RE: behen sex kahani मेरी तीन मस्त पटाखा बहनें
हम सभी लोग अपनी फॅमिली में मतलब मम्मी पापा मैं और मेरी तीनो बहने बहुत अच्छा वक्त गुजार रहे थे लेकिन मम्मी के डेथ के बाद कुछ महीनो के लिए सब कुछ बिखर सा गया था ।
खेर होनी को कौन टाल सकता है सो धीरे धीरे हमारी लाइफ भी वापस नार्मल हो गई और सब कुछ फिर से वैसा ही चलने लगा।
ये बात तब की है जब मैं १८ साल का था और रीमा दीदी तब २० साल की थी रीमा दीदी स्कूल के बाद मुझे घर पर पढाया करती थी टेस्ट वगैरा लेती थी और वो . कुछ समझ न आता मुझे बहुत प्यार से समझाती थी मेरी दोनों छोटी बहने भी उससे पढ़ती थी लेकिन कभी कभी क्योंकि वो लोग छोटी क्लास में थी।
तब तक ना मुझे ना सेक्स का पता था ना ही उसके बारे में कोई जानकारी थी।
जब मैं १८ साल का हुआ और ११वी क्लास में पहुंचा तो उस क्लास में मेरे कुछ दोस्त मेरी एज के थे और कुछ मुझसे बड़े भी थे हम सब जब अकेले होते तो इधर उधर की बाते करते और कभी कभी सेक्सी जोक भी सुनाते थे और जब मेरी बारी आती तो मुझे कुछ नहीं आता तो वो मुझ पर हँसते थे इस तरह धीरे धीरे मुझे सेक्सी बाते करना और सुनना अच्छा लगने लगा।
कुछ दिन बाद हम सभी का ठरकीपना बढ़ता गया और हम सब मिलकर प्लानिंग बनाने लगे की आज फलानि मिस को टच करना है कभी किसी मिस को और कभी किसी मिस को। हमारी किस्मत से हमारे स्कूल की सभी टीचर्स बहुत सुन्दर थी ५ मिस तो एकदम जवान सेक्सी और कड़क माल थी।
फिर हम सब ने बारी बारी सभी मिस के मजे लेने शुरू कर दिए लेकिन हम सिर्फ अपना हाथ ही उनकी गांड पर लगा पाते थे लेकिन उसमें भी बहुत मजा आता था लेकिन हम ये सब सिर्फ ब्रेक में ही कर पाते थे क्योंकि हमारे स्कूल में ये नियम था की पढाई से रिलेटेड कोई भी चीज जैसे पेन कॉपी वग़ैरह वग़ैरह बाहर से नहीं खरीदना था बल्कि स्कूल से ही लेना था तो हर दिन नयी मिस की बारी होती थी बच्चों को सामान बेचने की और इसी बहाने हम हमारी मिस के मजे लेते रहते थे।
पहली बार जब मेरी बारी आई तो सबने कहा की जाओ यार मजा करो इस मिस की गांड का। मैं अंदर से बहुत डरा हुआ था लेकिन सब ने फोर्स किया तो मैं आगे बढ़ा और जो मिस सामान दे रही थी उनके पीछे जाकर खड़ा हो गया मिस के पास बहुत बच्चे थे इसलिए वो उनको सामान देने में बिजी थी मैंने अपना एक हाथ उसकी गांड पर रखा डर भी लग रहा था और मेरा हाथ काँप भी रहा था लेकिन जब मेरा हाथ मिस की गांड पर टच हुआ तो मुझे अच्छा लगने लगा और मेरे लंड में हरकत होने लगी पहली बार मेरा लंड खड़ा हो रहा था वो भी जब मैं मिस की गांड को टच कर रहा था।
खेर मैं मिस के पीछे खड़ा उसकी गांड के मजे ले रहा था और एक हाथ में पैसे लेकर मिस के सामने रखे हुए था लेकिन वहां बहुत बच्चे थे तो मिस को मुझे सामान देने में बहुत टाइम लगा जिसकी वजह से मैंने कोई ५ मिनट तक मिस की गांड के मजे लिए मेरा लंड पूरी तरह खड़ा हो चुका था और मिस की गांड पर लग रहा था मैं समझ नहीं पाया की मिस ने मेरे लंड को फील किया या नहीं क्योंकि तब मैंने पैंट पहनी हुई थी विथ अंडरवियर इसलिए मुझे समझ नहीं आरहा था।
खेर इस तरह हम डेली नयी मिस के साथ बारी बारी मजा करते कुछ दिन ऐसा करने के बाद मुझे एक दोस्त ने कहा की यार सटरडे के दिन ऐसा जरुर किया करो क्योंकि उस दिन हाफ डे होता है और यूनिफार्म भी नहीं पहनना होता है।
मुझे तब समझ नहीं आया लेकिन जब सटरडे आया तो मैं लूस कपड़े पहन कर आया और अंदर अंडरवियर भी नहीं पहना था मैं सामान लेने पंहूँचा और फिर मिस के पीछे खड़ा हो गया और उनकी गांड पर अपना हाथ रखा आज दूसरी मिस थी और उनकी गांड बहुत सॉफ्ट थी मुझे बहुत मजा आने लगा और मेरा लंड झट से खड़ा हो गया और जब लंड फुल टाइट हो गया तो सीधा मिस की गांड के क्रैक में जा लगा सच में इस वक्त पहले से बहुत ज्यादा मजा आरहा था और मैं वहीँ मिस की गांड में लंड रगड़ने लगा
कुछ ही देर में मिस को मेरा लंड अपनी गांड में लगने लगा तो मिस ने पीछे देखा और मुझसे कहा की राज आगे आकर सामान लो तो मैं डर कर जल्दी से मिस के सामने आया और सामान लेकर अपनी क्लास में आगया।।।।।।।।।।।।
|