RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
सोनू ने उसकी गुलाबी आँखो मे देखते हुए कहा : "तुम्हारे साथ दी...तुम्हारे साथ...''
उसके इतना कहने की देर थी की सोनिया उसके होंठों पर टूट पड़ी...
अपने नंगे जिस्म को उसके शरीर से रगड़ती हुई, अपनी टूटी हुई सांसो से उसने पूछा : "और....और ये...ये ग़लत तो नही होगा ना...''
सोनू जानता था की उसकी बहन उसे छेड़ने के लिए ऐसा ज़रूर पूछेगी...
पर वो अब जान चुका था की इस बात को बार-2 कहकर वो अपनी लाइफ की सबसे बड़ी भूल कर रहा था...
वो बोला : "नही दी... मुझे नही पता की ये क्या चीज़ है जो मुझसे ये सब करवा रही है..मैं आज तक यही सोचता था की शायद ये सैक्स की भूख है हम दोनो के बीच जो हमे हर बार इस तरह से एक दूसरे की तरफ आकर्षित कर रही है और इसलिए मैं फकिंग को छोड़कर सब कुछ करने के लिए तैयार था...और हमने वो सब किया भी...पर आज जो मेरे साथ हुआ, उसके बाद मुझे पता चला की सैक्स तो मैं उनके साथ भी कर सकता था, उनके साथ करने मे कुछ ग़लत भी नही होता...पर मेरे अंदर से जो आवाज़ आई उसे सुनकर मुझे पता चला की शायद मुझे तुमसे प्यार हो गया है...हाँ दी, आई लव यू ...और ये शायद ग़लत होगा की एक भाई अपनी बहन से इस तरह का प्यार करे, पर अब ये मेरे बस की बात नही रह गयी है...आई एम् हेल्पलेस...और शायद यही हाल तुम्हारा भी है...मैने हर कोशिश करके देख ली है, पर अब मुझसे रहा नही गया और आज मैं आपसे अपने दिल की बात कह रहा हूँ दी, ये ग़लत नही है...और मैं अपनी लाइफ का पहला प्यार आपको देना चाहता हूँ ....''
सोनिया अपनी गर्म साँसों के बीच अपने भाई का ये कबूलनामा सुनती रही...
और फिर उसकी आँखे भीग आई...
शायद यही वो भी सुनना चाहती थी...
यही वो भी कहना चाहती थी....
और इसलिए अब इस प्यार को अपनी मंज़िल पर पहुँचाना ज़रूरी था.
दोनो का एक होने का समय आ चुका था.
वो भी भर्रायी हुई आवाज़ में बोल पड़ी : "हाँ भाई....आई लव यू टू....और ये बिल्कुल भी ग़लत नही होगा....हम सब कुछ करेंगे और बाकी सभी बातों का भी ध्यान रखेंगे...पर अब और रुका नही जाएगा ....''
इतना कहते हुए वो बेड पर लेट गयी और सोनू को उपर आने के लिए कहा...
ये वो पल था जब उन दोनो के बीच बची एक मात्र धागे जितनी पतली दीवार भी टूटने वाली थी....
दोनो ने एक दूसरे की आँखो में देखा
हर तरफ प्यार ही प्यार था...
और आज की पूरी रात वो इस प्यार को एक दूसरे पर लूटा देना चाहते थे...
सोनिया ने बड़े प्यार से सोनू के लंड को अपने मुँह में लिया और उसे अच्छे से चूमा, चूसा और इतना गीला और कड़क कर दिया की वो उसकी चूत में आसानी से घुस सके..
सोनू ने अपने कड़क लंड को पकड़ कर सोनिया की चूत के परों को फेला कर उसपर लगा दिया....
छूट की पंखुड़िया इतनी नर्म और गीली थी की उन्होंने सोनू के लंड के टोपे को तितली के परों की तरह पूरी तहर से धक लिया.
और फिर सोनू ने उसके मोम्मे पकड़कर धीरे से धक्का लगाया.....
लंड थोड़ा सा अंदर चला गया...
सोनिया कराह उठी
सोनू : "देखो दी...अगर तकलीफ़ हो तो बता देना, मैं वहीं रुक जाऊंगा''
उसने हामी भरी, इस वक़्त तो वो अपनी लाइफ की सबसे ब्यूटिफुल मूमेंट जी रही थी, दर्द होने का तो सवाल ही नही उठता था...
सोनू ने अपनी बहन की टांगे दोनो तरफ फेलाइ और एक करारा शॉट मार दिया...
ये वो शॉट था जिसने सोनू के लंड को सोनिया की चूत की बौंड्री के उस पार पहुँचा दिया...
एक तीखा दर्द सोनिया को अपनी चूत पर महसूस हुआ, जो शायद उसकी चूत की झिल्ली के फ़टने की वजह से हुआ था....
हल्की गरमाहट अंदर से बाहर की तरफ निकलने लगी
जिन बातों को दोनो भाई ग़लत बोलकर नरंदाज करते आ रहे थे वही सब आज कितना सही लग रहा था ये उनसे ज़्यादा कोई और जान ही नहीं सकता था...
सोनू के झटकों की वजह से सोनिया के मुँह से सिसकारिके साथ-2 दर्द भी उभर रहा था..
''उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआआआआआआअहह...... सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... धीरे कर....... ध्ीएरए.....''
सोनू को लगा की शायद सोनिया को ज़्यादा ही तकलीफ़ हो रही है, इसलिए उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया...
वो किसी ज़ख्मी नागिन की तरहा फुफ्कार उठी..
''वापिस डाल उसे....वापिस डाल जल्दी..... डोंट टेक इट बेक सोनू..... जस्ट फक्क मी......''
सोनू तो एक पल के लिए डर ही गया....
पर सोनिया अब इस मोड़ पर आकर वापिस नही जाना चाहती थी...
वो चाहती थी की ये जो दर्द है एक ही बार में मज़े में बदल जाए..
ये जो झिझक है एक ही बार में निकल जाए...
ये जो ग़लत है एक ही बार में सही हो जाए...
क्या पता फिर उन दोनो में ये सब करने की हिम्मत कभी आ पाए या नही.
इसलिए जो होना है वो आज ही हो जाने दो...
सोनू ने एक बार फिर से जोरदार धक्के के साथ अपना लंड सोनिया की चूत में पेल दिया...
और इसी झटके ने एक ही बार में उन दोनो भाई बहन के रिश्तों को लीन लिया...
दोनो एक हो गये..
अंदर तक...
सोनू का लंड पूरा का पूरा अंदर घुस चुका था...
वो बेड पर पड़ी हुई कसमसा रही थी
दर्द से और मज़े से छटपटा रही थी
पर अब सोनू उसकी कोई भी बात सुनने को राज़ी नही था..
वो उसकी चूत में अपने लंड को जोरदार तरीके से पेलने में लगा था
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