RE: Sex Hindi Kahani गहरी चाल
गहरी चाल पार्ट--23
जगबीर ठुकराल शॅरन की शर्ट मे हाथ घुसा के उसकी पतली,कोमल कमर को सहला रहा था.उसने उसकी कमर को दबाते हुए उसे खींच कर खुद से सता लिया.अब शॅरन थोड़ा उसकी तरफ घूम कर बैठी थी,उसकी आँखो मे बेटे के देख लेने का डर झलक रहा था.
ठुकराल ने बहुत हल्के से उसके दाए गाल को चूम लिया,शर्म की लाली उसके चेहरे पे फैल गयी.ठुकराल हौले-2 उसके चेहरे को चूम रहा था & धीरे-2 वो भी मस्त हो रही थी.ठुकराल ने उसके सुर्ख होंठो को अपनी उंगलियो से च्छुआ तो वो सिहर उठी,उसके भरे-2 होंठ थारतारने लगे.ठुकराल ने उसी वक़्त अपने होंठ उनपे रख दिए.
शॅरन थोड़ी देर को सब कुच्छ भूल गयी & खुद को ठुकराल की बाहो मे ढीला छ्चोड़ दिया & बस किस का मज़ा लेने लगी.थोड़ी ही देर मे दोनो 1 दूसरे को बाहो मे कसे हुए मस्ती मे चूमे जा रहे थे.ठुकराल के दोनो हाथ उसकी शर्ट मे घुसे उसकी मखमली पीठ & कमर पे घूम रहे थे.
अचानक ठुकराल ने उसकी टी-शर्ट को उपर उठा दिया,"हाअ...!",शॅरन ने उसका हाथ पकड़ लिया.
"क्या हुआ मम्मी?",उसका बेटा मुड़ने को हुआ.
"कुच्छ नही बेटा...1 कीड़ा कपड़ो मे घुस गया था,निकाल दिया.तुम टीवी देखो.",उसने ठुकराल का हाथ अपनी शर्ट से अलग करने की कोशिश की तो ठुकराल ने उसकी ना सुनते हुए शर्ट को उपर कर उसके बदन से अलग कर दिया.अब शॅरन का हल्के नीले रंग का ब्रा नज़र आ रहा था & उसके गले मे से झँकता उसके धड़कते दिल की वजह से उपर-नीचे होता हुआ उसका बड़ा सा क्लीवेज.
ठुकराल ने 1 नज़र उसके घबराहट भरे चेहरे पे डाली & फिर हाथ उसकी पीठ पे ले जाके उसके ब्रा को खोल दिया.उसके सामने शॅरन की बड़ी,कसी हुई गोरी चूचिया चमक उठी.उसने ब्रा को किनारे किया & उसकी शर्ट वापस उसे पहना दी,फिर शर्ट को उसकी गर्दन तक उपर कर दिया.
इसके बाद उसने उसे फिर अपनी बाई बाँह के घेरे मे ले लिया & अपने होंठ उसके सीने पे रख दिए,"..आहह..!",शॅरन ने अपनी आह को अपने हलक मे ही दफ़्न करना चाहा मगर फिर भी 1 हल्की से आवाज़ निकल ही गयी.उसने बेटे की ओर देखा,वो टीवी मे मगन था.
उसकी कमर को दबाते हुए ठुकराल ने उसकी दाई बाई चूची को अपने दाए हाथ से पकड़ लिया & दबा दिया.शॅरन की हालत खराब हो गयी.उसका दिल तो कर रहा था की सब कुच्छ भूल कर इस पल का लुत्फ़ उठाए मगर यहा ये मुमकिन नही था.ठुकराल उसके हल्के भूरे निपल को उंगलियो से मसल रहा था.
जैसे ही निपल कड़ा हुआ उसने वैसे ही चूची को पकड़े हुए अपनी जीभ उस पे चलानी शुरू कर दी.शॅरन के बदन मे तो जैसे बिजली का झटका लग गया.वो ठुकराल के सर के बाल भींचती हुई बेचैनी से अपना बदन हिलाने लगी.ठुकराल ने निपल से खेलने के बाद अपने मुँह मे उसकी बाई चूची भर ली & उसे चूसने लगा.
थोड़ी देर तक वो वैसे ही उसकी कमर थामे हुए कभी उसकी 1 तो कभी दूसरी चूची से खेलता रहा.शॅरन बेसब्री सी हो अपनी जंघे रगड़ रही थी.ठुकराल ने अपना बाए हाथ से उसकी कमर को वैसे ही जकड़े रखा & दाए को सामने से उसकी स्कर्ट मे घुसा दिया.जाँघो के बीच उसका हाथ महसूस करते ही शॅरन ने अपनी जंघे भींच कर उसके हाथ को दबा लिया.
ठुकराल धीरे-2 उसकी रेशमी जंघे सहलाता हुआ आगे बढ़ने लगा.चूचियो को चूमते हुए उसने नज़र नीची की,जैसे-2 उसका हाथ आगे बढ़ रहा था,शॅरन की स्कर्ट भी उपर हो रही थी & उसकी गोरी भारी-2 जंघे नुमाया हो रही थी.आख़िरकार ठुकराल का हाथ उसकी पॅंटी तक पहुँच गया,"...ना..ही..प्लीज़...यह नही..",शॅरन ने उसके सर को अपनी बाहो मे भर अपने सीने पे दबा दिया & उसके कान मे फुसफुसा.
पर ठुकराल ने उसकी नही सुनी.उसने बिजली की तेज़ी से शॅरन की पॅंटी को खींच कर उसके पैरो से निकाल दिया.हल्के नीले रंग की पॅंटी पे 1 धब्बा सा पड़ा हुआ था.ये शॅरन की चूत के उस पानी का दाग था जोकि उसने ठुकराल की हर्कतो से मस्त होकर छ्चोड़ा था.ठुकराल ने पॅंटी को सूँघा & फिर मुस्कुराते हुए उसे किनारे कर शॅरन को चूमने लगा.
उसका दाया हाथ 1 बार फिर उसकी जाँघो के बीच घुस के उसकी चूत तक पहुँच चुका था.ठुकराल का दिल तो कर रहा था की स्कर्ट निकाल के अभी इस हसीना की चूत के दीदार करे मगर उसके बेटे की मौजूदगी मे ऐसा ख़तरे से खाली नही था,फिर थोड़ी ही देर मे वो उसके पूरे नंगे जिस्म का दीदार तो करेगा ही.उसने अपने दिल पे काबू रखा & उसकी स्कर्ट से ढँकी चूत मे अपनी उंगली घुसा दी.
शॅरन की आहें दोनो की किस मे कही खो गयी.ठुकराल बाए हाथ से उसे मज़बूती से थामे उसके होंठ चूमते हुए अपनी उंगली उसकी चूत मे अंदर-बाहर कर रहा था.शॅरन की चूत बड़ी कसी हुई थी & उसने ठुकराल की उंगली को जैसे जाकड़ सा लिया था.तभी शॅरन की चूत की दीवारे उसकी उंगली पे और कस गयी & उसका बदन जैसे अकड़ गया.ठुकराल समझ गया की वो झाड़ चुकी है.
उसने अपनी उंगली निकाली & उसके होंठो को आज़ाद किया.शॅरन तक कर उसके कंधे पे सर रख के बैठ गयी.ठुकराल ने उसकी स्कर्ट & शर्ट को ठीक किया & उसके सर को सहलाने लगा,"मालिक,हम पहुँच गये.",माधो ने कार रोक दी.
थोड़ी ही देर बाद दोनो 1 फ्लॅट के बेडरूम मे 1 दूसरे की बाहो मे खड़े 1 दूसरे को चूम रहे थे.बच्चा दूसरे कमरे मे गहरी नींद सो रहा था & अब दोनो बेफ़िक्र हो 1 दूसरे के जिस्मो का लुत्फ़ उठा रहा थे.ठुकराल ने अपना सूट उतार दिया था & 1 ड्रेसिंग गाउन पहन लिया था,शॅरन अभी भी अपने उसी लिबास मे थी बस उसकी ब्रा & पॅंटी वही ठुकराल की कार मे पड़े हुए थे.वो अपनी बाहे ठुकराल की गर्दन मे डाले उसके बालो को सहला रही थी & ठुकराल उसे चूमते हुए उसकी स्कर्ट उठा रहा था.
उसने अपने हाथ उसकी मुलायम जाँघो पे लगा दिए & सहलाने लगा.मस्त हो शॅरन थोड़ा आगे बढ़ उस से और सॅट गयी.शर्ट के कपड़े मे से उसके नुकीले निपल्स ठुकराल के सीने मे चुभ रहे थे.ठुकराल के हाथ थोड़ा और उपर हुए & उसकी चौड़ी मगर पुष्ट गंद को थाम लिया,"..उउउन्न्ं...!",उसे चूमते हुए शॅरन ने आह भारी तो ठुकराल उसकी गंद को हौले-2 दबाने लगा.छ्होटे कद की शॅरन अपना सर उठा कर उसे चूम रही थी & ठुकराल का लंड उसके पेट पे दबा हुआ था.ठुकराल ने उसे चूमते हुए थोड़ा आगे हो लंड को उसके जिस्म से दबाने की कोशिश की तो वो लड़खड़ा गयी & पीछे बिस्तर पे गिर गयी.
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