RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
उधर रवि अलका को आज दिल से चख कर आया था और वह बहुत ही खुस लग रहा था, रात के दो बज चुके थे लेकिन दोनो मे से किसी को नींद आने का नाम ही नही ले रही थी, अलका अपने मन मे सोचती हुई, अगर मैं रवि को आइ लव यू कह दूं तो रवि मेरे साथ क्या करेगा, क्या वह मुझे सच मुच पूरी नंगी करके मेरे बदन को चूमेगा, रवि के जब होंठ चूसने से
ही मुझे ऐसा लगता है कि मैं आसमान मे उड़ रही हूँ तो जब वह मुझे पूरी नंगी करके चूमेगा तो फिर मेरा क्या होगा,
ऐसा करने पर कितना अच्छा लगता होगा, पर मैं रवि से कैसे कहूँ की मैं अब उसके बिना जी नही सकती और अपनी सारी जिंदगी उसकी बाँहो मे गुज़ार देना चाहती हूँ, पर अगर रवि ने मेरा हाथ सारी जिंदगी के लिए नही थामा तो मैं तो जीते जी मर जाउन्गी, इन्ही सब बातों को सोचती हुई अलका सो जाती है,
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उधर नीचे ... रति और बिरजू सुबह की चुदाई का पहला राउंड पूरा कर चुके थे और.... दोनो बातें कर रहे थे....
रति : भैया मुझे लगता है ..रवि और अलका के बीच मैं कुछ चल रहा है....
बिरजू: थोड़ा चोन्कते हुए.... तेरे को कैसे पता चला....
रति : उनकी मान हूँ आखों की चमक दिख जाती है....
बिरजू , रति की चुचिओ को मसल्ते हुए.... तू ज़्यादा चिंता मत कर.... बच्चे तो वो हमारे ही हैं... देख लेंगे....
रति: कहीं जवानी के जोश मैं कुछ उल्टा सीधा नहीं कर ले....
बिरजू : क्या करेंगे...? .ज़्यादा से ज़्यादा चुदाई कर लेगे..हँसते हुए जैसे हम ने की थी ..तू ज़्यादा फिक्र मत किया कर...मैं देख लूँगा....
हम भी तो भाई बेहन हैं..... बिरजू रति की चुचिओ को मसल्ते हुए.....वो हमारी ही औलाद हैं.... संभाल लेंगे.... उन्हे...
तुम ने उसे गौर से नहीं देखा कैसा निखार आ रहा है.... चुचियाँ और चौड़े-चौड़े चूतड़..... सब पूरे शबाब पर हैं.....हां देखे हैं....
रति : आश्चर्य से बिरजू को देखते हुए..... अपनी बेटी को ऐसे देखते हो शरम नहीं आती ....
बिरजू : अरे पगली तू तो ज़रा ज़रा सी बात पर शक़ करती हो.... नज़र तो रखनी पड़ती है अपने बच्चों पर.....
रति : तो क्या सोचा.....?
बिरजू: कुछ बातें समय पर छोड़ दिया कर..... और एक गहरी साँस ली....
रति: चलो भैया खेत पर कितने काम पड़े हैं... मजदूर आ गये होंगें....
बिरजू : हां मैं तो बातों मैं भूल ही गया......
रति : अलका को आवाज़ देते हुए.... सुन मैं और तेरे मामा खेत पर जा रहें हैं...आज कटाई चल रही है खेतों मैं...तुम दोनो नाश्ता कर के कॉलेज के लिए निकल जाना...
अलका : माँ थोड़ा रुकना मैं नहाने जा रही हूँ और ये कुम्भकरण अभी तक सो के नहीं उठा....
रति- ठीक है मैं नीचे वेट कर रही हूँ.....
अलका की आवाज़ से रवि की नींद खुलती है...और ये सुन कर कि दीदी नहाने जा रही है वो सोचता है क्यों ना सुबह की शुरुआत दीदी के चूमने से करे.....
वो उठा कर सीधे अलका के रूम मे जाता है... वो रूम मैं नहीं थी... वो समझ जाता है क़ी दीदी बाथरूम मैं है...
वो बाथरूम के दरवाजी पर जाता है और और छेद से देखता है अलका अपने कपड़े उतार रही थी ...उसका लॉडा तन तना जाता है...
वो दरवाजे को नॉक करता है.... अलका कॉन ..
रवि-मैं हूँ दीदी रवि बोलता है...
अलका-क्या है... और मन ही मन मुस्करा देती है.... रवि को सुन कर ...
रवि=वो दीदी कुछ काम था...
अलका: क्या काम है...
रवि: ज़रा दरवाजा तो खोलो....
अलका: नहीं खोलती तू जा मैं नहा कर नीचे आती हूँ...
रवि: कुछ ज़रूरी बात है सुनो ना ज़रा....
अलका: मुझे पता है क्या ज़रूरी बात ....
अलका ने जब तक अपने कपड़े उतार दिए थे और शीसे मैं अपने को निहार रही थी वो केवल ब्रा पेंटी मे थी.....शीशे मैं अपनी नथ देख कर वो सोचती है साले ने क्या गिफ्ट दी है...... बहुत प्यार करता है ना मुझको..... और मन ही मन मुस्काती है....
बाहर रवि दरवाजा पीट रहा था.....
अलका दरवाजा खोलते हुए.... केवल अपनी गर्दन निकाल कर क्या है....?
रवि वो दीदी एक मॉर्निंग क़िस्सी चाहिए थी.....
रवि-नहीं देनी इतना कह कर वो दरवाजा बंद करती है लेकिन रवि दरवाजे मैं अपना पैर अड़ा देता है....
रवि: माँग थोड़े ही रहा हूँ लेने आया हूँ.... और इतना कहा कर रवि बाथरूम के अंदर आ जाता है.....
अलका-बाहर निकल बदमाश ...अलका उसे मारने लगती है ....पर वो कहाँ मान-ने वाला था....वो अलका को अपनी बाहों मे ले लेता है....और अलका के गुलाबी लॉली पोप जैसे गालों को चूसने लगता है........और तुरंत ब्रा मैं क़ैद उसके मोटे दूध पर टूट पड़ता है..... और ज़ोरों से मसल देता है..... लौंडिया चुहुक उठती है......और मन ही मन सोचती है कमिने का प्यार कितना वाय्लेंट है.....चल छोड़ मुझे .....और रवि को लगता है जैसे हलवाई की दुकान मे लूट मची हो.... वो तो आज अलका को मसल मसल के सारा सुख लेना चाहता था.....
रवि के नंगे हाथों से चुचियाँ मिसलवाने से अलका के चू-चक खड़े हो जाते हैं.....
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रवि अलका की ब्रा उपर चढ़ा देता है.... और उसके कड़क चूचकों को अपने मुहँ मैं भर लेता है.......और दाँतों से काट -काट कर उन्हे दुलार्टा है.....ओह रवि बहुत दर्द हो रहा है....प्लीज़ दांतो से मत काट...... खून निकल आएगा....
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