RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
सोनू अपने कपड़ों की परवाह किए बिना ज़मीन पर लेट गया और अपनी बहन को अपने उपर लिटा लिया...
गहरी साँसे लेती हुई सोनिया को अपने भाई की ये बात बहुत अच्छी लगी....
उसने अपनी आँखे उपर करके सोनू को देखा और एक बार फिर से दोनो एक गहरी स्मूच में डूब गये...
और इस बार किस्स से ज़्यादा वो उसके चेहरे पर लगा रस सॉफ करने में लगी थी, जो उसकी वजह से बाहर फेला था...
सोनू भी उसके नंगे बदन को अपने उपर लिटाकर उसके कठोर कूल्हे मसल रहा था...
कुछ देर बाद उसके चेहरे को पहले जैसा चमकाकर वो बोली : "भाई , नीचे चले क्या...अपने बेड पर...''
उसकी आँखो की चमक देखकर सॉफ अंदाज़ा लगाया जा सकता था की वो अंदर से कुछ ख़ास करने के लिए और अपने भाई को खुश करने के लिए कितनी बुरी तरह से तड़प रही है...
और ऐसे मे सोनू भला कौन होता था रोकने वाला...
उसने तुरंत सिर हिला कर अपनी हामी भर दी.
अब आने वाले पलों में उसके साथ क्या होने वाला था ये तो सिर्फ़ और सिर्फ़ सोनिया ही जानती थी.
सोनिया ने अपने सारे कपड़े अपने हाथों में समेट लिए, पर उन्हे पहना नही..
और सोनू से बोली : "तू एक काम कर, पहले नीचे जा , देख सब ठीक है ना...''
सोनू कुछ समझ नही पाया...
पर फिर भी धीरे से दरवाजे की कुण्डी खोलकर दबे पाँव नीचे उतर आया...
पूरे घर में शांति थी, नीचे झाँककर उसने चेक कर लिया की मॉम डेड का रूम भी बंद है...वो आराम से सो रहे थे.
वो वापिस उपर आया और सोनिया को इशारे से नीचे आने के लिए कहा.
उसने अभी तक कपड़े नही पहने थे.
और सोनू की तो आश्चर्य की सीमा नही रही जब वो ऐसे ही भागती हुई सी नीचे उतर गयी...
अपने सारे कपड़े हाथों में लेकर वो नंगी हिरनी की तरह भागकर अपने कमरे में घुस गयी.
सोनू तो उसकी इस हरकत को देखकर हैरान रह गया..क्या हिम्मत थी उसमें.
पर उसके हिलते चूतड़ और उछलते मोम्मे देखकर उसे मज़ा बहुत आया था.
और परिणाम ये हुआ की उसका लंड जो पहले से ही बड़ी मुश्किल से अड्जस्ट हो पाया था शॉर्ट्स में , वो अब बग़ावत पर उतर आया था.. ऐसी नर्म मुलायम गांड को चांदनी रात में मचलते देखकर भला किसका मन नही डोलेगा.
इसलिए नीचे जाते-2 सोनू ने भी अपने लंड को शॉर्ट्स से बाहर निकाल लिया और उसे मसलता हुआ सा नीचे उतर कर अपने रूम में आ गया...
शायद अपनी बहन को देखकर उसमें भी थोड़ी हिम्मत आ गयी थी.
अंदर आते ही उसकी आँखे और लंड फिर से फैल गये..
सोनिया कमरे में नंगी खड़ी हुई थी
अपने हाथ में पकड़े कपड़ों को उसने ज़मीन पर फेंक दिया था और उन्हे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे अभी-2 जबरदस्त चुदाई हुई है वहां पर...
उसकी पेंटी-ब्रा एक कोने में थे...
जेकेट एक तरफ पड़ी थी...
और नंगी सोनिया एक तरफ खड़ी हुई थी.
सोनू के हाथ में उसके लंड को देखकर वो मुस्कुरा दी और उसके करीब आई
सोनिया : "ओले ओले...मेले भाई को यहाँ प्राब्लम हो रही है...कोई बात नही...ये नर्स आ गयी है अब...सब ठीक कर दूँगी मैं ...''
इतना कहकर उसने अपनी लंबी उंगलियों का इस्तेमाल करके उसकी गोटियों समेत उसके पूरे लंड को अपने कब्ज़े में ले लिया...
ऐसा लगा जैसे गालगोटिया कबाब पूरा पक कर तैयार था ...
और सोनिया ने देर की भी नही उसे खाने में ..
एक ही झटके में नीचे बैठी और उसकी शॉर्ट्स को नीचे करके उसके सुलग रहे गन्ने को मुँह में लेकर उसे चूसने लगी..
कभी दाँये से चूसती और कभी बाँये से...
कभी लंड को किसी बंदूक जैसे सोनू की तरफ तान कर उसकी बॉल्स को मुँह में भर लेती...
सोनिया अपने भाई को हर वो मज़ा देने में लगी थी जो उसके भाई ने अभी कुछ देर पहले उसे दिया था, छत्त पर.
और सोनू वो सब फील करके अलग ही दुनिया में पहुँच चुका था...
उसे ऐसा फील हो रहा था जैसे वो हवा में उड़ रहा है और जन्नत की हूर उसकी बॉल्स को चाट रही है...
ऐसी मस्ती से भरी फीलिंग उसे आज तक नही मिली थी.
सोनिया ने उसकी शॉर्ट्स को पूरा निकाल दिया...
और फिर खड़ी होकर उसकी टी शर्ट को भी..
अब वो भी सोनिया की तरह पूरा नंगा था.
आदम और हव्वा की तरह दोनो एक दूसरे को खा जाने वाली नज़रों से देख रहे थे...
और फिर जैसे उनमें पागलपन सा आ गया और दोनो एक दूसरे को बुरी तरह से चूमने चाटने लगे..
सोनू तो उसके दोनो मुम्मों पर बुरी तरह से टूट पड़ा...
उन्हे एक बार फिर से मुँह में लेकर उसकी उत्तेजना और भी भड़क गयी..
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