RE: Sex Hindi Kahani गहरी चाल
"..मुझे बिल्कुल भी याद नही की पिस्टल मेरी जेब मे कैसे आई!..प्लीज़ कामिनी बार-2 1 ही सवाल करके मुझे परेशान मत करो!..मुझे मेरे हाल पे छ्चोड़ दो..",करण ने अपना चेहरा अपने हाथो मे च्छूपा लिया & रोने लगा.कामिनी फ़ौरन उसके पास पहुँची,"..नही करण!ऐसे हौसला मत खोयो प्लीज़!",उसने उसके हाथ उसके चेहरे से हटाए & उसे अपने सीने से लगा लिया & उसकी पीठ सहलाने लगी.कुच्छ पॅलो बाद करण शांत हुआ,"आइ'एम सॉरी."
"कोई बात नही...अच्छा चलो शीना के बारे मे बताओ.",उसने करण का मूड बेहतर करने की गरज से कहा,"तुम दोनो पहली बार कब मिले?"
"लंडन मे.",करण ने अपना चेरा पोंच्छा,"..1 पार्टी मे ."
"वो भी लंडन मे ही रहती है?"
"हां,लेकिन उस वक़्त वो वाहा नयी-2 आई थी."
"अच्छा."
"हां,वो तो यही आवंतिपुर की है.उसकी फॅमिली तो अभी भी वही रहती है."
"तो शीना लंडन कैसे पहुँच गयी?"
"पढ़ाई के लिए.उसकी बुआ वही रहती है ना.वो मेरी चाची की दोस्त हैं.उन्ही की पार्टी मे तो हम पहली बार मिले थे."
"ओह."
"हाई!करण.",दोनो मुड़े तो देखा की शीना 1 बुज़ुर्ग से इंसान के साथ खड़ी है.उन्हे देखते ही करण की नज़रे झुक गयी.कामिनी ने शीना को सर झुका के उसकी हाई का जवाब दिया.वो बुस्ज़ुर्ग करण के करीब आए & उसके कंधे पे हाथ रखा तो 1 बार फिर से उसके आँसू निकल पाए.वो उसे समझाने लगे तो कामिनी शीना से मुखातिब हुई,"शीना.करण ने बताया की तुम आवंतिपुर से हो."
"हां."
"वाहा कहा घर है तुम्हारा?"
"कमाल कुंज मे."
"अच्छा & यहा पंचमहल मे कहा रहते हो तुमलोग?"
"यहा तो हमारा कोई घर नही है."
"तो फिर तुम यहा कैसे आई?"
"मैं तो आवंतिपुर से यहा आती हू."
"2 घंटे का सफ़र तय करके?"
"हां."
"देखो,अगर चाहो तो मेरा घर खाली है या फिर मैं कोई & इंतेज़ाम करा सकती हू."
"नही..वो डॅडी को ये जगह पसंद नही..."
"अच्छा..क्यू?",कामिनी समझ गयी कि यही शख्स शीना का बाप है.करण अब संभाल गया था & वो शख्स कामिनी को देख रहा था,"हां,शीना जगह की-.."
"पहले डॅडी से मिलिए?",शीना ने दोनो का परिचय कराया,"शीना कह रही थी की आपको पंचमहल पसंद नही.बुरा ना माने तो वजह जान सकती हू?",मित्तल साहब 1 पल के लिए संजीदा हो गये & अपनी बेटी को घूरा,लेकिन फ़ौरन संभाल गये & मुस्कुराए,"..यहा का पानी रास नही आता मुझे."
"ओह."
बाप-बेटी को करण के पास छ्चोड़ कामिनी वाहा से निकल आई,आज उसका ड्राइवर कार चला रहा था.कामिनी के ज़हन मे कुच्छ खटक रहा था....रोज़ 2 घंटे का सफ़र करके आना मंज़ूर है मगर यहा रहना नही..आख़िर ऐसी क्या वजह थी पंचमहल मे?..जोकि बताई भी नही जा सकती....& शीना ही थी जोकि करण के साथ हादसे के वक़्त थी & 1 वही थी जिसने गन को देखा था....कही शीना ने ही तो गन?कामिनी का दिमाग़ तेज़ी से घूमने लगा..इस शीना का भी इतिहास पढ़ना पड़ेगा..मगर कैसे?
क्रमशः.......................
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