RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
अलका उसको पीछे से जाते हुए देखती रहती है, लगभग आधे घंटे तक जब रवि वापस बाहर नही आता है तो अलका का सब्र टूटने लगता है और वह मन ही मन बड़बड़ाती हुई क्या कर रहा है जब से अंदर, अच्छा भला तो दिख रहा है कहाँ है इसकी
तबीयत खराब फिर बाहर क्यो नही आता है, एक तो खुद इतनी बड़ी ग़लती करता है और फिर खुद ही मुझे अपनी नाराज़गी दिखा रहा है, और अलका उठ कर रवि के रूम की ओर चल देती है, रवि अपनी आँखे खोले लेटा हुआ था, जैसे ही उसकी नज़र अलका से और अलका की नज़र उससे मिलती है रवि अपना मूह दूसरी ओर फेर लेता है,
अलका- रवि कॉफी बना दूं क्या ज़्यादा तबीयत खराब है,
रवि अलका की बात का कोई जवाब नही देता है तब अलका कहती है
अलका-अच्छा मैं कॉफी बना कर लाती हूँ और रूम के बाहर चली जाती है, अलका के इस बिहेव से रवि का मन कुछ शांत होता है और वह फिर से उम्मीद से भर जाता है और कुछ सोच कर उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ जाती है,
थोड़ी देर बाद अलका कॉफी लेकर आती है और रवि का मूह जिस तरफ था उसी तरफ जाकर उसको आँखो मे देखती हुई-
अलका- ले रवि कॉफी पी ले
रवि- अलका की आँखो मे गुस्से से देख कर, मुझे नही पीना तुम्हारी कॉफी
अलका- ये रखी है मैं जा रही हूँ चुपचाप पी लेना, और अलका सोफे पर जाकर टीवी ऑन करके बैठ जाती है, टीवी मैं एक सेक्सी कपल एक दूसरे हो अपनी बाँहो मे भर कर चूम रहे थे, जिसे देख कर अलका का मन विचलित होने लगता है और उसके गदराए दूध उसको परेशान करने लगते है, वह सीन कुछ ज़्यादा ही लंबा और उत्तेजित कर देने वाला था जिसे देख कर अलका बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो चुकी थी, उससे रहा नही जा रहा था तभी वह उठ कर सीधे रवि के रूम मे जाती है और
जैसे ही रूम मे एंटर होती है अलका देखती है रवि जीन्स टी-शर्ट पहन कर कहीं जाने की तैयारी कर रहा था और उसकी
कॉफी रखी-रखी ठंडी हो चुकी थी,
अलका- रवि कहाँ जा रहा है तू
रवि- तुमसे मतलब
अलका- पर अभी तो तेरी तबीयत खराब थी
रवि- पलट कर अलका को गुस्से से देख कर मैं मरूं या जियु तुम्हे इससे क्या लेना है,
अलका- रवि के पास जाकर, रवि ज़्यादा गुस्सा होने की ज़रूरत नही है ग़लती तेरी ही थी,
रवि- हाँ ग़लती मेरी है जो मैं तुम्हे पागलो की तरह चाहता हूँ
अलका- पर रवि यह सब हमारे बीच ठीक नही है,
रवि- अलका को गुस्से से देख कर मुझे तुम्हारा भाषण सुनने का कोई शौक नही है,
अलका- मुस्कुरा कर रवि का हाथ पकड़ कर अच्छा बाबा मुझे माफ़ कर दे
रवि- मैं कौन होता हूँ तुम्हे माफ़ करने वाला
अलका- मुस्कुरा कर क्यो तू नही जानता कि तू मेरा कौन है
रवि- मुझे तुमसे कोई लेना देना नही है दीदी, तुम मेरी दीदी हो तो दीदी की तरह रहो और मेरे मॅटर मे दखल देने
की कोई ज़रूरत नही है
अलका- मुस्कुरा कर अच्छा मुझे एक बार माफ़ कर दे तू जैसा कहेगा मैं वैसा ही करूँगी,
रवि- मैं तुमसे कुछ नही चाहता,
अलका- मुस्कुरा कर, और मुझे
रवि- अलका को घूरता हुआ बाहर जाने लगता है
अलका- पीछे से, रवि आइ आम सॉरी प्लीज़ एक बार माफ़ कर दे
|