RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
एक तरफ सोनिया, दूसरी तरफ साक्षी और अब ये तन्वी ....
उसे तो अंदर से लगने लगा की अब वो किसी पर भी हाथ रखेगा तो वो लड़की उसे मना नही कर पाएगी...
सोनू ने धीरे -2 उसकी टी शर्ट को उपर करना शुरू कर दिया...
वो उसके निप्पल्स को देखना चाहता था....
और उन्हे सक्क करना भी...
पर ये काम करते हुए अब तन्वी को डर सा लग रहा था...
ऐसे एकदम से पहली ही बार में ये करना शायद उसे अजीब लग रहा था...
पर अपने 'प्यार' को वो मना भी नही करना चाहती थी...
इसलिए उसने अपनी बाहें उपर कर दी..
सोनू ने जब टी शर्ट उतारी तो उसकी हल्के उभार लिए छाती पर उगे उन नन्हे निप्पल्स को देखकर वो पलक झपकाना ही भूल गया...
उसने अपनी दोनो बाजुएं अंदर की तरफ दबा ली ताकि उसकी छाती थोड़ी उभरी हुई दिखे...
सोनू से सब्र नही हुआ और उसने नीचे झुककर उसके कड़क निप्पल को मुँह में लिया और जोरों से चूस डाला..
वो तड़प उठी, उसने सोने के बालों को पकड़ कर और जोर से उसे अपने खींच लिया
''अहह उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मर गयी .......''
बाहर खड़ी सोनिया भी काँप गयी उसकी इस कामुकता से भरी सिसकारी को सुनकर....
वो समझ गयी थी की अंदर ज़रूर कुछ और हो रहा है...
काश वो उन्हे ये सब करते देख पाती..
वो ये सोच ही रही थी की बाहर की बेल बजी.
सोनिया ने घड़ी की तरफ देखा तो 7 बज रहे थे....
उनकी मम्मी वापिस आ चुकी थी.
उसने जल्दी से दरवाजा खड़काया और बोली : "मॉम आ गयी सोनू......''
इतना कहकर वो नीचे भाग गयी और दरवाजा खोल दिया.
मॉम ने सोनू के बारे में पूछा तो सोनिया ने कहा की वो उपर है, उसकी फ्रेंड तन्वी भी आई हुई है...
उन्होने ओके कहा और फ्रेश होने चली गयी.
तब तक वो दोनो नीचे आ गए
सोनिया उनके चेहरे को देखकर अंदाज़ा लगाने की कोशिश करने लगी की अंदर क्या हुआ होगा..
तन्वी का लाल चेहरा सब बयान कर रहा था...
सोनू की पेंट में अभी तक टेंट बना हुआ था.. इसलिए वो डाइनिंग टेबल मे अंदर की तरफ होकर बैठ गया...ताकि वो किसी को दिखाई ना दे...
पर आज की रात जो होने वाला था, उसके बाद तो सोनू के इस उभार को छुपाने में और भी मुश्किल होने वाली थी.
तन्वी के जाने के बाद सोनू भी बाहर निकल गया....
बाहर की ठंडी हवा में आकर उसे तन्वी के साथ गुज़ारे गरमा-गरम पल बहुत याद आ रहे थे.
अपने खड़े लंड को बिठाने के लिए उसे कुछ टाइम तो चाहिए था..
अपने एक दोस्त के साथ कुछ समय बिताने के बाद वो वापिस घर आ गया.
घर आकर सोनिया की नज़रें उससे सवाल पूछने में लगी थी
पर वो जान बूझकर उसे अवाय्ड कर रहा था..
ये सब करते हुए वो अंदर ही अंदर हंस भी रहा था क्योंकि वो जानता था की आज रात अपने रूम में जाकर वो उसका क्या हाल करेगी..
खाना खाने के बाद जब वो अपने रूम में पहुँचे तो सोनिया ने दरवाजा बंद करके सीधा उसपर हमला बोल दिया
''अच्छा, अब मेरे से उस्तादी, मेरी वजह से जो मज़े करने को मिले है और मुझे ही अवाय्ड किया जा रहा है...''
सोनू : "अर्रे नही दी... मैं ऐसा क्यो करूँगा भला... अब आप ऐसे लुक दे रही थी मुझे और वो भी मॉम डेड के सामने तो मैने अपना चेहरा घुमा लेना ही सही समझा...''
सोनिया : "अच्छा ठीक है.... पहले ये तो बता की हुआ क्या तुम दोनो के बीच आज ?? ''
सोनू तो पहले से ही मज़े लेने के मूड में था...
अपनी बहन को सताने का कोई भी अवसर वो नही छोड़ता था...
ये भला कैसे छोड़ता
वो बोला : "कुछ भी तो नही दी.... बस मैं जब रूम में आया तो हैल्लो किया... और कुछ देर तक इधर उधर की बाते की... और बस...''
सोनिया अपनी आँखे नचाती हुई बोली : " बस !!!! और कुछ नही.... कोई किस्स नही ... कोई हग नही....''
सोनू (अपनी हँसी दबाते हुए) : "क्या दी आप भी ना.... ऐसे भला पहली ही बार में..... मैं कैसे उसे किस्स या हग कर लेता...''
सोनिया : "अरे भोंदू, वो किस्स तुझे थोड़े ही ना करनी थी.... वो करती अपने आप.. यही तो डिसाइड करके मैने उसे राज़ी किया था... और तुझे अंदर भेजा था... और ... और वो आवाज़ें भी सुनी थी बाद में मैने.... उसके चिल्लाने की... जैसे... जैसे कोई उसके साथ... आई मीन तुम उसे.... उसको...''
वो एक बार फिर से उस पल को याद करके हड़बड़ा सी गयी....
सकुचा गयी....
कुछ बोल ही ना पाई शर्म के मारे.
सोनू : "अर्रे वो... अच्छा ... उस वक़्त तो नीचे से एक चूहा उसके पैरों के उपर से निकल गया था.... आपको तो पता ही है की हमारे रूम में एक चूहा है... उसी वजह से चीखी थी वो...''
सोनिया समझ गयी की वो उसके साथ झूठ बोल रहा है....
पर वो भी ठान चुकी थी की उस बंद कमरे की हक़ीकत जान कर रहेगी...
सोनिया : "अच्छा, तो तू नही बताएगा... रुक अभी, तेरी सारी पोल पट्टी खुलवाती हूँ ....''
इतना कहकर सोनिया ने अपना मोबाइल उठाया और तन्वी को कॉल किया...
वैसे तो वो उसे पहले भी कॉल कर चुकी थी , वही बात जानने के लिए जो अभी वो अपने भाई से पूछ रही थी, पर उसने ये कहकर कॉल काट दी की अभी उसकी मॉम साथ है, रात को अपने रूम में जाकर बात करेगी..
और इस वक़्त वो भी अपने रूम में आ चुकी थी...
सोनिया ने कॉल मिला कर फोन को स्पीकर पर डाल दिया.
उधर से तन्वी की चहकति हुई आवाज़ आई : "हाय डार्लिंग..... अब बोल.... क्या पूछ रही थी तू...''
सोनू के चेहरे का रंग बदल सा गया...
पर अंदर ही अंदर वो अपने आप को दिलासा दे रहा था की ऐसे तन्वी भला क्यो अपनी सहेली को वो सब बता देगी, और वो भी उसके भाई के बारे में, जिसके बारे में सुनना शायद सोनिया को अच्छा ना लगे ...
पर सोनू को भला क्या पता था की उन दोनो में किस किस्म की यारी है....
सोनिया : "इसमें बोलने वाली क्या बात है, तुझे खुद पता होना चाहिए की मैं क्या जानना चाहती हूँ .. चल जल्दी बता ... क्या-2 हुआ आज सोनू के साथ....''
तन्वी की खनखनाती हुई हँसी आई : "हे हे हे.... तू भला क्यो सुनना चाहती है.... तेरा भाई है वो पगली....''
सोनिया को एक बार फिर से गुस्सा आ गया : "देख, तू जानती है की मैं मज़ाक के मूड में नही हूँ अभी.... चल जल्दी बोल...''
तन्वी इस वक़्त एक छोटी सी साटन की निक्कर और वाइट कलर की टी शर्ट में अपने आलीशान बेड पर लेटी हुई थी....
और उसके पूरे बदन में झुरजुरी सी दौड़ रही थी, आज शाम की बाते सोचकर ...
वो उन्माद भरी आवाज़ में बोली : "यार.... क्या चीज़ है ये तेरा भाई... आज जो किस्स करी ना उसने मुझे.... सच में ... सब भूल गयी.... ''
फोन स्पीकर मोड पर था... सोनिया ने घूर कर सोनू की तरफ देखा... और वो बेचारा सहम कर रह गया...
सोनिया : "अच्छा ..किस्स करी ....पूरा बता ना... कैसे-2 क्या हुआ...''
तन्वी भी ये बात भूलकर की वो सोनिया को उसी के भाई के बारे में बता रही है, शाम का किस्सा आँखे बंद करके सुनाने लगी..उसे क्या पता था की दूसरी तरफ फ़ोन स्पीकर मोड पर है.
''नॉर्मल बातें करने के बाद उसने मुझे किस्स किया.... और क्या किस्स करता है यार.... इतने जंगली तरीके से चूसा ना उसने मुझे...मन तो कर रहा था की मेरी पूरी बॉडी को ऐसे ही चबा जाए... अपने दांतो से...होंठों से... जीभ से... मेरे रोम-2 को गीला कर दे..''
सोनिया की साँसे तेज हो गयी ये सब सुनकर....
उसने भी शायद नही सोचा था की वो उसके भाई की बातें इतनी डीटेल में और इतने मज़े ले-लेकर बताएगी...
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