RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रवि अलका का हाथ पकड़ कर उसको उठा कर बैठा देता है और उसको अपनी बाँहो मे कस लेता है और अलका भी रवि की
बाँहो से लिपट जाती है रवि अलका के होंठो को चूमता हुआ अपना हाथ पीछे लेजा कर उसकी ब्रा का हुक खोल देता है और
उसके मोटे दूध ब्रा की कप से आज़ाद हो जाते है. रवि अपनी दीदी के कसे हुए रसीले आमो को देख कर पागल हो जाता है
और उसके मोटे-मोटे कसे रसीले आमो को अपने हाथो से कस-कस कर मसल्ते हुए उसकी चुचि के निप्पल को अपने मूह मे
भर कर दबा-दबा कर चूसने लगता है और अलका आह आह करती हुई रवि से लीपटने की कोशिश करने लगती है,
रवि अलका के मोटे-मोटे दूध को कस-कर दबाता हुआ उसके दूध को पीने लगता है और अलका ओह रवि आह रवि प्लीज़
आह करने लगती है, उसके बाद रवि अलका की कमर मे हाथ डाल कर उसको अपने उपर खिचता हुआ अपना हाथ उसकी मोटी -मोटी गान्ड मे भर कर उसकी मोटी गान्ड को दबाते हुए उसके रसीले होंठो को चूसने लगता है और अलका अपनी आँखे बंद किए हुए सीसीयाने लगती है रवि अलका को बेड पर लेटा देता है और अलका उल्टी होकर लेट जाती है और रवि अपने मूह को सीधे अपनी दीदी की मोटी गान्ड पर रख कर अपने मूह को उसकी गदराई गान्ड के उपर दबाने लगता है, अलका अपना मूह तकिये मे छुपाए मज़ा लेती रहती है फिर रवि धीर से अपनी दीदी की पेंटी को नीचे खीच कर उसके गदराए चुतड़ों को नंगा कर देता है और रवि अपनी दीदी के गुदाज चुतड़ों और उसकी गहरी खाई को देख कर मदहोश हो जाता है और अपने मूह को अपनी दीदी के नंगे मोटे-मोटे चुतड़ों पर रख कर अपने हाथों से दबाते हुए पागलो की तरह चूमने लगता है, फिर
रवि डॉली के मस्ताने चुतड़ों को फैला कर उसकी गुदा को अपने हाथो से सहलाता हुआ उसकी जाँघो उसकी मोटी गान्ड पर
अपने हाथ फेरते हुए बड़े प्यार से देखने लगता है,
बारिश अपने पूरे शबाब पर थी...और इधर भाई बेहन अपने मधुर संगम की ओर बढ़ रहे थे.....
बीच बीच मे अलका की नथ का मोती बिजली चमकने से अंगार पैदा करताा है रवि के सीने मे.... और वो अलका
की नाक की नथ को चूम लेता है....लौंडिया सिहर उठती है....
कुछ देर बाद रवि अपनी दीदी की पेंटी उसके पेरो से निकाल कर अलग कर देता है और उसकी दीदी उसके सामने मादर जात नंगी पड़ी रहती है रवि का लंड उसका पाजामा फाड़ने को आतुर हो जाता है और रवि अलका की कमर मे हाथ डाल कर उसको सीधी कर देता है और अलका अपने मूह को अपने दोनो हाथो से छुपा लेती है, रवि जब अपनी दीदी की फूली हुई बिना बालो की चिकनी चूत को देखता है तो बिना रुके उस पर अपना मूह रख देता है और अपने मूह से उसकी फूली हुई गदराई चूत को दबाते हुए चूमने लगता है और अलका गहरी-गहरी साँसे लेती हुई अपने मूह पर अपना हाथ रखे सहमी सी पड़ी रहती है,
रवि अपनी दीदी की नंगी चूत पर अपना हाथ फेर कर अलका को देख कर मुस्कुराता हुआ, दीदी अपना हाथ अपने मूह से हटा कर मेरी तरफ देखो ना
लेकिन अलका चुपचाप अपने मूह को छुपाए लेटी रहती है,
रवि- दीदी प्लीज़ मेरी तरफ देखो ना, और अलका धीरे से अपना हाथ हटा कर रवि को देखती है, और रवि उसको
मुस्कुराता हुआ देख कर उसकी चूत को अलका के सामने चूम लेता है और अलका रवि से उठ कर चिपक जाती है और उसको अपने सीने से लगा लेती है, रवि अलका को अपने पास बैठा कर धीरे-धीरे उसके दूध मसल्ने लगता है और अपने मूह से
उसके होंठो को चूमते हुए
रवि- दीदी कैसा लग रहा है,
अलका उसकी बात सुनकर मुस्कुराते हुए उससे लिपट जाती है और रवि अपना एक हाथ उसकी दोनो जाँघो को थोड़ा खोल कर उसकी फूली हुई रस से भीगी चूत की दरार मे रख कर उसकी फूली हुई फांको को अलग-अलग करके सहलाने लगता है, अलका आह आह करती हूँ रवि को कस कर पकड़ लेती है,
रवि- अलका की चूत की फांको को सहलाता हुआ --दीदी
अलका-हूँ
रवि- देखो दीदी आज मैने तुम्हे पूरी नंगी कर ही दिया
अलका- रवि को मारते हुए रवि तू बहुत खराब है
रवि -अलका के मूह को चूमता हुआ, दीदी मुझे नंगा देखोगी,
अलका - अपना मूह रवि की छाती मे छुपाती हुई, नही
रवि- प्लीज़ दीदी एक बार देख लो ना, बोलो देखोगी ना
अलका- मुस्कुरा कर मैं नही जानती.
रवि- दीदी पहले कभी तुमने मुझे नंगा देखा है
अलका- झूठ बोलते हुए नही
रवि- आज देखोगी
अलका- मुस्कुरा कर मैं नही जानती
रवि- ठीक है तुम कहती हो तो मैं नंगा हो जाता हूँ
अलका- रवि को देख कर मुस्कुराते हुए मैने कब कहा
रवि- तुमने मना भी तो नही किया ना, और रवि अपनी बनियान उतार देता है, और अपनी बॉडी दिखाते हुए दीदी आओ ना और अलका उसके सीने से चिपकते हुए अपने मोटे दूध को उसकी उसकी छाती से लगा देती है और रवि जब अपनी बहन के नंगे बदन से अपना नंगा बदन चिपकाता है तो उसे एक अद्भुत आनंद का एहसास होता है और वह अपनी दीदी की मस्तानी गान्ड को अपने हाथ मे भर कर उसे अपने उपर चढ़ाने की कोशिश करता हुआ अलका को अपने बदन से कस कर दबा लेता है और अलका की चूत पानी छोड़ने लगती है, रवि का मोटा लंड उसके पाजामे मे अकडा खड़ा हुआ था और रवि अपनी दीदी का हाथ पकड़ कर अपने मोटे लंड के उपर जब रखता है तो अलका को एक दम उसके मोटे लंड का एहसास होता है और वह एक दम से अपना हाथ हटा लेती है,
रवि- दीदी एक बार पकडो ना तुम्हे बहुत अच्छा लगेगा,
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