RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
अब ये बात तो सोनू भी जानता था की माल गांड के छेद में जाने से वो प्रेगञेन्ट नही होगी....
इसलिए उसने खुद ही अपने सारे घोड़े खुल्ले छोड़ दिए और उन्हे दौड़ाता हुआ उत्तेजना की चरम सीमा को लाँघकर , ऑर्गॅज़म का बाँध तोड़कर, उसकी नन्ही सी गांद के छेद में झड़ने लगा...
सोनू के लंड से निकले लावे की गर्मी में झुलसकर चाँदनी भी जल उठी, और जोरदार आवाज़ें निकालती हुई वो भी झड़ने लगी..
''आआआआआआआआआआहह ओह माई गॉड ......... ओह माय गॉड ...... यू फकिंग बीस्ट..... यू आर सोओ गुड ...... अहह वॉट ए फकिंग.......''
पूरी तरह से शांत होने के बाद पक्क की आवाज़ के साथ जब सोनू ने अपना लंड बाहर निकाला तो उसके लंड के साथ-2 ढेर सारा सफेद और गाड़ा पानी भी बाहर निकल आया....
सोनू और चाँदनी एक दूसरे से लिपटकर गहरी साँसे लेने लगे...
चाँदनी ने उसके चेहरे को बड़े प्यार से सहलाते हुए कहा : "तुम ऐस्स फकिंग इतनी जबरदस्त करते हो तो पुस्सी की फकिंग करते हुए तो तुम धमाल मचा दोगे...प्रोमिस मी, जब भी तुम अपनी लव बर्ड की पुस्सी फकिंग कर लोगे उसके बाद एक बार मेरे साथ वो ज़रूर करोगे...''
सोनू ने मुस्कुराते हुए उसे प्रोमिस कहा और एक बार फिर से वो दोनो एक गहरी स्मूच में डूब गये..
तभी सोनू का मोबाइल बज उठा...वो साक्षी का फोन था, शायद वो बाहर बैठी हुई बोर हो रही थी...
सोनू ने फोन उठाकर जल्द से बाहर आने की बात कही और जल्दी-2 कपड़े पहन कर तैयार हो गया...
साक्षी को टाइम लगने वाला था, उसे लहँगा चोली पहनने में टाइम लगना था...
इसलिए वो उसे बाय कहकर बाहर आ गया...
साक्षी से नज़र मिलाते हुए उसके चेहरे पर एक बड़ी सी स्माइल थी.
पर ना तो साक्षी ने उससे कुछ पूछा और ना ही सोनू ने उसे बताना सही समझा...
पर साक्षी के हाव भाव से सॉफ पता चल रहा था की अब उसके अंदर कुछ करने की कुलबुलाहट शुरू हो चुकी है...
और ये कुलबुलाहट वो सोनू से आज की रात ही शांत करवाने के चक्कर में थी.
कुछ देर जब सोनू और साक्षी खाना खा रहे थे तो चाँदनी वहां आ गयी और सीधा आकर साक्षी के गले से लग गयी..
और उसके कान में बोली : "थॅंक्स ए लॉट स्वीटी, आज तुम्हारी वजह से मुझे इतना मज़ा मिला... एन्ड यू आर वेरी लक्की , ही इस सेविंग हिज़ वर्जिनिटी फॉर यू , अच्छे से एंजाय करना...''
शायद वो सोच रही थी की वो लक्की लड़की साक्षी ही है..
चाँदनी की बात सुनकर साक्षी भी मुस्कुरा दी, शायद ये सुनकर की सोनू ने अंदर जाकर उसकी चूत नही मारी, उसे कुछ ज़्यादा ही खुशी हो रही थी.
वो काफ़ी देर तक उनसे बाते करती रही, रह-रहकर वो सोनू को भी देखे जा रही थी और उसे इशारों-2 में छेड़ भी रही थी..
सोनू एक बात तो जान ही चुका था की उसकी चुदाई की लिस्ट में चाँदनी ने अपना नाम लिखवा लिया है.
डिन्नर करने के बाद वो दोनो बाहर आ गये, गाड़ी उन्होने रिज़ॉर्ट की बैक साइड में बनी पार्किंग में खड़ी की थी, जो शायद एक खाली खेत था.
वहां उस वक़्त काफ़ी अंधेरा था, गाड़ी के पास पहुँचते ही साक्षी ने सोनू को कस कर पकड़ लिया और उसे एक जोरदार स्मूच दे डाली...
सोनू भी एकदम से मिले इस उपहार को पाकर हैरान रह गया लेकिन बाद में वो उसका साथ देने लगा.
करीब 2 मिनट बाद जब किस्स टूटी तो सोनू ने पूछा : "ये किसलिए था ??''
साक्षी ने मुस्कुराते हुए बड़े प्यार से कहा : "बस...ऐसे ही....आज बहुत प्यार आ रहा है तुमपर...''
प्यार तो उसे भी आ रहा था उसपर...
सोनू ने आस पास देखा, घुपप अंधेरा था और काफ़ी सुनसानियत थी वहां पर..
वो दोनो कार में जाकर बैठ गये और अंदर से लॉक कर लिया और एक बार फिर से एक दूसरे को पकड़ कर बुरी तरह से चूमने लगे..
ऐसा लग रहा था जैसे वो दोनो एक दूसरे को खा ही जाएँगे.
सोनू ने साक्षी की साड़ी का पल्लू खोलकर उसने नीचे गिरा दिया और उसके बूब्स पर टूट पड़ा...
ब्लाउस के उपर से ही उन्हे दबा-दबाकर उनके मुलायमपन का भरपूर मज़ा ले रहा था वो..
साक्षी ने खुद ही अपने ब्लाउस के हुक्स खोल कर अपनी जवानी के दरवाजे खोल दिए...
अंदर एक सेक्सी सी ब्रा पहनी हुई थी उसने जिसे नीचे करने में सोनू को एक पल भी नही लगा और जैसे ही उसके बेर से सजे कश्मीरी सेब सामने आए वो एक गहरी साँस लेकर उनपर टूट पड़ा और अपने पैने दांतों से कुतर -2 कर उसके सेबों को खाने लगा...
''आआआआआआआआआआआआअहह ओह माय हीरो....सक्क इट हार्ड.....''
वो लगभग उसी अंदाज में अपने मोम्मे चुस्वा रही थी जैसे चाँदनी ने चुस्वाए थे अभी कुछ देर पहले...
अब तक सोनू को इस बात का अच्छे से पता चल चुका था की हर बूब को चूसने मे अलग मज़ा मिलता है...
कोई मीठा होता है, जैसे उसकी बहन सोनिया का है...
कोई हल्का खट्टापन लिए हुए जैसा की चाँदनी का था...
कोई तो मिक्स फ्रूट जूस जैसे स्वाद देते है जैसे की तनवी के है
और अब ये साक्षी के बूब्स जो इस वक़्त बियर जैसा स्वाद दे रहे थे उसे...
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