Raj sharma stories बात एक रात की
01-01-2019, 12:32 PM,
#83
RE: Raj sharma stories बात एक रात की
बात एक रात की--78

गतान्क से आगे.................

रोहित का चेहरा गुस्से से लाल हो गया, “अच्छा क्यों ना तुम्हारी गर्दन काट कर रख दूं इस डब्बे में. अगर हिम्मत है तो आ जाओ यहाँ. खंदार में भी तुमने एक नपुंसक की तरह पीछे से वार किया. सच बता है ना तू नमार्द?”

“मिस्टर पांडे समझ सकता हूँ मैं. तुम्हारी गर्ल फ्रेंड को उठा लाया मैं. तुम गुस्से में हो. पर मैं एक आर्टिस्ट हूँ. शांति से काम करता हूँ. वैसे तुम्हारे पास इसका सर काटने के अलावा कोई चारा नही है. टीवी ऑन करके देखो समझ जाओगे….हाहहाहा”

रोहित ने टीवी ऑन किया तो उसके होश उड़ गये. “पिंकी!... कमिने तुझे मैं जिंदा नही छ्चोड़ूँगा.”

रोहित ने देखा कि पिंकी एक बंद कमरे में खड़ी है. उसके साथ एक आदमी भी खड़ा है.

“तुम्हारी बहन के साथ जो आदमी बंद है उस कमरे में वो रेपिस्ट है. कयि रेप कर चुका है. तुम तो इसे जानते ही होंगे. पोलीस इनस्पेक्टर हो तुम तो.”

रोहित उस आदमी को देखते ही पहचान गया. उसके उपर रेप के 2 केस चल रहे थे पर सज़ा नही मिल पाई थी.

“ये आदमी रेप करेगा तुम्हारी बहन का. अगर तुम चाहते हो कि तुम्हारी बहन रेप से बच जाए तो तुरंत काट डालो गला रीमा का. अगर ऐसा नही किया तो 5 मिनिट के बाद ये आदमी टूट पड़ेगा तुम्हारी बहन पिंकी पर. चाय्स तुम्हारी है. तुम्हे बहन की इज़्ज़त प्यारी है या अपनी गर्ल फ्रेंड की जान.”

“कमिने इसे तू गेम कहता है. साले तू इंसान है या जानवर. आजा यहाँ और आमने सामने बात कर. तेरा ये गेम खेलने का शॉंक ना भुला दिया तो मेरा नाम भी रोहित नही.”

“हाहहाहा…मज़ा आएगा. इंट्रेस्टिंग. एक मिनिट बर्बाद कर दिया तुमने. कुछ करो वरना बहन की लुट-ती हुई इज़्ज़त देखोगे.”

रोहित और रीमा दोनो ही गहरे शॉक में थे. दोनो कुछ भी नही बोल पाए. 5 मिनिट बीत गये तो उस आदमी ने पिंकी को दबोच लिया.

“कामीने छ्चोड़ उसे….”रोहित चिल्लाया.

मगर उस कमरे तक रोहित की आवाज़ कहा पहुँच सकती थी. साइको ने उस आदमी को कहा था, “अगर रेप नही कर पाए इस लड़की का तो तुम्हारी लाश जाएगी यहाँ से बाहर.” और पिंकी को उसने कहा, “अगर तुमने रेप होने दिया तो तुम्हे काट डालूँगा.”

जैसा कि उसने निसा के साथ किया था, वैसा ही वो पिंकी के साथ कर रहा था.

रीमा ने रोहित के कंधे पर हाथ रखा और बोली, “काट दो मेरा सर रोहित और रुकवा दो ये ब्लात्कार. बलात्कार मौत से भी ज़्यादा भयानक होता है.”

“चुप रहो तुम. ऐसा कुछ नही करूँगा मैं.” अचानक रोहित की नज़र रूम में लगे कॅमरा पर गयी. कॅमरा दीवार पर बहुत उपर लगा हुआ था. रोहित ने टेबल से टीवी को उठाया और उसे नीचे रख दिया.

टेबल पर चढ़ कर उसने कॅमरा को उतार लिया और पाँव के नीचे रख कर कुचल दिया.

साइको ये देख कर तिलमिला उठा और तुरंत उस कमरे की तरफ बढ़ा जिसमे रोहित और रीमा थे. उसके एक हाथ में बहुत बड़ा चाकू था और एक हाथ में बंदूक थी.

रोहित ने कॅमरा तोड़ने के बाद कमरे में जल रहे बल्ब को भी फोड़ दिया. “रीमा तुम कपड़े पहन लो और इस बेड के नीचे छुप जाओ. आता ही होगा वो साइको. पागल हो गया होगा वो ये देख कर कि मैने कॅमरा तोड़ दिया.”

रीमा फ़ौरन कपड़े पहन कर बेड के नीचे छुप गयी. टीवी पर पिंकी उस आदमी से संघर्ष कर रही थी. रोहित ने टीवी भी बंद कर दिया.

कमरे के दरवाजे के बाहर आहट हुई तो रोहित तुरंत दरवाजे के साथ दीवार से चिपक गया. अगर दरवाजा खुलता तो वो दरवाजे के पीछे रहता. कमरे में बिल्कुल अंधेरा हो गया.

दरवाजा खुला तो बाहर से कुछ रोशनी आई. बाहर भी एक बल्ब जल रहा था. साइको जैसे ही अंदर आया रोहित ने उसे दबोच लिया. मगर साइको ने तुरंत छुड़ा लुया खुद को और रोहित के पेट पर चाकू से वार किया. चाकू हल्का सा चीर कर निकल गया रोहित के पेट को.

साइको ने फाइयर किया रोहित पर मगर रोहित ने नीचे झुक कर उसकी टाँग पकड़ कर कुछ इस तरह से खींची कि वो धदाम से गिर गया फार्स पर. बहुत तेज आवाज़ हुई उसके गिरने से. सर भी टकराया था साइको का फर्श से.

रीमा बेड के नीचे से निकल आई और रोहित उसका हाथ पकड़ कर फ़ौरन कमरे से बाहर आ गया. साइको ने फाइयर किया रोहित पर मगर गोली दरवाजे पर लगी. रोहित ने बाहर आते ही दरवाजा बंद कर दिया था. कुण्डी लगा दी बाहर से रोहित ने ताकि साइको निकल ना सके.

“रोहित कैसे निकलेंगे यहाँ से.”

“चिंता मत करो…पिंकी को ढूँढते हैं पहले”

वो दोनो बात कर ही रहे थे कि उन्हे पिंकी की चींख सुनाई दी.

रोहित तुरंत दौड़ा उस कमरे की तरफ जिसमे की पिंकी बंद थी. क्योंकि उस कमरे से पिंकी के चीखने चिल्लाने की आवाज़ आ रही थी इसलिए वो कमरा ढूँढने में ज़्यादा दिक्कत नही हुई.

वो कमरा बाहर से बंद था. ताला लगा था उस पर. चाबी कमरे के बाहर पड़े टेबल पर ही पड़ी थी. एक बड़ा सा चाकू भी पड़ा था टेबल पर. रोहित ने ताला खोला और चाकू उठा लिया.

रोहित अंदर आया तो देखा कि वो आदमी पिंकी को मार रहा है, “खोल टांगे साली…खोल टांगे.”

रोहित ने एक हाथ से उसकी टाँग पकड़ी और खींच लिया उसे पिंकी के उपर से. फिर बिना सोचे समझे चाकू गाढ दिया उसके सीने में.

“रेप करना तेरी हॉबी है क्यों … आज तेरा खेल ख़तम” रोहित ने कहा.

“रोहित चलो जल्दी…यहाँ से निकलते हैं.” रीमा ने कहा.

पिंकी ने फ़ौरन अपने कपड़े पहन लिए.

तुम दोनो इसी कमरे में रूको. कुण्डी लगा लो अंदर से. मैं उस साइको का काम तमाम करके आता हूँ.

“रोहित उसके पास गन है…प्लीज़ अभी निकलते हैं यहाँ से.”

“नही रीमा, आज उसे मार कर ही जाउन्गा यहाँ से. नही बचेगा अब वो”

रोहित हाथ में चाकू लेकर उस कमरे की तरफ बढ़ा जिसमे उसने साइको को बंद किया था. उसने दरवाजा खोला तो दंग रह गया. वहाँ कोई नही था.

“ऐसा कैसे हो सकता है…कहा गया वो कमीना साइको. कमरा तो बाहर से बंद था.” रोहित ने वक्त गँवाना ठीक नही समझा. उसके साथ 2 जवान लड़किया थी.

उसने फ़ौरन उस कमरे का दरवाजा बंद किया और वापिस रीमा और पिंकी के पास आ गया. उसने दरवाजा खड़काया, “जल्दी खोलो हमें निकलना होगा यहाँ से तुरंत.”

रीमा ने दरवाजा खोला और बोली, “क्या हुआ?”

“वो कमीना साइको कमरे में नही है…चलो जल्दी निकलते हैं यहाँ से.”

तभी उन्हे कदमो की आहट सुनाई दी.

“कौन है वहाँ अपने हाथ उपर करो”

“अरे ये तो एएसपी साहिबा की आवाज़ है” रोहित ने कहा.

“मेडम मैं हूँ रोहित….” रोहित चिल्लाया.

शालिनी के साथ पूरी पोलीस घुस आई थी वहाँ.

“तुम ठीक तो हो ना रोहित?” शालिनी ने पूछा.

“हां मैं ठीक हूँ पर वो साइको हाथ से निकल गया आज फिर … पोलीस को आस पास चारो तरफ फैला दीजिए…वो ज़रूर कही आस पास ही होगा.” रोहित ने कहा.

चौहान थोड़ा पीछे था इसलिए अपनी बहन को नही पहचान पाया. जब वो वहाँ पहुँचा तो हैरान रह गया. रीमा तुम.. …तुम यहाँ क्या कर रही हो .”

रीमा की तो साँस अटक गयी. कुछ भी नही बोल पाई.

“सर रीमा को साइको उठा लाया था…इसलिए ये यहाँ है.” रोहित ने बात को संभालने की कोशिस की.

“तुम कैसे जानते हो रीमा को .. … …”

“ट्रेन में मुलाक़ात हुई थी इनसे. आप घबराए मत हम सिर्फ़ अच्छे दोस्त हैं.” रोहित ने मुस्कुराते हुए कहा.

“ये वक्त है क्या ये सब बाते करने का.” शालिनी ने दोनो को डाँट दिया.

“सॉरी मेडम” रोहित ने कहा.

चौहान बस दाँत भींच कर रह गया. उसने रीमा को गुस्से से घूर कर देखा. रीमा ने डर के मारे नज़रे झुका ली.

“चौहान तुम एक पार्टी लेकर तुरंत जंगल को कवर करो. ये साइको यही कही होना चाहिए.”

“जी मेडम” चौहान ने कहा और रोहित को घूरता हुआ वहाँ से चला गया. उसकी आँखो से आग बरस रही थी.

“मेडम मैने साइको को कमरे में बंद कर दिया था. मगर अब वो वहाँ नही है. चलिए उसी कमरे को ठीक से देखते हैं.”

“हां बिल्कुल” शालिनी ने 2 कॉन्स्टेबल रीमा और पिंकी के साथ छ्चोड़ दिए और रोहित के साथ उस कमरे की तरफ चल दी जिसमे की रोहित ने साइको को बंद किया था. साथ में 4 गन्मन भी थे.

वो दरवाजे की कुण्डी खोल कर अंदर घुसे तो उन्हे कमरा खाली मिला.

“ऐसा कैसे हो सकता है, वो बंद कमरे से गायब कैसे हो गया. ज़रूर कोई ख़ुफ़िया रास्ता या शुरंग है यहाँ.” शालिनी ने कहा.

“सही कहा मेडम मुझे भी यही लगता है.” रोहित ने कहा.

“ये बेड एक तरफ सरकाओ” शालिनी ने कॉन्स्टेबल्स को कहा.

बेड एक तरफ सरकाया गया तो उन्हे एक ख़ुफ़िया रास्ता मिला. “हटाओ ये पत्थर” शालिनी ने कहा.

पत्थर हटाया गया तो उनका शक यकीन में बदल गया, “ये कोई शुरंग लगती है. तहखाना भी हो सकता है.”

“मेडम आप मुझे अपनी पिस्टल दीजिए. मैं जा कर देखता हूँ.”

शालिनी ने अपनी पिस्टल रोहित को दे दी और वो उतर गया उस छोटी सी खिड़की में एक टॉर्च ले कर. अंदर झाँक कर वो बोला, “मेडम ये तो बहुत बड़ी शुरंग लगती है.” रोहित ने कहा.

रोहित के पीछे पीछे काफ़ी पोलीस वाले अंदर घुस गये. शालिनी भी अंदर घुस गयी. वो आगे बढ़ते गये शुरंग में पर उन्हे साइको का कोई शुराग नही मिला. वो जंगल के बीचो-बीच घनी झाड़ियों में जाकर बाहर निकले.

“बहुत शातिर दिमाग़ है ये साइको. क्या ठिकाना बना रखा है. जंगल में ये घर कब और किसने बनाए होंगे वो भी अंडरग्राउंड.”

“क्या जहा से हम आए है क्या वो जगह अंडरग्राउंड है.” रोहित ने कहा.

“हां…बहुत मुस्किल से मिली वो हमें. घनी झाड़ियों में एक छोटी सी गुफा में एक छोटा सा दरवाजा था जहा से हम सब वहाँ पहुँचे.”

“मतलब कि हमारा शक सही था. हम सही सोच रहे थे कि जंगल में कुछ गड़बड़ है.”

“हां पर वो साइको तो निकल गया ना हाथ से फिर से.” शालिनी ने कहा.

“मुझसे ही ग़लती हो गयी. पर मैं क्या करता. मेरा पूरा ध्यान पिंकी और रीमा को शूरक्षित रखने पर था.”

शालिनी ने गहरी साँस ली और बोली, “लीव इट.”

वहाँ हर तरफ तलास की गयी मगर साइको का कुछ पता नही चला. रोहित और शालिनी शुरंग के ज़रिए वापिस उसी कमरे में पहुँच गये. उस जगह को अच्छे से देखा गया. पर वहाँ ऐसा कोई शुराग नही मिला जिस से उन्हे साइको को ढूँढने में मदद मिले. उस जगह को शील बंद कर दिया गया. जंगल को पूरी तरह छाना गया पर वहाँ भी साइको का कुछ पता नही चला.

“वो भाग गया होगा पोलीस को देख कर.” रोहित ने कहा.

“हां यही लगता है.” शालिनी ने कहा.

………………………………………………………………………………
Reply


Messages In This Thread
RE: Raj sharma stories बात एक रात की - by sexstories - 01-01-2019, 12:32 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,569,769 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 552,219 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,262,274 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 954,416 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,692,739 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,113,991 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,008,702 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,248,376 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,099,906 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 291,521 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)