RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
तनवी आश्चर्यचकित रह गयी और बोली : "अर्रे....वो तेरा भाई है.... मेरा तो कुछ नही... तुझे वो इस तरह से न्यूड देखेगा तो... आई मीन..वो..देखकर...क्या सोचेगा.... ये तो ग़लत होगा ना....''
जवाब मे वो हिसहीसाई : "कुछ ग़लत नही है..... समझी.... तेरे साथ भी तो वो ये सब करता है... मुझे कोई प्राब्लम नही थी...और वही मैं जब कर रही हूँ तो उसे क्या प्राब्लम हो सकती है...''
तनवी : "बात वो नही है... बात ये है की वो तुझे ऐसे न्यूड देखेगा तो क्या सोचेगा...''
सोनिया : "उसकी कोई टेंशन नही है... हमारे बीच ये सब चलता है.... मैने उसे कई बार न्यूड देखा है... और मैं भी उसके सामने कई बार चेंज कर लेती हूँ .... इट्स नोट ए बिग डील...''
तनवी कुछ देर तक उसे देखती रही , जैसे उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था
और फिर उसके चेहरे पर भी एक कुटिल सी मुस्कान आ गयी और बोली : "वाउ..... कूल.... ऐसा भाई अगर सभी को मिले तो बाहर जाने की ज़रूरत ही क्या है...''
सोनिया : "मतलब ??''
तनवी : "मतलब ये की.... जब तुम दोनो आपस में इतना ओपन हो ही चुके हो तो वो भला क्यों मेरे जैसी लड़की के साथ बाहर मुँह मारता फिरता है... या फिर तू भला क्यों किसी और का इंतजार करती है... तुम्हे तो आपस में ही... हे हे..''
सोनिया ने मन में सोचा : 'यही तो मैं भी चाहती हूँ ... और मेरी प्लानिंग से चलते रहे तो जल्द ही उसका लंड मेरी चूत में होगा...'
सोनिया को इस तरह से चुप होकर सोचता हुआ देखकर तनवी बोली : "ओये... आई एम सॉरी... मैं तो बस ऐसे ही कह रही थी... तू इसका बुरा मत मान....''
अब वो बेचारी क्या जानती थी की उसने बुरा नही माना बल्कि अपनी योजना को ऐसे पूरा होता देखकर उसे खुशी हो रही है.
इसी बीच सोनिया पूरी नंगी हो चुकी थी...
तनवी तो उसके शरीर की बनावट और शरबती अंगो को देखकर मोहित ही हो गयी...
खासकर उसके मोटे बूब्स और उनपर लगे लाल निप्पल्स को देखकर
वो बोली : "हाय .... क्या बूब्स है तेरे यार..... ऐसे ही तो करवाने है मुझे.....''
इतना कहकर वो उसके बूब्स पर एक बार फिर से टूट पड़ी...
सोनिया ने उसकी स्कर्ट को खोलकर उसे भी नीचे गिरा दिया...
अब तनवी पूरी नंगी थी
उपर ब्रा नही थी, नीचे कच्छी नही थी..एक नंबर की चुदक्कड़ लड़की बनने के सब लक्षण थे उसमे.
दोनो के शरीर एक दूसरे से रग़ड़ खाने लगे. खासकर दोनों के बूब्स निप्पल्स
तनवी : " अहह..... ऐसे ही करती रह... बड़ा मज़ा आ रहा है.... बेचारा तेरा भाई... उसने अगर ये सब देख लिया तो यही बोलेगा की ये क्या हो रहा है...''
उसकी बात ख़त्म ही हुई थी की पीछे से सोनू की भारी भरकम आवाज़ आई : "ये क्या हो रहा है...''
जिसे सुनकर तनवी एक झटके से पलटी...
सोनू अपने बाथिंग टावल में खड़ा था...
तनवी की तो फट्ट कर हाथ में आ गयी...
उसे डर था की कही सोनू को इस बात का बुरा ना लगे की वो उसकी बहन के साथ भी वही खेल ख़ेल रही है जो उसके साथ खेलती है...
पर उसे क्या पता था की ये सब उन भाई बहन की योजना का ही परिणाम था की वो इस वक़्त सोनिया के साथ नंगी थी.
और इसके बाद जो होने वाला था, उसमे तीनो को ही मज़े आने वाले थे.
तनवी तो अपने नंगे बदन को ऐसे छिपाने लगी जैसे सोनू कोई बाहर का बंदा है, वहीं दूसरी तरफ सोनिया बड़े इत्मिनान से वैसे ही लेटी रही, बिना कोई हरकत किए, तनवी की हड़बड़ाहट देखते हुए उसे हँसी भी आ रही थी.
तनवी ने अपने बदन को पिल्लो से छुपाया और सोनू को देखकर बोली : "वो...वो ...मैं....ये....सोनिया....इसने ही....मुझे..... ये सब..... आई एम् ...सॉरी सोनू.... मैं तो बस......''
उसकी ये हालत देखकर सोनिया के साथ-2 सोनू की भी हँसी छूट गयी...
बेचारी तनवी दोनो भाई बहन के चेहरों को आँखे फाड़कर देखने रह गयी.
सोनू उसके पास आया और बोला : "इट्स ओके .... ये कोई बड़ी बात नही है.... तुम ज़्यादा टेन्षन ना लो, और जो कर रहे थे, करते रहो... आई डोंट हेव एनी प्राब्लम...''
तनवी आँखे फेला कर बोली : "आर यू श्योर सोनू.... आई मीन... मैं तुम्हारी सिस के साथ ये सब... कर सकती हूँ ...''
उसने ये बात सोनिया के नंगे शरीर की तरफ आँखे करते हुए कही, ताकि सोनू अपनी नंगी बहन का लिहाज करके कम से कम उस बात के लिए मना कर दे.
पर सोनू ने बिल्कुल उल्टा कहा
"इट्स ओके ... ये तो अक्सर अपने होस्टल की बातें बताती रहती है, वहां उस लड़की के साथ ये किया, वो किया... एंड आई थिंक वो सब ये मिस कर रही थी, इसलिए आज तुम्हारे साथ शुरू हो गयी... बट इट्स गुड, मैं भी तो देखूँ , सोनिया ने हॉस्टिल में क्या-2 सीखा है''
ये हॉस्टिल वाली बात सोनू ने झूट कही थी, ताकि तनवी को उसकी बात का विश्वास हो जाए..
और वो हो भी गया...
तनवी को अब यही लगने लगा की ये सब सोनिया हॉस्टिल में ही सीखी है, पर जो भी सीखी है, बहुत मस्त है ये.
पर अभी भी वो खुलकर ये नही बोल पा रही थी की अपनी बहन को सोनू कैसे वो सब करते हुए देखेगा और वो भी अपनी खुद की जीएफ के साथ.
सोनिया ने शायद उसके मन की बात पढ़ ली थी, वो बोली : "देख तनवी, मैने कहा था ना की सोनू जो तेरे साथ करता है, उसमे मुझे कोई प्राब्लम नही है, इन्फेक्ट मैने ही सोनू को तेरे साथ वो सब करने में हेल्प की थी, इसलिए सोनू को भी कोई प्राब्लम नही है , की मैं ये सब तेरे साथ करू...है ना भाई...?''
उसने नशीली आँखो का इशारा करके सोनू से पूछा..
सोनू ने अपने दोनो अंगूठे हवा में लहरा कर कहा : "नोट एट ऑल, बिल्कुल भी नही, बल्कि मैं तो ये शो एंजाय करने वाला हूँ ''
तनवी ने अपनी आँखे बंद की, अपने सिर को ज़ोर से झटका दिया और बुदबुदाई : "जब इन दोनो भाई बहन को ही प्राब्लम नही है तो मुझे क्या, मुझे तो मज़ा ही आ रहा था इस खेल में''
इतना कहके उसने उस पिल्लो को सोनू की तरफ उछाल दिया और उसके सामने नंगी होकर बैठ गयी.
और बोली : "ठीक है, तुम्हे अगर देखना ही है तो देखो, आज हम दोनो सहेलियां तुम्हे वो दिखाएँगे, जो शायद तुमने आज तक नही देखा होगा...''
पता तो तनवी को भी नही था की वो और सोनिया क्या करने वाले है
पर ऐसा डायलॉग मारकर वो उन दोनो को ये दिखाना चाहती थी की वो ये सब करने के लिए रेडी है.
उसकी बात सुनकर दोनो भाई बहन ने ताली बजाई, सोनू आराम से जाकर अपने बेड पर बैठ गया, टावल में उसका लंड बुरी तरह से अकड़ कर टेंट बना चुका था...
वो उनके खेल के दोबारा शुरू होने का इंतजार करने लगा.
खेल फिर से शुरू हो गया, जहाँ पहले रुका था.
सोनिया सिर वाली तरफ से तनवी के उपर आई और उसके होंठों पर अपने मोम्मे लगा कर उसे एक बार फिर से अपना दूध पिलाने लगी
''मममममममम सक्क्क्क इट बैबी, जोर से आआआआह्ह्ह्ह''
साथ ही साथ वो उसके बूब्स को भी चूस रही थी, सोनिया के हाथ पकड़कर उसने अपनी सपाट छाती पर रख दिए, ताकि उसे मसाज भी मिलती रहे, मसाज मिलेगी तभी तो बूब्स बढ़ेंगे उसके.
सोनू का बुरा हाल था, उसके बेडरूम में जैसे कोई ब्लू फिल्म चल रही थी, ऐसा मज़ा तो लैस्बियन सैक्स का सीन देखकर भी नही आता.
तनवी तो बस यही सोच रही थी की सोनू उसी को देख रहा है, आख़िर वो उसकी जी एफ है, सोनिया को वो भला क्यो देखेगा, वो तो उसकी बहन है..
पर वो नादान ये नही जानती थी की सोनू की नज़रें उससे ज़्यादा अपनी बहन का चक्षु चोदन करने में लगी थी..
तनवी बार -2 सोनू को ही देख कर सब काम कर रही थी...
सोनिया के बूब्स चूसते हुए जब उसने देखा की सोनू की नज़रें उसकी गांड की तरफ है तो वो खुश हो गयी...
आख़िर एक ही तो हिस्सा था उसके शरीर का जो उसे भी आकर्षक लगता था और देखने वालो को भी..
अपनी छोटी चुचियो को वो प्लस पॉइंट में नही गिनती थी, इसलिए अपनी गांड को वो सोनू की तरफ लहराकर उसे लुभाने लगी...
उसकी कसी हुई गांड के नीचे झाँकति हुई उसकी कोरी चूत को देखकर एक बार के लिए तो सोनू भी मंत्रमुग्ध सा हो गया...
सोनिया का गला सूख रहा था, वो पानी की बॉटल लेने के लिए उठी, ये मौका देखकर तनवी ने अपनी चूत के पूरे जलवे सोनू के सामने फेला डाले...
वो अपनी नन्ही गांड को लहराते हुए, अपनी खुद की उंगलियों से ही अपनी चूत को मसलने लगी...
सोनू को ऐसा लग रहा था जैसे मधु मक्खी के काटे होंठों को रगड़ रही है वो...
इतनी फुलावट वाली चूत को चूसने का उसका भी मन कर रहा था, पर इस वक़्त वो उन दोनो के रंग में भंग नही डालना चाहता था..
इसलिए उसे अपनी चूत मसलते हुए देखता रहा.
पानी पीकर सोनिया सीधा उसकी चूत पर ही टूट पड़ी...
ये पहली बार था दोनो के लिए ही...
मालिश करने की वजह से तनवी की चूत तो पहले ही पनिया रही थी...
जैसे ही सोनिया ने अपनी जीभ उसके उपर रखी वो सीसीया उठी..
''आआआआआआआआआआआआआअहह .... उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़..... गंदी...... कही की..... ये क्या कर री है तू......''
एक लड़की का दूसरी की चूत को चाटना उसे शब्दो में तो गंदा लग रहा था, पर फीलिंग बड़ी अच्छी वाली आ रही थी उसे...
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