RE: Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी
उसके जाने के एक मिनट के भीतर मैनेजर अपने साथ एक माल ले कर हाजिर हुआ। एक दम सही माल लाया था पट्ठा। १८-१९ की उम्र, पहाड़ी नाक-नक्श, खुब गोरी चिकनी माल थी वो। रंजीता नाम था उसका। हमें हल्के से प्रणाम करके पास खड़ी हो गयी, तो मैनेजर ने कहा कि लगभग नई हीं है सर अभी यह, इसे कुछ देना नहीं है, यह हमारी तरफ़ से है, और कुछ अगर आप चाहें तो बताएँ। मैंने कहा कि सब ठीक है तो वो चला गया। मैंने उसे पास बिठाया और फ़िर पूछा कि क्या वो कुछ लेगी-चाय पानी वगैरह...। उसने ना में सर हिलाया। शायद वो अभी ज्यादा चुदी नहीं थी। मेरी तो लार टपकने लगी थी। मैंने जमील को कहा-"क्यों दोस्त अब तुम जाओगे, या मैं हीं पहले चोद लू फ़िर रात भर तुम रखोगे इसको।" तो वो चुप रहा, शायद उसे सानिया का ख्याल आ रहा था। सही भी था, आखिर सानिया थी तो उसकी सगी बेटी...पर वो भी क्या करता, अब जब उसकी बेटी खुद रंडी बन कर खुश हो रही थी तो।मैंने रंजिता तो अपने साथ चलने का इशारा किया, तो वो मेरे साथ बेडरुम में आ गयी। कमरे में आते हीं मैंने उसको कहा कि वो एक बार मेरे लन्ड को चुसे, इतना चुसे कि मेरा माल निकल जाए। मेरा इरादा था कि जब मुझे रंजिता को एक बार हीं चोदना था तो उसी एक बार में मैं साली का सारा रस पुरा चुस लेना चाहता था। रंजिता के लन्ड निकालने और चुसने की स्टाईल से मुझ जैसे अनुभवी को पता चल गया कि वो अभी इस खेल में अनाड़ी है। मैंने पूछा, "पता है न कि कैसे चुदाया जाता है मर्द को मजा देने के लिए? बोलो।" मेरे जोर देने पर वो बोली, "हाँ, पता है, दो बार पहले भी वो यहाँ आई है।" मैंने उसको बात करने के लिए मजबूर करने के लिए पूछा-"क्या-क्या की थी तुम तब? लन्ड चुसी थी?" वो बोली-"नहीं।" मैं तो पहले हीं समझ गया था। मैंने कहा अब चुसो ठीक से, मैं जैसे बता रहा हूँ, अगर मर्द को मजा दोगी तो तुम्हें भी चुदाने में मजा आएगा और पैसे भी ज्यादा कमाओगी, अगर मर्दों में तुम्हारी डीमान्ड होगी तो। मर्द के सामने नंगी हो टांग खोल कर लेट जाने से तुम्हें कुछ मजा थोड़े ना मिलेगा, उल्टे दर्द ही हुआ होगा ऐसे चुदी होगी तो। बिना मजा के चुदी हो आज तक इसीलिए ऐसे छुई-मुई सी गुमसुम हो यहाँ, वर्ना अगर मजा मिला होता तो खुश होती कि आज एक और नया लन्ड से बूर की खुजली मिटेगी, ऐसा सोच कर।"
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