RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
रवि अपनी गरम साँसे अलका के कानो के पास छोड़ता है और अलका के जिस्म के रोए खड़े होने लगते है, रवि धीरे से
अपने होंठो को अलका की गर्दन पर रख देता है और उसकी गर्म साँसे अलका को पागल करने लगती है, रवि के होंठ अलका
के गले पर धीरे-धीरे हरकत करने लगते है, और अलका अपनी आँखे बंद कर लेती है, रवि अपने हाथो से अलका की
बाँहो को पकड़ कर अपने सीने से लगा लेता है और अलका एक मूर्ति की तरह उसके उपर टिक जाती है, रवि जैसे ही अपने
हाथों को अलका की तनी हुई मोटी चुचियो पर लगाता है अलका रवि से कस कर चिपक जाती है और फिर रवि अलका को अपने बदन से पूरी तरह चिपका कर उसकी पीठ सहलाने लगता है, अलका रवि के सीने से चिपकी हुई गहरी-गहरी साँसे लेने लगती है और रवि अलका के गालो को अपने होंठो से सहलाने लगता है, रवि अलका के होंठो को अपने होंठो मे भर कर
उसका रस जैसे ही पीना शुरू करता है अलका अपने आप को रोक नही पाती है और रवि के होंठो को बेतहाशा चूमने लगती
है, रवि अलका के मोटे-मोटे दूध को पकड़ कर कस कर दबाता है और अलका का बदन एंथने लग जाता है और वह
रवि को कस कर अपने सीने से भींच लेती है और रवि अलका के दूध मे अपना मूह भर कर उसके सीने से चिपक जाता
है,
रवि- दीदी तुम मुझसे इस तरह क्यो चिपकी हुई हो,
रवि की बात सुन कर जैसे अलका को होश आता है और वह एक दम से रवि से अलग हो जाती है और उसका चेहरा शर्म से गुलाबी हो जाता है, रवि अलका को देख कर मुस्कुराता हुआ,
रवि- दीदी मुझे लगता है कि अब तुम रात भर सो नही पाती होगी,
अलका- रवि को मुस्कुरा कर देखती हुई, क्यो
रवि- क्यो कि जब जागती होगी तो मेरे बिना चैन नही आता होगा और जब सो जाती होगी तो मेरे सपने तुम्हे बेचैन करने
लगते होंगे,
अलका- तुझे क्या पता मुझे नींद आती है कि नही
रवि- ये तो तुम्हारी आँखे खुद बया कर रही है जिन्हे देख कर कोई भी कह सकता है कि तुम रात को ठीक से सोती नही हो
अलका- क्यो क्या हुआ है मेरी आँखो को,
रवि- दीदी सच बताओ तुम ऐसा क्यो कर रही हो
अलका- रवि को आँखे फाड़ कर देखती हुई, क्यो क्या कर रही हूँ मैं
रवि- दीदी अगर तुम्हे मेरे बिना नींद नही आती है तो आज से मैं रोज तुम्हारे उपर चढ़ कर, मेरा मतलब है
तुमहरे साथ सोउंगा,
अलका - मुस्कुरा कर उसकी कोई ज़रूरत नही है, मैं जानती हूँ तू मेरे साथ रात को क्यो सोना चाहता है,
रवि- मुस्कुरा कर, हाँ तो बताओ क्यो सोना चाहता हूँ,
अलका- शरमाते हुए, मुझे नही मालूम
रवि- दीदी मैं बताऊ
अलका- रवि को आँखे दिखा कर, कोई ज़रूरत नही है
रवि- नही दीदी मैं बता ही देता हूँ
अलका- अपने कानो को अपने दोनो हाथो से बंद करते हुए, अब तू बकता रह जो बकना है मुझे कुछ सुनाई नही देगा
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