RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
अलका तो उन्माद के शिखर पर थी...कि उसकी चूत तो आनंद रस से गीली हो गयी...उसकी पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी...और फिर तो आनंद के उत्कर्ष पर उसकी चूत फूट पड़ी.....और जम के उसे ओर्गसम यानी कि चरम सुख मिला..........
उसे जैसे ही होश आया...उसने अपने आप को रवि से अलग किया..क्या कर रहा है ...ज़रा तो ख़याल कर हम कहाँ हैं....
रवि का हाथ...उसकी चूचियों पर था.......उसने रवि का हाथ वहाँ से हटाया....और पीठ कर के खड़ी हो गयी.....रवि फिर उसकी पीठ से सॅट गया और अपना लंड अलका की गदराई गान्ड मे गढ़ा दिया....लौंडिया फिर सिहर गयी.....और रवि ने पीछे से उसकी कुल्हों को ज़ोर से मसल दिया.....अलका की आखें गीली हो गयी दरद से....
अलका-ओह....क्या करता है कोई ऐसे मसलता है..... क्या ये रब्बर की हैं....भैया माँ मेरे को इस ड्रेस में देख कर नाराज़ तो नहीं होगी....
रवि- चलो मस्त लग रही हो ....तभी अलका अपनी घड़ी देखती है ओह...भैया कितना लेट हो गये.... और दोनो बाहर आ कर बाइक पर बैठ कर घर चल देते हैं ........अलका घर पहूचकर सीधे मम्मी के रूम मे जाती है और उनकी खरीदी हुई चीज़े उन्हे दिखाती हुई कैसी है मम्मी,
रति- बहुत अच्छी है ....तभी उसकी नज़र अलका की नथ पर पड़ती है .... ये कब ली.....
अलका-माँ रवि नहीं माना और ज़बरदस्ती दिलवाई है बर्थडे गिफ्ट .....
रति मंद-मंद मुस्करा देती है ...और बोलती है बहुत सुंदर लग रही है....बहुत रूप आ गया है तेरे पर......
अलका शर्मा जाती है ,,,रहने दो ना माँ.... पर आज उसका अंग -अंग मुस्कुरा रहा था.....
रति भी नयी बन्नो के हाल देख कर मुस्का देती है.......
हॉल में बिरजू भी बैठा था और बहुत खुश था....आख़िर था तो रवि उसी का खून उसी का...बेटा.....जो उसके लंड और बेहन रति की कोख से पैदा हुआ था....
नेक्स्ट मॉर्निंग
सुबह सुबह रवि को अलका जगाने जाती है
अलका- रवि ओ रवि चल उठ जा सुबह हो चुकी है
रवि की नींद तो पहले ही खुल चुकी थी वो तो बस आलस में चारपाई पर आँखें बंद किए पड़ा था अलका के आवाज़ देने से वो उठ कर बैठ जाता है और अलका को प्यार से देखने लगता है
रवि -दीदी तुम बहुत खूबसूरत हो, और उसके रसीले होंठो को चूम लेता है
अलका अपनी नज़रे नीचे कर लेती है और
अलका -रवि आज के बाद तू इस तरह मुझसे दूर-दूर तो नही रहेगा ना,
रवि- नही दीदी मैं तो वैसे भी आपके बिना जी नही सकता हूँ,
अलका- क्यों
रवि- इसलिए कि मैं आप से प्यार करता हूँ, और आपको जी भर कर प्यार करना चाहता हूँ,
अलका- मुस्कुराते हुए किस तरह का प्यार करना चाहता है,
रवि- जैसे लोग अपनी बीबी से करते है,
अलका- तो क्या तू मुझे अपनी बीबी समझता है
रवि- हाँ
अलका- मुस्कुराते हुए, तू अपनी बहन को बीबी बनाएगा तो तुझे शरम नही आएगी,
रवि- मैं तो तुम्हे अपनी बीबी बनाने को तैयार हूँ, बस तुम्हारी हाँ का इंतजार है,
अलका- मुझे अपनी बीबी बनाकर फिर क्या करेगा,
रवि- अलका की आँखो मे मुस्कुरा कर देखता हुआ, अपने मूह को उसके कान के पास लाकर, दीदी तुम्हे अपनी बीबी बनाकर
तुम्हे पूरी नंगी करके चोदना चाहता हूँ,
अलका रवि की बात सुन कर शर्म से लाल हो जाती है और उठ कर जाने लगती है तो रवि उसका हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खिचते हुए उसे अपनी गोद में बैठा लेता है,
रवि- दीदी मुझे तुम्हारा जवाब चाहिए,
अलका उससे छूट कर खड़ी हो जाती है और मुस्कुरा कर उससे थोड़ा दूर जाने लगती है,
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