RE: Sex Hindi Kahani गहरी चाल
सुखी यानी सुखबीर सिंग भुल्लर,लंबा-चौड़ा सिख & मोहसिन की एजेन्सी का 1 तेज़-तर्रार जासूस.5 साल के आर्मी के कमिशन के बाद उसने मोहसिन की एजेन्सी जाय्न कर ली थी.दिलेर होने के साथ-2 सुखी बहुत तेज़ दिमाग़ का मालिक था.
"वो देख सुखी!",ड्राइविंग सीट पे बैठे मोहसिन ने अपने मोबाइल के हंडसफ़री कीट के स्पीकर मे बोला,"..वो पीली ड्रेस वाली लड़की के साथ-2 चल रहा है."
"देख लिया,सर..इस कौव्वे के हाथ ये मोती कहा से लग गया!",दोनो हंस पड़े & सुखी ने दोनो को टॅक्सी मे बैठते देख अपनी बाइक स्टार्ट कर दी & अपने बॉस के साथ-2 उनकी टॅक्सी के पीछे चलने लगा.कोई 35 मिनिट बाद टॅक्सी पंचमहल रेलवे स्टेशन के बाहर रुकी तो दोनो और चौक्काने हो गये,"कौव्वा उड़ने की तो नही सोच रहा सर?"
"देखते हैं,यार.अगर ऐसा हुआ तो मैं इसके पीछे ही लगा रहूँगा,तुम निकल जाना."
मगर कौव्वे उर्फ टोनी के दिमाग़ मे ऐसा कुच्छ नही चल रहा था,वो उस खूबसूरत लड़की के साथ स्टेशन के पास बने सस्ते होटेल्स मे से 1 मे जाने लगा.सुखी & मोहसिन अब साथ-2 उनसे कुच्छ दूरी पे पीछे चल रहे थे,"कौव्वा तो ऐश करने के मूड मे है सर!"
और क्यू ना होता आख़िर वो लड़की और कोई नही शॅरन ही तो थी कौव्वे की धर्मपत्नी.मोहसिन ने देखा की दोनो सतगुरु इंटरनॅशनल नाम के होटेल मे दाखिल हुए.सड़क के दूसरी तरफ से होटेल के शीशे के दरवाज़े के पीछे बना काउंटर सॉफ दिख रहा था.दोनो ने देखा की टोनी ने एंट्री करके 1 चाभी ले और होटेक ले और अंदर चला गया.घड़ी देख के ठीक 3 मिनिट बाद मोहसिन सुखी के साथ होटेल के काउंटर पे पहुँचा,"हेलो,सर जी.",1 गोल-मटोल सिख ने हंसते हुए उनका स्वागत किया,"दस्सो.की सेवा करू?"
"पाजी,आपसे 1 बात पुच्छनी है."
"हां-2 जी बोलो तो."
"पाजी,ये जो जोड़ा अभी आया है आपके होटेल मे हमे उसके बारे मे जानना है.",मोहसिन की बात सुनते ही सरदार के चेहरे से हँसी गायब हो गयी.मोहसिन पहली ही नज़र मे भाँप गया था कि यही मालिक है..अब इन सस्ते होटेल्स मे कौन रिसेप्षनिस्ट & मॅनेजर का खर्चा उठाता!आमतौर पे मॅनेजर ही वेटर के कामो के अलावा सारे काम करता था..ज़रूर इसका मॅनेजर कम रिसेप्षनिस्ट अभी आया नही है & इसे काउंटर संभालना पड़ रहा है.
"पाजी,हमे ग़लत मत समझिए..",मोहसिन ने उसके चौकन्ना चेहरे को देखा & फिर जेब से 1 कार्ड निकल के उसे दिखाया,"..मैं सरकार से अप्रूव्ड जासूस हू..",उसने कार्ड वापस जेब मे रखा & 1 1000 का नोट काउंटर पे रखा,"..ये जो औरत अंदर गयी है ना इसका पति हमारे पास आया था..उसे शक़ था की इसका चक्कर चल रहा है..अब हमे इस औरत के & इसके प्रेमी के कुच्छ फोटो मिल जाते तो..",मोहसिन 1 और नोट काउंटर पे रखा.
"जी,हम अपने कस्टमर्स के साथ ऐसा काम नही करते..",सरदार ने ललचाई निगाहो से नोटो को देखा.
"अरे पाजी,आपसे कौन सा हम कोई ग़लत काम करवा रहे हैं!",अब बातचीत की बागडोर सुखी ने संभाली,"..आप हमे बस उनके फोटो लेने का रास्ता बता दो..".मोहसिन ने 2 और नोट काउंटर पे रख दिए थे,"..आपकी तकलीफ़ की भरपाई भी तो हम कर रहे हैं.",सुखी उसकी तरफ देख के मुस्कुराया.
"..पर..",सरदार जी नोटो को खा जाने वाली नज़रो से देख रहे थे.
"की पर पाजी,तुसी बस मुश्किल दस्सो हम आसान करांगे..!",सुखी ने उसके कंधे पे हाथ रख उसके कान मे कहा.
"..पर,यारा..मैने उन्हे जो कमरा दिया है,वाहा आपलोग किसी भी तरह फोटो नही ले सकते.."
"कोई बात नही,पाजी!..",मोहसिन ने 1 और 1000 का नोट काउंटर पे रखा & फिर पाँचो नोटो को उठा के मुट्ठी मे बंद कर लिया,"..कोई दूसरा कमरा तो होगा.",फिर मुट्ठी मे बंद पाँचो नोटो को सरदार जी की शर्ट की जेब मे डाल दिया.
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"ओह्ह..माइ डार्लिंग!....माइ लव..!....शॅरन..",टोनी अपनी बीवी को बाहो मे भरे बिस्तर पे बैठा चूम रहा था,"..मैं तुम्हे कितना मिस करता हू..",वो उसकी गर्दन चूम रहा था.शॅरन के चेहरे पे घिन के भाव थे मगर जैसे ही टोनी ने सर उपर उठाया वो बड़े प्यार से मुस्कुराते हुए उसके गालो को चूमने लगी,"..मैने भी,टोनी डार्लिंग.",टोनी ने उसकी पीठ पे लगी ज़िप खोल के उसकी ड्रेस को उसके बाए कंधे से सरकया & फिर ब्रा स्ट्रॅप को नीचे कर उसके कंधे को चूमने लगा कि तभी दरवाज़े पे ज़ोर की दस्तक हुई.
"बस्टर्ड..!",टोनी भूंभूनाया,"कौन है?"
"मैं,सर..मॅनेजर.."
"क्या बात है?",उसने बिस्तर पे बैठे-2 ही पुचछा.
"प्लीज़,सर.1 मिनिट दरवाज़ा खोलिए.",शॅरन ने आँखो से दरवाज़ा खोलने का इशारा किया तो टोनी बेमन से उठा.
"हां,बोलो.",उसने दरवाज़ा खोला तो सामने सरदार जी हंसते हुए खड़े थे.सरदार जी ने टोनी के कंधे के उपर से झाँका तो उन्हे ड्रेस ठीक करती शॅरन नज़र आई,"बोलो भाई!",टोनी को उसपे बहुत गुस्सा आया.
"ये सर...सॉरी...सर..!",सरदार जी सकपका गये,"..आइ मीन..सर..आपको इस रूम से निकलना पड़ेगा."
"क्यू?!",टोनी की थयोरियाँ चढ़ गयी..साला सरदार सारे मूड का सत्यानाश कर रहा था!
"माइ मिस्टेक,सर!..दारसला इस रूम का एसी खराब है..अभी तो ठीक चल रहा है मगर थोड़ी देर मे आवाज़ करता हुआ बंद हो जाएगा..आज मेकॅनिक को बुलाया था..अब खमखा आपके काम पे बीच मे खलल पड़ जाए तो..",सरदार जी मुस्कराए.
"तो क्या करे?"
"आप दूसरे रूम मे शिफ्ट हो जाइए,सर..इस से बड़ा है & बेहतर भी,प्लीज़!"
"ओके."
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"ईडियट..!,1 तो वैसे ही टाइम नही अपन के पास,उपर से ये बेवकूफ़!",दूसरे कमरे मे घुसते ही टोनी झल्लाया तो शॅरन उसके करीब आ गयी,"रिलॅक्स,डार्लिंग!",&दोनो 1 दूसरे की बाहो मे खो गये इस बात से अंजान की उस रूम मे जो 1 बंद दरवाज़ा दिख रहा था उसके दूरी तरफ बैठे मोहसिन & सुखी उनकी सारी बाते ना केवल सुन रहे हैं बल्कि कमेरे के ज़रिए रेकॉर्ड भी कर रहे हैं.मोहसिन ने 2 कमेरे इस तरह लगाए थे की 1 पूरे बेड को & दूसरा कमरे के दरवाज़े & अटॅच्ड बाथरूम के दरवाज़े को कवर कर रहे थे.
"ऊन्न्नह.....वाउ..डार्लिंग शॅरन!",तुम तो दिन बा दिन और खूबसूरत होती जा रही हो.बिस्तर पे नंगी पड़ी अपनी बीवी को देखते हुए टोनी अपना अंडरवीअर उतार रहा था.फिर वो उसके उपर चढ़ गया & उसके बदन को चूमने,चाटने लगा.वो बिल्कुल पागल हो गया था.. आख़िर पूरे 1 हफ्ते के बाद अपनी जान से भी ज़्यादा प्यारी बीवी के हुस्न का दीदार कर रहा था,उसे प्यार कर रहा था!
और शॅरन..उसके चेहरे पे बस खीज & नफ़रत के भाव थे..उसे अब इस इंसान से कोई लगाव नही रह गया था,"..बस कुच्छ ही दीनो की बात है डार्लिंग!..फिर तुम,मैं & हमारा बेटा-तीनो 1 साथ रहेंगे आवंतिपुर मे..",उसकी चूत चूमने के बाद वो उसकी टाँगे फैला के उनके बीच आ रहा था,"..हमे पैसो की भी कोई चिंता नही रहेगी.",उसने अपना लंड उसकी चूत मे घुसाया तो लंड 1 ही झटके मे अंदर घुस गया,"..आअहह...!",शॅरन बनावटी लहजे मे करही,"..मुझे उस दिन का इंतेज़ार रहेगा,टोनी डार्लिंग....ऊऊन्न्नह....ईएसस्सस्स.....ईएससस्स...!",वो उसे बाहो मे भर के जोश मे होने का नाटक करने लगी.
जब से उसने जगबीर ठुकराल के लंड का स्वाद चखा था उसे टोनी किसी काम का नही लगता था,वो बस ठुकराल के कहने पे उसके प्लान की कामयाबी के चलते टोनी से हर हफ्ते मिलती थी.टोनी का छोटा सा कमज़ोर लंड जब उसकी चूत मे घुसा तो उसे कुच्छ भी महसूस नही हुआ था मगर वो नीचे से ऐसे कमर हिला रही थी मानो मस्ती मे पागल हो गयी हो,"..हाऐईयईई.....ऊओह....मययी...गोद्द्दद्ड.....टोनन्य्यययी....ई लोवे ौउूउ.......आअहह...!",टोनी के झाड़ते ही उसने भी झड़ने का नाटक किया.टोनी उसके सीने पे सर रखे हाँफ रहा था.उसने उसके सर को सहलाते हुए आँखे खोली,थोड़ी देर पहले उसने अपने पति से झूठ नही कहा था,उसे सचमुच बेसब्री से उस दिन का इंतेज़ार था जब ये प्लान कामयाब हो जाएगा & उसे इस मनहूस,कमज़ोर शख्स से छूटकारा मिल जाएगा & वो हमेसा-2 के लिए अपने प्यारे जगबीर को हो जाएगी.
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टोनी ने 1 बार और अपनी बीवी को चोदा & फिर दोनो कमरे से निकल लिए.उनके पीछे-2 मोहसिन & सुखी भी बाहर आए.काउंटर पे टोनी ने चाभी लौटाई & शॅरन के साथ होटेल के बाहर चला गया.मोहसिन & सुखी उसके निकलते ही काउंटर पे आए,"थॅंक्स,पाजी!",मोहसिन ने सरदार जी से हाथ मिलाया.सरदार जी ने हाथ मिलाने के बाद अपने हाथ को देखा तो वाहा 2000 रुपये और थे,"यू'आर मोस्ट वेलकम,सिरजी!",उनकी घनी मूछ & दाढ़ी से भरे चेहरे पे मुस्कान की लंबी लकीर खींची हुई थी.
मोहसिन & सुखी मुस्कुराते हुए होटेल से बाहर आए & 1 बार फिर टोनी & शॅरन के पीछे लग गये.
क्रमशः.............................
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