RE: bahan ki chudai बहन का दर्द
सुबह रवि की नींद खुली... उसे अभी भी अलका का मारा हुआ चाँटा याद आ रहा था...
उसने रात आए हुए फोन पर बात की....उसका दिल सही में टूट चुका था...और लगा जैसे अलका की इस तरह बेरूख़ी से उसे लगा अब उसका यहाँ रहने का कोई मकसद ही नहीं बचा....
तभी नीचे से अलका की आवाज़ आई ... रवि मेरे को कॉलेज छोड़ कर आ जा.....
मैं नहीं आ पाउन्गा तुम चली जाओ....
ये सुन कर अलका गुस्से से तमतमाती हुई उपर रूम में आती है...और देखती है कि रवि अपना समान पॅक कर रहा है....
अलका: कहाँ जा रहा है ?
रवि: मैं जाय्न कने जा रहा हूँ...
अलका: पर तेरी छुट्टी तो अभी बाकी है...
रवि : हां लेकिन अब यहाँ रुकने का कोई मन नहीं है....
अलका: फालतू बात मत कर रवि ...चल नीचे चल माँ बुला रही है....
रवि-मुझे नहीं आना आप देख नहीं रही मैं अपना समान पॅक कर रहा हूँ...मुझे जाना है....
अलका की कुछ समझ मे नहीं आया.... और वो पैर पटकते हुए नीचे की तरफ आई और माँ से बोली कि रवि अपनी पॅकिंग कर रहा है जाने के लिए...
मा" क्यों....अभी तो उसकी छुट्टी बाकी है...
अलका: तुम ही पुंछ लो...
माँ: तुम दोनो का क्या कोई झगड़ा हुआ है...
अलका: मुझे क्या पड़ी उससे झगड़ने की...और वो पैर पटकते हुए... कॉलेज के लिए निकल गयी....
अलका को अपने किए पर पछतावा होता है और वह चलते चलते सोचती है उसने रवि के साथ कुछ ज़्यादा ही सख्ती दिखा दी,
उसे रवि को इतना बुरा भला नही कहना चाहिए था, आख़िर पूरी ग़लती रवि की तो नही थी उसके लिए वो भी काफ़ी हद
तक ज़िम्मेदार है, अलका अपने आप को कोस्ती हुई कॉलेज पहुँच जाती है,
कॉलेज ख़तम होने के बाद अलका गेट पर रवि का इंतजार करती है फिर रवि अपनी बाइक लेकर अलका के पास रोकता है,
अलका कहाँ थे आज तुम और मेरा फोन पिकप क्यों नही किया,
रवि- बैठो,
अलका . पहले मेरे सवाल का जवाब दो,
रवि -ज़रूरी नही कि मैं तुम्हारे हर सवाल का जवाब दूं,
अलका बाइक से चाबी निकाल कर अपनी ब्रा के अंदर डाल लेती है, और कल रात को ज़्यादा ज़ोर से थप्पड़ लग गया था क्या,
रवि उसको गुस्से से देखता हुआ, तुम्हारी जगह कोई और होता तो मैं उस थप्पड़ का जवाब देता,
अलका- तो ठीक है लो मैं अपना गाल आगे करती हूँ तुम भी मुझे मार लो,
रवि- दीदी बेकार की बातों से कुछ नही होना है चाबी दो और बाइक पर बैठो,
अलका- तुम खुद ही निकाल लो, रवि दीदी मैं बिल्कुल भी मज़ाक के मूड मे नही हूँ,
अलका- पर मुझे तो तुमसे खूब मज़ाक करने का मन कर रहा है, चलो बाइक से उतरो हम थोड़ी देर पार्क मे बैठ कर
बाते करेंगे,
रवि- मुझे आप से कोई बात नही करना,
अलका- पहले तुम मेरे साथ चलो बाद मे जितना गुस्सा करना है कर लेना और उसका हाथ पकड़ कर उसे बाइक से उतारने लगी,
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