RE: Incest Kahani जीजा के कहने पर बहन को माँ �...
मैं-“जीजू, आप टेंशन क्यों ले रहे हो? कोई ना कोई हल निकल आएगा, किसी देसी हकीम से चेक करवा लेते हैं…”
जीजू-“कुछ नहीं हो सकता यार, लेकिन मुझे बच्चा चाहिये कैसे भी, अपने रिश्तेदारों का मुँह बंद करने के लिये मुझे कुछ भी करना पड़ेगा, बस मुझे बच्चा चाहिये…” और यह कहते हुये जीजू ने और व्हिस्की का ऑर्डर कर दिया। इस बार उन्होंने मेरा पेग भी एससट्रा लार्ज बनवाया था।
मैं कुछ नहीं बोला, लेकिन मेरी आँखें चमकने लगी थीं। अब सारी कहानी समझ आ रही थी, कितने साल के बाद मेरी मुराद पूरी होने वाली थी, मैंने ड्रिंक उठाया और इस बार मैं भी जीजू की तरह एक ही बार में सारा गिलास खाली कर गया।
जीजू फिर बोले-“कुझे बच्चा चाहिये कैसे भी, लेकिन किस पे भरोसा किया जाये, हमारी यही प्रोबलम है? मैं और पूजा एक साल से ऐसा आदमी ढूँढ रहे हैं, जो पूजा के साथ सेक्स करके हमें बच्चा दे सके और किसी को पता भी ना चले, लेकिन ऐसा कोई आदमी हमारी नज़र में नहीं आया। कल यही सोचते-सोचरे और बातें करते-करते पूजा के मुँह से अचानक तुम्हारा नाम निकल गया।
तो मैंने झट से पूजा को कहा-“हम दीपक पे 100% भरोसा कर सकते हैं, लेकिन पता नहीं वो माने या ना माने? मैंने कैसे भी करके पूजा को तो मना के अपने साथ कर लिया लेकिन मुझे पता था कि तुम नहीं मनोगे। फिर भी पूजा ने मुझे तुमसे बात करने के लिये फोर्स किया और कहा कि एक बार पूछने में क्या हर्ज है? दीपक तुम हमारी हेल्प कर सकते हो। प्लीज़्ज़… ना मत कहना। मुझे पता है कि तुम दोनों बहन भाई हो लेकिन इसके बिना और कोई रास्ता भी तो नहीं…”
मैं-“जीजू, आपका मतलब कि मैं पूजा दीदी से सेक्स करके पूजा दीदी को माँ बना दूं, और आपको बच्चा दूं?”
जीजू-“हाँ दीपक, प्लीज़्ज़… हम तुम्हारे अलावा और किसी पे भरोसा नहीं कर सकते, पूजा की फिकर मत करो, उसे मैंने मना लिया है, वो तैयार है तुमसे बच्चा हासिल करने के लिए…”
मैं-“पूजा दीदी मेरी सगी बहन है, जीजू, आप किसी दोस्त की हेल्प क्यों नहीं लेते?”
जीजू-“नहीं यार, किसी पे भी भरोसा नहीं किया जा सकता। कल को वोही दोस्त दूसरे दोस्तों को कहेगा कि यह आदमी नामर्द है, इसकी बीवी का मेरे साथ चक्कर है, मुझसे पूरी तरह फँसी हुई है, रोज उसको चोदता हूँ, मेरी रखैल है आदि। और फिर वो कभी भी अपने दोस्तों को भी ला सकता है और फिर वो सब भी तुम्हारी बहन के साथ मस्ती करेंगे, मेरे घर में, मेरे ही बिस्तर पर, वगैरा वगैरा। दीपू, अगर कोई एक-दो आदमी हों तो ठीक है। पर सोचो अगर कल को उसने तुम्हारी दीदी को रंडी बनाकर हर रोज अपने किसी ना किसी दोस्त अपने क्लाइंट के नीचे लिटा दिया, तब क्या होगा? कितनी बदनामी होगी? और ये भी हो सकता ही की वो तुम्हारी दीदी को माँ बनाकर सारी उमर ब्लैकमेल करे, और फिर हमसे बच्चा भी ले जाए। सोचो इस हालत में क्या होगा? और एक दूसरा रास्ता है की मैं तुम्हारी बहन पूजा को किसी दूसरे शहर में ले जाऊूँ और वहां किसी लो क्लास वेटर, ड्राइवर या फिर किसी रिक्शावाले से चुदवाकर बच्चा पैदा करूं। पर पूजा किसी लो क्लास आदमी का बच्चा पैदा नहीं करना चाहती। अगर तू राज़ी नहीं हुआ तो फिर मजबूरन मुझे उसे इस बात के लिए राज़ी करना पड़ेगा की पूजा अब इसके सिवा और कोई रास्ता नहीं है की उसे किसी लो क्लास आदमी के साथ सेक्स करके बच्चा पैदा करना होगा। वैसे दीपू, ये लो क्लास के मर्द तुम्हारी दीदी जैसी मस्त पटाका माल को चोदने के लिए एकदम तैयार भी हो जाएंगे। अब अगर तुम तैयार नहीं होते तो अब यही एक रास्ता है। और अगर कोई रिलेटिव होगा तो वो ब्लैकमेल भी कर सकता है और मुझे बदनामी से बहुत डर लगता है…”
अब लार्ज पेग अंदर जाने और पूजा दीदी को चोदने के खयाल से ही मैं हवा में उड़ने लगा था, मैंने टेंशन की एक्टिंग करते हुए एक और लार्ज पेग मारा और जीजू को बोला-“जीजू, अगर किसी को पता चल गया तो?”
जीजू एकदम उत्तेजित होते हुए बोले-“न, न… नहीं पता चलेगा दीपक, हम तीनों के अंदर ही बात रहेगी, हम लोगों ने प्लान बना रखा है कि हम तीनों कल शिमला चलेंगे, घूमने के लिए, और वहीं पे होटेल में सब होगा…”
मैं-“जीजू, इस बात की क्या गारन्टी है कि मेरे 1-2 दिन सेक्स करने से दीदी प्रेग्नेंट हो जायेगी?”
जीजू-“यार वो टेंशन तू मत ले, मुझ पे छोड़ दे सब। मैं तो शिमला तुम लोगों के साथ इसलिए जा रहा हूँ कि तुम लोगों को आपस में सेक्स के लिये खोल सकूँ, उसके बाद मैं पूजा को तुम्हारे पास एक महीने के लिए घर पे छोड़ जाउन्गा, जब तक कि वो पेट से नहीं हो जाती…”
मैं कुछ सोचने की एक्टिंग करता चुप बैठा रहा। फिर कुछ देर के बाद बोला-“जीजू, पूजा मेरी बहन है, क्या उसके साथ ये सब करना ठीक होगा? अगर किसी को पता चल गया तो लोग क्या कहेंगे?”
मेरी बात सुनकर जीजू बोले-“दीपू, तेरी सब बातें जानता हूँ की तू कब से पूजा पर लाइन मारता है। पूजा ने मुझे सब बता दिया है की कैसे तूने एक बार उसे पकड़कर सोफे पर लिटा दिया था और फिर उसकी टांगें चौड़ी करके अपने कंधे पर रखकर तू तो उसको उस दिन ही ठोंकने वाला था, वो तो पूजा की किस्मत अच्छी थी कि उस दिन जो तुझसे उसकी सलवार का नाड़ा नहीं टूटा। अगर उस दिन तुझसे पूजा की सलवार का नाड़ा टूट गया होता तो तूने उसी दिन पूजा को नंगी करके अपना ये मोटा लंबा लण्ड उसकी चूत में डालकर उसकी चूत का कबाड़ा कर दिया होता। वो तो ये सब भी बता रही थी की तेरी आँखें हमेशा से उसकी चूचियों और चूतड़ों पर लगी रहती थीं…”
जीजू की बात सुनकर मैं झेंप गया, मेरे मुँह से कुछ भी नहीं निकल रहा था। फिर में धीरे से बोला-“जीजू, दीदी माँ नहीं बन सकती, कहीं कमी दीदी में तो नहीं?”
तो जीजू बोले-“अरे यार नहीं, कमी तो तब होगी उसमें जब मैं उसको चोद पाता…”
जैसे ही जीजू से कहा की वो दीदी को चोद नहीं पाते तो मुझे झटका लगा। तो क्या इसका मतलब दीदी अभी तक कुँवारी ही है? तो मैंने जीजू से कहा-“जीजू, ऐसी क्या बात है? क्या आपका लंबा नहीं?”
तो वो बोले-“यार, अब मेरा खड़ा ही नहीं होता… और अगर किसी दिन पूजा जबरदस्ती खड़ा भी कर देती है तो साली को जब भी नंगी करता हूँ, तो मेरा लण्ड पानी छोड़ देता है…”
तो मैं मन ही मन मुश्कुराया और अपने आपसे बोला-“ये साला कंज़र है…” और हम दोनों कुछ देर ऐसे ही चुप बैठे रहे। मेरे दिमाग़ में अब आगे की प्लानिंग आने लगी, जिससे की मैं पूजा जैसे माल को बिना किसी रोक- टोक के जब चाहूँ चोद सकूं। मैं ये बात पक्का कर लेना चाहता था की कहीं जीजू एक बार पूजा दीदी को मुझसे चुदवाकर माँ बनने बाद कहीं पूजा दीदी से मुझे संबंध बनाने ही ना दें और मैं पूजा दीदी को जब भी अपने सामने पाऊूँ और मुझे अपनी जवानी दिखा-दिखाकर चिढ़ाती रहे। क्योंकि जीजू ये जानते थे की मैं पूजा को सेक्स के बाद में उसकी मर्ज़ी के खिलाफ इस्तेमाल नहीं कर सकता था, उसे ब्लैकमेल करके चोद नहीं सकता था, क्योंकि आख़िरकार पूजा मेरी सगी बहन थी और अगर मैं बाद में पूजा को सेक्स के लिए ब्लैकमेल करता और किसी को पता चल जाता तो इसमें मेरी ही बदनामी होती।
इसलिए थोड़ा चुप रहने के बाद मैंने जीजू से कहा-“जीजू, मान लीजिए की अगर मैंने पूजा दीदी से सेक्स करके उन्हें माँ बना दिया और आप पूजा दीदी को लेकर अपने घर चले जाएंगे। आप तो जानते ही हैं की मेरे जैसा जवान लड़का अगर एक बार पूजा दीदी जैसी हाट लड़की के साथ सेक्स कर लेगा तो क्या उसके बाद वो बिना किसी औरत के रह पाएगा? फिर पता नहीं पूजा दीदी मुझे कभी अपने बदन पर हाथ लगाने देगी या नहीं? हो सकता है की फिर मैं पूजा दीदी के जिश्म को याद कर-करके किसी रंडी के पास जाने लगूं और अपनी लाइफ बर्बाद कर लूं…”
|