RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
बिरजू उसकी रसीली छूट की मादक गंध सूंघते ही पागल हो गया और अपनी बहन की रसीली चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा, लेकिन तभी मुझे ज़ोर का झटका लगा जब रति ने बिरजू काले लंड को धोती के उपर से अपने हाथ वो भर कर दबोच लिया, वो उस एहसास से पागल होने लगा और रति की मस्त चूत को अपने हाथों से फैला फैला कर चाटने लगा. इतने मे रति ने बिरजू लंड को धोती से बाहर निकाला और बिरजू लंड को चूसने लगी .
बिरजू तो चकित हो गया कि रति किसी एक्सपर्ट की तरह बिरजू के मस्त लंड को चूस रही थी, कुछ देर बाद रति ने कहा भैया इधर आओ ना, वो उठ कर उसकी तरफ चला गया और उसे देखा तो उसने बिरजू हाथ पकड़ कर अपने मोटे मोटे दूध पर रख दिए और वो अपनी बहन के कसे हुए ठोस दूध को
कस कस कर दबाने लगा, रत के 12 बज चुके थे गाँव वो सन्नाटा था और रति अपने दूध दबावते हुए बिरजू लॅंड को खूब दबा दबा कर देख रही थी, नदी के पानी मे और बारिश मे सुहाना चुदाई का संगम चल रहा था...
रति : भैया आज कल तो लोग सबसे पहले अपनी बहन को ही नंगी करके चोदना चाहते है
बिरजू : तूने कही सुना है ऐसा
रति अपने बच्चों को ही देख लो.....
बिरजू : मुस्कुराते हुए अपनी बहन के रसीले होंठो को दबा दबा कर चूस्ते हुए, अरे रति जब बेहन अलका और तेरे जैसी मस्त माल हो तो कोई क्यों भाई और कहीं जाएगा...तू बता
रति : बिरजू लॅंड को दबाते हुए, अरे भैया आजकल तो लोगो को सबसे ज़्यादा अपनी बहन के दूध और चूतड़ ही सबसे ज़्यादा अच्छे लगते है, और दोनो हँसने लगे....तुम्हे भी मेरे चूतड़ को देखना अच्छा लगता है ना
बिरजू : चूत मे उंगली पेलते हुए, मुझे तो तेरे और अलका दोनो के चूतड़ बहुत अच्छे लगते है
रति : तो क्या आज रात भर आप अपनी बहन को पूरी नंगी करके चोदोगे
बिरजू : क्या तू अपने भैया का मोटा तगड़ा लंड अपनी चूतमे नही डलवाना चाहती है
रति : मैं तो कब से अपने भैया के मोटे तगड़े लंड से चुदने के लिए तड़प रही हूँ, भैया अपनी बहन के उपर चढ़ो ना
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