RE: behen sex kahani मेरी तीन मस्त पटाखा बहनें
"भैया आह्ह्ह्ह।।।।।।आराम से दबाओ दर्द होता है उफ्फफ्फ्फ़ भाई तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है भाई एस्।।।।।आराम से धीरे धीरे सच्ची बहुत दर्द होता है आज तक किसी ने मेरे इनको हाथ नहीं लगाया है पहली बार है सो प्लीज आराम से करो।।।।।" दीदी सिसकते हुए बोली "अरे यार आराम से उफफहहहहहहह आह्ह्ह्हह्ह राज ऐसे नहीं प्लीज़, रुको मैं ब्रा निकालती हूँ वैट।।।उउउफफफ।।।।।।ब्रा फट जाएगा एक मिनट रुको ना क्या जल्दी है अब मैं तुम्हारी हूँ"।
"दीदी क्या करूँ सबर नहीं हो रहा है मुझसे प्लीज जल्दी से निकाल दो ना अपनी ब्रा और मुझे आपके प्यारे बूब्स को नंगा फील करने दो ना आह्ह्ह्हह" मैं दीदी के बूब्स मसलते हुए बोला।
दीदी ने उठ कर अपनी कुर्ती और ब्रा निकाली और मैं झट से उनसे लिपट गया और उनको गर्दन पर कानो पर हर जगह पागलो की तरह किस्स करने लगा और एक हाथ से दीदी के बूब्स दबाने लगा मैं बहुत मजे में था और दीदी भी अब मेरा लंड पकड़ कर मेरी मुठ मारने लगी।
"भैया आह्ह्ह्हह आराम से दबाओ क्या कर रहे हो प्लीज राज दर्द होता है सच, आह्ह्ह्हह हाँ ऐसे अब मेरे निप्पल्स को भी मुँह में डालो और सक करो आहहहह यस भाई मजा आरहा है उफ्फ्फफ्फ्फ़ अपने दाँत मत गढ़ाओ दर्द होता है आराम से करो अब ये तुम्हारे ही है इन्हे आराम से प्यार करो ओह्ह भैया यू मेक मी सो होट सो वेट यस प्लीज बी स्लोली बी केरफुल्ली यस लीक दिस सक्क देम स्लोली लेटस एन्जॉय ब्रदर माय स्वीट लवली राज आई लव यू" दीदी बोली।
"दीदी जोर से करो मैं झड़ने ही वाला हूँ मेरी कम निकलने वाली है दीदी टाइट योर गृप ऑन माय डिक यस दीदी जोर से" कह कर मैंने दीदी के एक बूब को जोर से मस्ला और दूसरे को मुँह में लेकर चबाने लगा दीदी को दर्द हुआ जिससे उन्होंने अपने हाथ की पकड़ मेरे लंड पर मजबूत की और जोर से दो तीन झटके मारे तो मेरे लंड से पानी निकलने लगा उफ़ क्या मजा आरहा था उस वक्त।
दीदी ने मुझे अपने आप से चिपका लिया और अपनी बॉडी में दबा लिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था दीदी ने अभी तक मेरा लंड नहीं छोड़ा था लेकिन आगे पीछे नहीं कर रही थी सिर्फ टाइट पकड़ा हुआ था वो इस काम में एक्सपर्ट लग रही थी।
कुछ देर में मैं शांत हो गया और मैंने दीदी को बेड पर सीधा किया और उनके ऊपर लेट गया और उनके बूब्स सक्क करने लगा और एक हाथ दीदी की सलवार में डाल दिया उफ़ दीदी की चूत बहुत गीली थी मैंने दीदी की चूत के लिप्स पर ऊँगली घुमाई और वो मचलने लगी दीदी बहुत गरम थी और झड़ने के बिलकुल करीब थी थोड़ी ही देर ऊँगली रगड़ने से वो झड़ने लगी और मुझे कस कर पकड़ लिया और हम वैसे ही बेड पर लेटे रहे।।।।।।।।।।।।।।।।
"दीदी कैसा लगा आपको? मजा आया या नहीं और क्या पहले भी कभी किया है ये सब" थोड़ी देर बाद मैंने पूछा।
"नही भैया पहले कभी किसी के साथ नहीं किया लेकिन सच बहुत मजा आया मुझे, आज तुमने मुझे बहुत मजा दिया है राज अब मैं क्या बताऊँ की मुझे कितना मजा आया है आज मैं दूसरी बार झडी हूँ लाइफ में लेकिन ये पहली बार से अच्छा था सच" दीदी बोली।
"दीदी पहले कब झडी थी आप और किसने आपको झड़ाया था" मैंने पूछा।
"वो क्या है ना जब मैं १८ साल की थी तब मेरी एक सहेली की शादी हुई तो उसने मुझे सेक्स के बारे में बताया था तब मैं रात को उसकी बात सोचते हुए सोयी तो सपने में मैंने फील किया की कोई मेरे साथ सेक्स कर रहा है और मजे में मैं झड़ गई लेकिन तब मुझे पता नहीं था तो मैंने मेरी उसी सहेली से इस बारे में पूछा तो उसने बताया की इसे झड़ना कहते है, और सच भैया आज तुम्हारी वजह से मैंने जागते हुए भी फील कर लिया आई लव यू" दीदी मेरे गाल की किस लेती हुई बोली "आज से तुम मेरे लवर हुए अभी जब चाहे हम मजे कर पाएंग़े, ओके तो अब मैं जाती हूँ बहुत रात हो गई है"।
कह कर दीदी ने अपने कपड़े पहने और मुझे गुड नाईट किस करके अपने रूम में चली गई।
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