RE: Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी
.जमील अपने हाथ से सानिया की गोल-गोल गोरी चुचियों को मसलने लगा और सानिया आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी। बीच बीच में वह कुछ क्षण रुकती और झुक कर जमील के होठ चुमती, और फ़िर उपर से घचाघच करने लगती। तभी जमील बोला, "अब रुको सानिया, मेरा निकलने वाला है"। सानिया यह सुन दोगुने जोश में आ गई, "गुड, साले अब्बू अब आज मेरे भीतर झड़ो, बेटीचोद।" जमील सिटपिटा गया, पर बेचारा नीचे सानिया से दबा हुआ था और सानिया साली अपना बूर अब उसके कमर पर नचाने लगी थी। जमील अब घिघियाने लगा, "हटो बेटी प्लीज, मुझे बाहर खींचने दो, प्लीज"। सानिया गुर्राई, "हरगिज नहीं साले हरामी, आज तुमको अपनी बेटी की बूर में हीं झड़ना होगा। कितना तड़पाए हो इस दिन के लिए, आज तुमको नहीं छोड़ुँगी। आज अपने बूर से तुम्हारे लन्ड का जूस निकाल कर पीऊँगी।" सानिया की बात सुन कर मैंने कहा-"वकप सानिया, वेरी गुड, सही सजा दे रही हो साले झन्डू को"। अबकि बार सानिया मुझे बोली-"आप देखते जाईए चाचू, आज कैसे मैं अपने इस प्यारे अब्बू का बलात्कार करती हूँ। बहुत तड़पा चुके हैं आज तक। आज जब पकड़ में आए हैं तो ऐसे नहीं छोड़ुँगी, पुरा चुस जाना है आज इनको, फ़िर पता नहीं पकड़ में आएँ न आएँ।" बेचारा जमील एक्दम छुटने के कगार पर था, छ्टपटया-"प्ल्ल्ल्लीज सानिया बेटा अब मजाक छॊड़ो"। सानिया फ़िर अपने रंग में आ गयी, अपना चूत रगड़ती हुई बोली-"अबे साले गांडू, एक बार मेरे बूर के भीतर झड़ जाएगा तो तेरा क्या बिगड़ जाएगा? मुझे एक बार उस रस को चखने तो दो जिससे मेरी पैदाईश हुई है।" जमील बोला-"बेटी, यह खतरनाक है, समझो", पर तब तक उसका लन्ड पिचकारी बन गया था। हम देख रहे थे कि ४ झटका दिया था लन्ड जोर का, और उसका माल सानिया की बूर के भीतर गिर रहा था। सानिया अब उसकी छाती पर लेट गयी थी, और जमील के पास कोई चारा न था कि अब वो अपने माल को अपने लन्ड के भीतर रोक सकता। करीब २०-२५ सेकेन्ड बाद सानिया उसके उपर से उतरी। जमील बोला, "जल्द धो जा कर बाथरुम में, ऐसा न हो कि कुछ ऊँच-नीच हो जाए"। सानिया की बूर से जमील का सफ़ेद माल धीरे-धीरे बाहर की तरफ़ फ़िसल रहा था। सानिया ने मुस्कुराते हुए कहा-"अब्बू अब तो साफ़-साफ़ बोलिए सब। क्या उँच-नीच होगा? यही न कि मुझे बच्चा ठहर जाएगा, तो क्या हुआ; चाचू हैं न। मैं उनके साथ निकाह कर लुँगी, आप बदनाम नहीं होंगे"। मुझे उसकी यह बात पसंद आई, फ़िर मैंने जोड़ दिया, "हाँ सानिया बेटी, पर ऐसा हुआ और तुम्हारी बेटी पैदा हुई तो तुम्हारी इस बहन की सील मैं हीं तोड़ुँगा पक्का"। सानिया हंस पड़ी, सोचना होगा कि जिसकी आप सील तोड़ोगे, वो मेरी बहन लगेगी कि बेटी"। और उसने अपनी उँगली से अपने बूर के भीतर से जमील का माल निकाल कर खुब प्यार से चाटा और एक जोर का चटकारा लिया। मेरा लन्ड तना हुआ था तो मैंने रागिने को वहीं पलट कर पीछे से एक कुत्ते की तरह उसकी चुदाई करने लगा।
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