RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
करीब एक घंटे तक रवि अपनी दीदी के रसीले होंठो को चूस्ता हुआ उसके दूध को दबा-दबा कर लाल कर देता है मारे उत्तेजना के अलका के दूध खूब फूल जाते है और उसकी पूरी पेंटी उसके चूत रस से भीग जाती है, रवि जैसे ही अलका की मोटी-मसल कठोर और रसीली चुचियो के गुलाबी रंग के मोटे-मोटे निप्पल को अपने मूह मे भर कर चूस्ता है अलका एक दम से तड़प्ते हुए रवि का मूह अपने हाथ से पकड़ कर-- रवि प्लीज़ अभी मत कर और उसके होंठो को चूम लेती है, रवि जब उसको देखने लगता है तो अलका अपना हाथ उसके मूह से हटा लेती है और उसके सर को फिर से अपनी छातियो से लगा लेती है और रवि फिर से जैसे ही उसका निप्पल अपने मूह मे भर कर चूस्ता है अलका फिर से बुरी तरह तड़प जाती है और उसके मूह को पकड़ कर बुरी तरह अपने होंठो से चूस लेती है और रवि प्लीज़ अभी मत कर मुझे बहुत दर्द हो रहा है,
रवि- दीदी एक बार और चूसने दो ना,
अलका उसका सर अपने दूध पर दबाती है और रवि जैसे ही अपनी जीभ उसके निप्पल को टच करता है अलका उसका मूह
पकड़ कर चूमते हुए रवि प्लीज़ अभी नही,
रवि -दीदी करने दो ना
अलका- रवि तड़प कर रवि प्लीज़ अभी नही
रवि- दीदी बहुत अच्छा लग रहा है प्लीज़ करने दो ना
अलका- अच्छा बस एक बार
रवि- ठीक है, और रवि इस बार उसके निप्पल को अपने मूह मे भर कर उसके निप्पल को कस कर चूस्ता है जैसे उनका
दूध अभी निकाल लेगा और अलका तड़प जाती है और रवि का मूह दूर हटाती है और उसका निप्पल रवि के मूह मे फसा
हुआ स्पंज की तरह खिच कर लंबा हो कर एक दम रबड़ की तरह छूट जाता है और अलका रवि को अपने सीने से लगा कर
रवि प्लीज़ अभी मत कर मुझे बहुत दर्द हो रहा है,
रवि- दीदी आज मैं तुम्हे पूरी नंगी करके चोदना चाहता हूँ, बोलो मुझसे चुदवाओगि ना
अलका- गहरी-गहरी साँसे लेती हुई, हाँ रवि हाँ, लेकिन प्लीज़ रवि अभी नही,
रवि- दीदी अब मुझसे तुम्हारे बिना नही रहा जाता प्लीज़ आज मुझे तुम्हे पूरी नंगी करके अपने सीने से लगा लेने दो
अलका- रवि को अपने सीने से चिपकाए हुए, रवि तेरी जो मर्ज़ी हो कर लेना लेकिन प्लीज़ अभी मुझे छोड़ दे,
रवि- दीदी पर मुझसे नही रहा जाता है
अलका- रवि प्लीज़ अभी और मत कर मैं मर जाउन्गि
रवि- ओके दीदी लेकिन आज रात को तुम्हे मेरी हर इच्छा पूरी करना पड़ेगी
अलका- हान्फते हुए, रवि तुझे जो करना हो कर लेना पर अभी मुझे छोड़ दे मैं तुझसे वादा करती हूँ कि आज रात को मैं
तुझे नही रोकूंगी पर प्लीज़ अभी मुझे छोड़ दे
रवि अलका को चूमता हुआ लिटा देता है और उसके बगल मे लेट जाता है और अलका अपनी आँखे बंद किए हुए गहरी-गहरी
साँसे लेने लगती है, कुछ देर बाद अलका अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और फिर दोनो एक दूसरे को देख कर
मुस्कुरा देते है
रवि- अलका का मूह अपने होंठो से चूमता हुआ, दीदी आइ लव यू
अलका - रवि को चूमते हुए आइ लव यू टू
रवि- दीदी मेरी बीबी बनोगी
अलका- मुस्कुरा कर वो तो तू मुझे कल रात को ही बना चुका है
रवि- मुस्कुराते हुए दीदी आज मैं बहुत खुस हूँ
अलका- मुस्कुरा कर मैं भी, क्यो कि मैं तेरे बिना नही जी सकती,
रवि- दीदी मैं भी तुम्हारे बिना नही जी सकता और तुम्हे अब मैं किसी भी हालत मे अपने से अलग नही होने दूँगा चाहे
मुझे पूरे जमाने से लड़ना पड़े, तुम मेरी हो और बस मेरी ही रहोगी,
रवि की बात सुन कर अलका मुस्कुरा कर उसको चूम लेती है और फिर दोनो एक दूसरे से लिपट जाते है
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