RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रात को 10 बजे रवि अलका के रूम मे जाकर
रवि- क्या हो रहा है दीदी
अलका- कुछ नही रवि नींद नही आ रही है
रवि- दीदी नींद तो मुझे भी नही आ रही थी इसलिए सोचा दीदी के पास जाकर दूध माँग कर पी लेता हूँ तभी नींद
आएगी,
अलका- मुस्कुरा कर जा किचन मे जा कर ले ले
रवि- दीदी मुझे तो आपका दूध पीना है,
अलका- बेड से उठ कर सहम कर बैठते हुए, रवि आज कोई हरकत नही करना
रवि- क्यो आज ऐसा क्या है
अलका- देख रवि तू जाकर अपने रूम मे सो जा मुझे तो नींद आ रही है
रवि- दीदी आज तो मैं तय करके आया हूँ कि आज रात तुम्हारे साथ ही सोउंगा,
अलका- क्यो
रवि- अलका के करीब बैठ कर उसकी आँखो मे देखता हुआ उसकी मोटी जाँघो पर हाथ फेरते हुए, दीदी आज मेरी इच्छा पूरी कर दो, मुझसे अब और बर्दास्त नही होता,
अलका- सीरीयस सा चेहरा बनाती हुई, कौन सी इच्छा,
रवि- दीदी तुम सब जानती हो लेकिन फिर भी मुझसे सवाल करती हो,
अलका- छत पर लगे पंखे की ओर अपनी नज़रे उठा कर देखती हुई, मुझे नही पता तू क्या कह रहा है,
रवि- अलका के माथे के बीचो बीच अपनी एक उंगली को रख कर उसको धीरे -धीरे नीचे लाता हुआ, नाक ,नाथ , होंठ, से नीचे उतारता हुआ अपनी उंगली को उसकी गर्दन से नीचे उसके दूध के डीप मे से चलाता हुआ उसके पेट और उसकी नाभि पर लाकर अपनी उंगली को रोक कर,
रवि- दीदी एक बार बस मुझे दिखा दो ना,
अलका- सहम कर अपने जिस्म को थोड़ा पीछे करती हुई, रवि प्लीज़ यहाँ से जा,
रवि- अलका की मस्त मोटी जाँघो को अपने हाथो मे भर कर उसके गुलाबी चेहरे को देख कर, दीदी यू आर सो ब्यूटी,
अलका- अपने गले को थूक उतार कर गीला करती हुई, रवि ये ठीक नही है,
रवि अलका को एक झटके मे अपने उपर खीच कर उसके रसीले लबों को चूम कर, दीदी तुम नही जानती तुम कितनी सेक्सी हो और अलका के होंठो को कस कर चूम लेता है,
अलका रवि की हरकत का कोई विरोध नही करती है, रवि अलका को अपने सीने से चिपका कर उसके गले को चूमता हुआ उसके कान मे अपना मूह लगा कर
रवि- दीदी
अलका- हूँ
रवि- दीदी जानती हो तुम्हे देख कर मुझे क्या लगता है,
अलका- रवि के गले मे अपनी बाँहे डाले हुए, क्या
रवि- दीदी यही कि मैं तुम्हारे पूरे बदन को अपने होंठो से चूम लूँ और रवि अलका के मोटे-मोटे चुतड़ों पर अपना हाथ फेरने लगता है और अलका उससे ज़ोर से कस कर चिपक जाती है,
रवि- अलका के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथों से हल्के-हल्के सहलाते हुए उसके होंठो को चूमता हुआ,
रवि-दीदी
अलका-हूँ
रवि- दीदी एक बार दिखा दो ना
अलका- नही रवि प्लीज़,
रवि- अलका के दूध को थोड़ा कस कर दबाते हुए, दीदी बस एक बार और उसके टीशर्ट मे हाथ डाल कर उसके पूरे पपीते जैसे कठोर चुचे को अपने हाथों मे भर कर कस कर दबाता है और अलका आह रवि प्लीज़ आह..आ
रवि- दीदी एक बार दिखा दो ना,
अलका- क्या, आह
रवि- पूरी नंगी होकर
अलका चुपचाप रवि से अपने मोटे-मोटे दूध मिजवाती हुई अपनी आँखे बंद किए हुए उसके उपर लदी हुई थी और रवि ने अलका की दोनो टॅंगो को फैलाकर उसका मूह अपनी तरफ करके उसे अपनी गोद मे बैठा कर अपने सीने से चिपका लिया और अलका पूरी तरह गरम हो कर रवि की जाँघो पर चढ़ कर उसके सीने से अपने मोटे दूध दबाती हुई कस कर चिपक गई, रवि अलका के मोटे-मोटे चुतड़ों पर हाथ फेर कर उन्हे जींस के उपर से मसलता हुआ,
रवि-दीदी तुम्हारे हिप्स बहुत अच्छे है,
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