RE: Maa Sex Kahani हाए मम्मी मेरी लुल्ली
सलोनी लंड को मुंह से निकालती है और राहुल के टट्टों को अपने मुंह में भरकर उन्हें चुसने लगती है. राहुल का भीगा लंड एक हाथ से उसने ऊपर उठाया हुआ था जो उसके मुखरस से गिला होकर चमक रहा था और उस पर सलोनी के होंठो की लाली लगने के कारन वो जगह जगह से लाल हो गया था. राहुल ने चुदाई के समय आज पहली बार अपनी मम्मी को इस तरह बाल बांधे देखा था. उसका चेहरा आज कुछ ज्यादा ही मादक लग रहा था. जिस नज़र से वो उसके टट्टे चुस्ती उसकी और देख रही थी उसकी कामाग्नि को हद्द से ज्यादा भड़का रह था.
"आखिर वो सॉरी क्यों नहीं बोल देति, क्या चला जायेगा उसका" राहुल खुद से मन ही मन बोलता है. वो सलोनी को प्यार करने के लिए तडफ रहा था मगर वो अपना अभिमान भी नहीं छोडना चाहता था. लेकिन सलोनी ने माफी नहीं मांगी. न ही उसके चेहरे से लगता था की उसका कोई ईरादा था. बलके वो लंड को छोड़ उठ कर खड़ी हो गयी और बेड की तरफ गयी. वहां से वो नरियल के तेल की बोतल और एक कपडा लेकर आई
सलोनी फिर से राहुल के सामने फर्श पर बैठ गइ. वो अब उसकी और ही देख रहा था. वासना से उसकी ऑंखे लाल हो चुकी थी. चेहरा तमतमाया हुआ था. उसकी साँसों का शोर बता रहा था के वो कितना उत्तेजित था. सलोनी कपडे से राहुल का लंड अच्छे से पोंछती है, उसे कपडे से रगड़कर बिलकुल सुखा करती है. राहुल से संवेदनशील सुपाडे पर कपडे की रगड बर्दाशत नहीं हो रही थी. सलोनी कपडे को एक और फ़ेंक तेल की बोतल उठाती है और अपने हाथ पर खूब सारा तेल डालकर दोनों हथेलियों को चुपड़ती है और फिर अपने दोनों हाथों से राहुल का लंड पकड़ लेती है. जड़ से लंड को अपनी मुट्ठि में भर वो उसे रगड़ती अपनी मुट्ठि सुपाडे की तरफ लेकर जाती है और फिर दूसरे हाथ से लंड की जड को मुट्ठि में भर लेती है. कुछ ही पलों में लंड तेल से चमकाने लग जाता है. सलोनी दो बार और तेल से हाथ चुपड़ लंड की मालिश करती है. लंड अब तेल से बुरी तरह चिकना हो चुका था. सलोनी के हाथ उस पर आसानी से फिसल रहे थे. सलोनी संतुस्ट होकर उठती है और कपड़े से अपने हाथ साफ़ करती है. वो राहुल की आँखों में देखति अपनी शर्ट उतार कर फेंक देती है. उसके जिस्म पर एक शार्ट ही बचा था. उसके मम्मो के तीखे लम्बे निप्पल आकड़े हुए बिलकुल सीधे खड़े थे. राहुल अपने सूखे होंठो पर जीभ फेरता है मगर वो कुछ कर नहीं पाता. उसके हाथ उन भारी गोल मटोल मम्मो को सहलाने के लिये, दबाने के लिए फडक रहे थे. उसके होंठ उन निप्पलों का मीठा स्वाद चखने के लिए तरस रहे थे.
सलोनी थोड़ा निचे को झुक कर अपनी शार्ट उतारने लगती है. उसके मम्मे निचे को झूलते हुए हिलने लगते है. राहुल अपनी मम्मी की भेदती नज़रों का सामना नहीं कर पाता और अपनी नज़र फेर लेता है. सलोनी मुस्कराती हुयी शार्ट उतार कर फ़ेंक देती है. वो राहुल के पास जाती है और उसका हाथ पकड़ कर उसे उठाती है. राहुल एक दो बार हील हुज्जत के बाद उठ जाता है. सलोनी उसका हाथ थामे बेड की और जाती है और बेड के किनारे रुक कर बेटे के सामने हो जाती है. उसकी टांगो और बेड के बिच हल्का सा फ़ासला था. वो बेड पर हाथ रख कर झुकति चलि जाती है. उसके मम्मे लटक कर बेड को छूने लगते है. वो अपनी टांगे चौड़ी करने लगती है. इतनी चौड़ी के राहुल को अपनी मम्मी की गुलाबी चुत और उसकी गांड का छेद दिखाई देणे लगता है. उसकी गांड का छेद चमक रहा था. उसकी चुत के होंठ भीगे हुए थे. गांड के छेद से मालूम चलता था की उसने खूब सारा तेल लगाकर उसे चिकना किया था और वो पूरी तैयारी के साथ आई थी के बेटे का लंड ले सके.
"अब खड़े क्या कर रहे हो? अन्दर डालो" सलोनी कंधे के ऊपर से सर घुमाकर देखति उसे कहती है. राहुल उससे हाथ भर की दूरी पर था. उसका लम्बा आकड़ा हुआ लौडा उसकी गांड से लगभग टच कर रहा था. अपनी सलोनी की गांड को इस तरह अपने सामने देख वो कुछ ज्यादा ही अकड गया था. मगर राहुल अब क्या करे. एक पल के लिए तोह उसने अपनी जिद्द दरकिनार कर आगे बढ्ने का फैसला कर लिया मगर तभी उसे उसके आत्मसम्मान ने उसे रोक दिया. वो सर झुकाए खड़ा था. वो सिर्फ एक शब्द सुनना चाहत था. सिर्फ एक शब्द.
सलोनी बेटे को आगे न बढ़ते देख उसे दोबारा अंदर डालने के लिए कहती ही मगर राहुल अपनी बाहें लटकाये यूँ ही खडा रहता है. सलोनी उसे अविश्वास भरी नज़रों से देखति है. सलोनी के चेहरे पर गुस्सा और खीज आ जाती है. वो अत्यधिक उत्तेजित थी.
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