RE: Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी
मैनेजर को शायद कमीशन बेहतर मिल रहा था। इसलिए वो तपाक से बोला-’अरे नहीं सर, आपको क्यों नुकसान होगा? देखिए आपको तो हम रेट में डिस्काऊन्ट देंगे, और फ़िर फ़्री में लोकल लड़की अरेन्ज कर देंगे, इसके बदले। आप भी टेस्ट बदल कर मजे करना। इस लड़की को जो मिलेगा उसमें से २०% आपको, और मिलेगा। और सर आप निश्चिन्त रहिए, मैं इस लड़की को डबल रेट पर उनको भेजुँगा। लड़की भी खुश, आपको भी फ़ायदा, मुझे बिजिनेस का फ़ायदा और सुरी को तो जितना मिलना है मिलेगा। फ़िर वो सीधे सानिया से पूछा-"क्यों तैयार हो?, कितना पर सुरी तुम्हें भेजा है यहाँ?" सानिया तो इस मामले में बच्ची थी, सो मैंने कहा कि आप इसका कितना दिला रहे हो? मैनेजर बोला-"१२०००-१५००० तो वो लोग दे हीं देंगे।" तब मैंने कहा-"५०००० पर दोनों को तीन दिन के लिए हम लाएँ हैं, अब तुम जोड़ कर देख लो और फ़िर उनसे बात करके हमें साफ़ साफ़ बताओ, अब अगर हम यहाँ एक दिन रुकेँगे, तो सुरी भी तो कुछ एक्स्ट्रा माँगेगा। और फ़िर मेरा जितना कम पैसा लगे उतना मजा है।" मैनेजर समझ गया और बोला ठीक है सर, मैं जल्दी हीं उनसे बात करके बताता हूँ। फ़िर वो चला गया। जाते हीं जमील फ़ुट पड़ा-"अब ये सब क्या कर रहे हो बाबू तुम? यह सब सानिया नहीं करेगी।" मैं कैसे अब बात शुरु करुँ यही सोच रहा था कि सानिया बोल पड़ी और मेरा काम आसान हो गया। वो बोली-"अब्बू, अब जब यहाँ मैं एक कौल्गर्ल की तरह आई हूँ, तो एक बार मुझे वो जिन्दगी जीने दीजिए। अभी तो देखिए कि चाचू ने जो रेट कह दिया है, वो लोग तैयार होते हैं कि नहीं। मुझे तो शक है।" फ़िर रागिनी से बोली-"क्यों रागिनी, तुमको क्या लगता है?" रागिनी बोली, "अब दीदी मैं क्या कहूँ, पर तुम्हारे साथ एक बार का मर्द-लोग १५००० तो जरुर देंगे, १०-१२ तो मुझे मिल जाता है, एक बार का।" जमील बेचारा चुप था। सानिया को तो वह अब तक खुब चोदा था और इसलिए अब उसका कोई जोड़ अपनी बेटी पर था नहीं, अगर बेटी खुद पर आ जाए तो।
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