RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
सोनू ने अपने सिर के पीछे हल्का सा थप्पड़ मारा और मुस्कुरा कर मन में बोला : "साले , तू भी ना, पता नही क्या-2 सोचता रहता है...''
और वो वापिस अपने बेड की तरफ मुड़ गया..
पर मुड़ने से पहले उसने आख़िरी बार इतने करीब से सोनिया को जी भरकर देखा....
जो अपने सारे कपड़े उतार कर अपने बिस्तर पर किसी नागिन की तरह लहरा रही थी...
अपने दोनो स्तनो को भींच कर उनका रस निकालने में लगी थी...
पर असली रस तो उसकी चूत से निकल रहा था....
बेड पर कमान की तरह अपनी पीठ को उठा कर रखा था उसने..
उसे ऐसे एरॉटिक अवतार में देखकर सोनू जाते-2 रुक गया....
और वहीं खड़ा होकर अपने लंड को हिलाने लगा..
सोनिया को अभी तक पता नही था की उसका भाई अपने बेड से उठकर खड़ा हो गया है और उसे देखकर मुठ मार रहा है.
वो तो अपनी ही मस्ती में चूत की घिसाई करने में लगी थी.
सोनिया फिर से सिसकारी मार कर बोली :"सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...... सोनू ... माय बेबी .... अहह....... और कहाँ -2 किस्स करोगे..... सक्क करोगे....''
सोनू तो कौन बनेगा करोड़पति के उस सवाल पर खड़ा था जिसका जवाब उसे अच्छी तरह पता था, पर अपनी ही बहन को ऐसे सैक्स से भरी बातों का जवाब देने में उसे थोड़ी हिचकिचाहट हो रही थी....
भले ही वो देखने या करने की बातों से आगे निकल आया था, पर सॉफ-2 बोलने में उसे अब भी शर्म आ रही थी..
सोनिया ने फिर से पूछा : "बोल... ना........ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... कहाँ -2 पर........ ''
वो खुद ही अपने एक हाथ को अपनी चूत पर और दूसरे को अपनी गर्दन पर रखकर सहला रही थी.... यानी वो गर्दन उसका वीक पॉइंट था..
सोनू समझ गया की वो उसके मुँह से अपनी बंद आँखो के पीछे चल रही फिल्म को आवाज देना चाहती है...
सोनू भी उसकी बातों में आ ही गया और धीरे से बोला...
''तुम्हारी नेक्क पर....''
''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स अहह'' सिर्फ़ यही निकला उसकी बहन के मुँह से..
सोनू : "और फिर धीरे-2 नीचे आकर..... ऑन युवर नेवल...''
''आआआआआआआअहह ओह सोनू........ जीभ से करना.... जीभ से....''
सोनू के हाथ की स्पीड भी तेज हो गयी..
वो आगे बोला : "और फिर नीचे आकर......तुम्हारी.... ओ...ओं ...यो...युवर...... पु....पु.....पुस्सी......''
''ऑश एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... ओह्ह्ह्ह यस्ससस्स....... यहाँ ज़ोर से सक्क करो..... जितना ज़ोर से कर सकते हो..... उतनी ज़ोर से...... अहह.... सोनू... मेरी जान.... मेरे भाई...... खा जा इसको..... अहह....''
वो अपनी नन्ही सी चूत के मुहाने को ऐसे मसल रही थी जैसे गोल मटोल गुल्लक को खनका कर अंदर कितने पैसे है, ये पता लगा रही हो.
पर उस पागल को क्या पता था की अभी तो उस गुल्लक में सिर्फ़ खुद की ही जमा की हुई पूँजी थी...
यानी उसका कुँवारापन....
उसकी असली कीमत तो तब बढ़ेगी जब उसमे बाहर की दुनियां का कोई सिक्का डलेगा...यानी लंड.
इसलिए अभी के लिए अपने कुंवारेपन को सहलाकर...उसे समझा बुझाकर...अपनी नर्म उंगलियों की मालिश देकर...वो काम चला रही थी.
सोनू से भी सब्र नही हो पाया...उसके मुँह से भी निकल ही गया...
''आआआआआहह ....यस्स.......... दी...... खा जाऊंगा .... सब कुछ..... चाटूँगा भी...... उपर से..... नीचे तक...... सारा...... पूरा.....शरीर.....तुम्हारा..... अहह... ओह सस्स्स्स्स्स्सस्स....''
उतना बहुत था उसकी उत्तेजना की चरम सीमा पर जाने के लिए....
उसके लंड से एक जोरदार धार निकली और उसकी बहन की तरफ चल दी...
और वो धार अभी बीच रास्ते में थी जब सोनू को एहसास हुआ की उसने ये क्या कर डाला है....
वो मन ही मन प्रार्थना करने लगा की वो छींटे उसकी बहन पर ना गिरे....
और उसकी प्रार्थना का मिला जुला असर हुआ..
हालाँकि उसके और सोनिया के बीच करीब 10 फुट की दूरी थी...
पर फिर भी सबसे आगे वाले 1-2 नन्हे से छींटे सोनिया तक पहुँच ही गये...
जवानी का जोश था ही इतना ताकतवर की सोनू के लंड से निकली धार भी दूर तक पहुँच गयी...
अपने चेहरे पर गिरी बूँदो को महसूस करते ही सोनिया ने आँखे खोल दी...
और सामने जो उसने देखा, वो उसकी जिंदगी का सबसे हसीन दृशय था..
उसका भाई अपनी आँखे बंद किए, अपना खड़ा लंड लिए , मास्टरबेट कर रहा था....कर क्या रहा था,कर चुका था.
और उसी के लंड से निकली बूँदो ने उसके चेहरे को छुआ था...
बाकी की लकीरे फर्श पर अपने निशान छोड़ चुकी थी.
उन बूँदो को उंगलियों से टच करते ही वो भी अपनी उत्तेजना के शिखर पर जा पहुँची....
और हकलाते हुए....
गहरी साँसे लेते-2 ...
उसने अपनी चूत से रज का त्याग कर दिया.
''आआआआआआआआआआआआहह .... ओह सोनू...... उम्म्म्मममममममममममममम.....''
अपनी घी से चुपड़ी चूत को 2 उंगलियों से भींच कर सहलाते हुए वो अब भी सिसकारियाँ मार रही थी.
कुछ देर बाद जब तूफ़ान थमा तो दोनो को होश आया.
सोनू भागकर अपने बेड तक गया और चादर में घुस गया...
सोनिया ने भी जल्दी से अपने नंगे बदन को अपने कपड़ो से ढका...
और फिर एक एक करके दोनो बाथरूम में जाकर अपने गुनाहो को पानी से सॉफ करके आए.
और वापिस आकर सो गये.उसके बाद दोनों में कोई बात नहीं हुई.
पर दोनो के मन में बहुत कुछ चल रहा था..
अभी के किस्से को लेकर...
और आने वाले कल को लेकर...
जिसमें सोनू ने अपनी बहन को ये वादा कर दिया था की वो अपने और तन्वी के हसीन लम्हो को लाईव दिखाएगा... दोनो ही आने वाले कल को लेकर एक्साईटिड थे.
अगले दिन जब सोनू उठा तो अपने बिस्तर पर, रात की खुमारी में सराबोर होकर, सो रही सोनिया को देखकर वो मुस्कुरा दिया..
वो इस समय किसी परी जैसी लग रही थी.
सैक्सी परी की तरह.
जो अपनी छोटी सी पेंटी और सेक्सी सी टी शर्ट में सो रही थी...
अपनी गांड को किसी तोप की तरह उसने सोनू की तरफ कर रखा था
जिसके नुकीले और गोल-2 उभार उसे ललचा भी रहे थे की आकर मसल दो हमें और डरा भी रहे थे की खबरदार अगर हाथ लगाया तो उड़ा डालेंगे..
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