RE: Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी
.रोज की तरह डीनर के बाद हम दोनों तहलने निकल गए और तभी सानिया ने अपने मन की बात की। उसने कहा कि वो एक बार जैसे रागिनी मेरे घर चुदाने आई थी वैसे ही किसी एकदम अनजान आदमी से चुदा कर देखना चाहती है। य्ह सुन मेरा लन्ड एक झटके में खड़ा हो गया। ये साली ढ़्ग से चार दिन नहीं चुदी थी और रन्डी बनने को तैयार थी। मुझे चुप देख वो घबड़ा गयी, बोली-"आप अम्मी-अब्बू से यह बात तो नहीं कहेंगे ना प्लीज।" उसके डरी देख मुझे मजा आया। मैं अब बोला-"अरे नहीं बेटी, तुम डरो मत। यहाँ मेरे घर रह कर जो तुम कर रही हो वो बात तुम्हरे घर पर कोइ नहीं जानेगा। मैं तुम्हें बेइज्जत नहीं होने दुँगा।" उसको तसल्ली हुई तो फ़िर बोई-"असल में चाचु, जब तक आपके घर हूँ, सब तरह का मजा कर लेना चाहती हूँ, अपने घर तो मुस्लिम क्लचर हैं इसलिए यह सब मजा लेने को नहीं मिलेगा। मैं एक दम अनजान के साथ एक बार सेक्स करना चाहती हूँ कि कैसा फ़ील होता है।" आप कोई उपाय कीजिए न प्लीज। मैंने देखा कि साली एक दम चुदास से बह्र कर बोल रही है तो कहा कि ठीक है देखता हूँ, क्या कर सकता हूँ, पर तुमको ऐसा करके दर नहीं लगेगा? वो बोली,"यही दर तो खतम करने के लिए ऐसे चुदना चाहती हूँ। आपके साथ करने में भी तो डर था, पर अपनी अन्डरवीयर दिखा कर पटा ली ना आपको, अब जब मन होगा आपके साथ तो कर हीं लुँगी। अम्मी-अब्बा को न आप बताएँगे ना मैं।" मैं समझ गया कि अब साली बिना रन्डी बने मानेगी नहीं, तो मैंने सोचा को अब एक बार दलाली मैं भी कर लूँ।
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