को... है मुझे बहुत मज़ा आ रहा है... मैं झड़ने वाली हूँ... आइईईए... मैं गीईए...
मेरी चूत से रस का सैलाब निकल के मेरे बेटे के मूह मे जाने लगा... जिसे वो मज़े ले के पीता गया... मैं अब एक दमदार चुदाई के लिए पागल होने लगी...
फिर उसे मुझ पर तरस आया और वो उठा और उसने अपना लंड मेरी रसीली चूत पे लगाया और एक ज़ोरदार झटका दिया... उसके लंड का मोटा सुपाडा मेरी टाइट चूत को फैलाता हुआ अंदर घुस गया... मैं दर्द और मस्ती मे चिल्लाई... आआाअगघ... अपनी लाइफ मे मैं पहली बार 7 इंच लंबा और मोटा लंड अपनी चूत मे डलवा रही थी...
वो वहीं रुक गया और मेरी चुचि को दबाने लगा... कुछ ही देर मे मेरा दर्द दूर हो गया और मुझे मज़ा आने लगा...
मैं ज़ोर ज़ोर से मस्ती मे मोनिंग करने लगी...
म्म्म्मममम... आआआआहह... ऊऊऊहह... और ज़ोर से चोद मुझे...
ओउर्र्ररर ज़ूऊओर से म्म्म्मममम... आआआआहह... ऊऊऊहह... मज़ा आ गया गया चूऊद्द्द्द मादरचोद और ज़ोर से म्म्म्मममम... आआआआहह... ऊऊऊहह... अहहहाः... आईयैयाईयाय.. वो पागलों की तरह धक्के मार रहा था.. मुझे उस वक़्त जो मज़ा आ रहा था वो मैं बता नही सकती... मैं एक बार फिर झड गयी फिर शांत पड़ गयी... लेकिन मेरा बेटा अभी भी धक्के मार रहा था.. मैं फिर से अपने बेटे का साथ देने लगी और उसके हर धक्के के साथ अपनी गान्ड उठा उठा कर जवाब दे रही थी... फिर 5 मिनट के बाद वो चरम सीमा पर आ गया... और इस बार हम दोनो एक साथ झड गये. उसके गरम गरम वीर्य की पिचकारी मेरी चूत मे गिरने लगी... झड़ने के बाद वो वैसे ही 5 मिनट तक मेरे उपर ही पड़ा रहा... उसका लंड अभी भी मेरी चूत मे था...
रजनी : क्य्ाआ...? मतलब तू ने अपने बेटे से अपनी चुदाई करवा ही ली...
जूही : हां... अपने बेटे के दमदार लंड से चुदवाने का एक अलग ही मज़ा है... तुझे पता है इसके बाद क्या हुआ...?
रजनी : अपने बेटे से तो तू चुदवा चुकी है... अब इसके बाद भी कुछ बाकी बचा है क्या...?
जूही : हां मेरी जान... इसके बाद का तू सुने गी तो उछल पड़ेगी...
रजनी : क्यूँ ऐसा क्या हुआ उसके बाद...?
जूही : उसके बाद वो फिर से मुझे किस करने लगा...जो मज़ा अपने बेटे को किस करने मे है वो किसी और मे कहाँ...?
फिर मैने कहा कि छोड़ मुझे... मुझे बाथरूम जाना है... वो मेरे उपर से हट गया और मेरे हिलते हुए चुतड़ों को देखते हुए मेरे पीछे पीछे बाथरूम मे पहुँच गया...
उसे एक शरारत सूझी... मैं जैसे ही पिशाब करने के लिए बैठी... उसने मुझे अपनी और खींच लिया और अपने होंठ मेरी की चूत पर लगा दिए...
मुझे उस वक़्त बहुत ज़ोर की पिशाब लगी थी... वो कस कस के मेरी चूत चाट रहा था... मैं तो जैसे पागल सी हो रही थी... और अपनी टाँगे ज़ोर ज़ोर से पटक रही... हाई रोहन क्या कर रहा है... मुझे पìशाब कर लेने दे... फिर जितना चाहे चाट ले ना मेरी चूत...
रोहन : नही माँ... मुझे तो अभी चाटनी है तुम्हारी चूत..
जूही : हाई बेटा ये पागलपन मत कर... हट जा... कहीं ऐसा ना हो की मेरा पिशाब तेरे मूह मे ही निकल जाए...
रोहन : हां तो निकल जाने दो ना अपने पिशाब को मेरे मूह मे... मूत दो अपने बेटे के मूह मे... मैं तो कब्से तरस रहा हूँ... अपनी माँ का अमृत जैसा पिशाब पीने के लिए...
जूही : छी... कैसी बात कर रहा है... मैं अपने बेटे के मूह मे कैसे मूत सकती हूँ...
रोहन : आज तुम्हे अगर पिशाब करना है तो... मेरे मूह मे ही करना पड़ेगा...
जूही : आआआअहह... बीईईटााआ... हॅट मुझे आ रही हैं तू गांदाााअ... हो जाएगा और फिर एक दम से मैने अपनी पिशाब की धार अपने बेटे के मूह मे छोड़ दी..
रजनी : क्य्ाआ...? मतलब... तू ने अपने बेटे के मूह मे पिशाब कर दिया...
जूही : हां... और मेरा बेटा शौक से मेरी चूत चाट ते हुए मेरा पिशाब पीने लगा... मैं अपने बेटे को अपनी चूत से मूह लगा के मेरा पिशाब पीते हुए देख के मस्ती मे झड़ने लगी... आआआहह... बएटााआ... मैं गाईईए... मैं अपने बेटे का सिर अपनी चूत पे दबा रही थी... और वो मेरी चूत से निकल रहे पिशाब और रस को मज़े ले ले के पीने लगा... फिर थोड़ी देर के बाद मेरे बेटे ने उठते हुए कहा...
रोहन : माँ तुम बहुत कमाल की हो... हाई कितना टेस्टी पिशाब और रस है तुम्हारी चूत का... म्म्म्ममम... मज़ा आ गय्ाआ... आज के बाद मैं रोज़ तुम्हारी चूत से मूह लगा के तुम्हारा पिशाब पीऊँगा...
फिर मैने अपने बेटे का लंड मज़े लेके चूसा और उसका टेस्टी वीर्य पिया...
मेरी बात मान तो तू भी अपने भतीजे से चुदवा ले और उस के मूह पे बैठ के उसे अपना पिशाब पिला... और उसका लंड चूस के उसका टेस्टी वीर्य पी... कसम से अपने बेटे जैसे भतीजे के साथ डर्टी सेक्स मे बड़ा मज़ा आ ता है...
रजनी : जी नही... मुझे नही करना ऐसा कुछ भी... ये सब तुझे ही मुबारक हो... चल अब फोन रख बाइ.
|