RE: Sex Hindi Kahani गहरी चाल
ठुकराल उसकी गोलैईयों को चाटने,चूमने लगा.कोई5-6 मिनिट तक जम के चूसने के बाद उसने अपना सर उठाया,"सोना.अपनी छातियो का स्वाद तो चखाओ अपनी सहेली को." सोना ने रानी के खुले मुँह मे अपनी 1 चूची घुसा दी तो रानी उसे चूसने लगी.अब मस्ती उस पे पूरी तरह हावी थी.ठुकराल अब उसके गोल पेट को चूम रहा था.चूमते हुए उसने अपनी जीभ रानी की नाभि मे उतार दी तो रानी चिहुनक गयी & हाथो से ठुकराल का सर भींच लिया.ठुकराल अब आख़िरी हमले की तैय्यारि कर रहा था.उसने नज़रे उपर की तो देखा की सोना अब अपनी चूचिया चुसवाने के बाद रानी को चूम रही है. ठुकराल ने रानी को उसकी पॅंटी के उपर से चूमना शुरू किया तो रानी ने सोना को धक्का दे कर अलग कर दिया & करवट लेकर अपने घुटनो को मोड़ सुबकने लगी.ठुकराल समझ गया कि ये अन्छुइ कली उनकी कामुक हर्कतो को नही झेल पाई & झाड़ गयी है.वो प्यार से उसकी पीठ से लग कर लेट गया & उसके बाल सहलाने लगा.थोड़ी देर बाद उसने उसे घुमाया & फिर से चूमने लगा. थोड़ी देर मे रानी को भी मज़ा आने लगा & वो भी उस से लिपट गयी & किस का जवाब देने लगी.ठुकराल ने हाथ उसकी पीठ पे घूमते हुए उसकी पॅंटी के अंदर घुसा दिया.रानी फिर छटपटाने लगी.पर ठुकराल उसकी भारी गंद की फांको को मसलता रहा,"सोना.ज़रा खुद को & अपनी सहेली को पूरा नंगा कर हमे दोनो के हुस्न का दीदार तो कराओ." "ज़रूर.",कह के उसने रानी की पॅंटी निकाल दी,फिर खड़ी हुई & अपनी भी पॅंटी उतार दी.ठुकराल की आँखो के सामने दोनो की नाज़ुक,गुलाबी,चिकनी चूत चमक उठी,"ये लीजिए...1 बार इसे भी तो प्यार कीजिए..",सोना ने अपनी चूत ठुकराल के चेहरे के सामने कर दी. "सोना,पहले तुम्हारी सहेली की चूत को प्यार कर लू.फिर इस से खेलूँगा.",ठुकराल ने उसकी चूत को थपथापया,"ऊन्नह...ठीक है.." रानी ठुकराल की ऐसी बातो & हर्कतो से शर्मा कर अपने हाथो से अपनी चूत को ढँके हुए,अपनी आँखे मीन्चे पड़ी ज़ोर-2 से साँसे ले रही थी.ठुकराल ने उसकी चूचियो को मुँह मे भर लिया & अपने हाथो को उसकी गोरी जाँघो पे फिराने लगा.वो कसमसने लगी पर अपने हाथ चूत से नही हटाए.थोड़ी देर तक चूचियो से खेलने के बाद ठुकराल उसकी बाहो को चूमता चूत के उपर रखे उसके हाथो तक पहुँच गया & उन्हे ऐसे चूमने लगा जैसे वो उसकी चूत हो. वो उसकी उंगलियो मे लंबाई मे अपनी जीभ फिराने लगा,रानी का बुरा हाल हो गया & उसने उसे रोकने के लिए अपने हाथ उठा कर उसका सर पकड़ने की कोशिश की.ठुकराल के लिए इतना ही काफ़ी था.हाथ चूत से ज़रा सा उठे & उसने झट से अपने होठ उसकी आनच्छुई चूत की दरार से चिपका दिए. "आआहह.......!",रानी तो अब बस पागल हो गयी.वो छटपटाते हुए छूटने की कोशिश करने लगी पर उसके हाथ तो जैसे उसके थे ही नही-वो तो ठुकराल का सर पकड़ कर उसे अपनी चूत पे और दबा रहे थे.ठुकराल की जीभ उसकी गीली चूत की गहराइयों मे उतर कर चाते जा रही थी & जैसे ही वो उसके दाने से लगी रानी ने बदन मोडते हुए अपनी जाँघो मे ठुकराल के सर को दफ़न कर लिया. ठुकराल समझ गया कि अब थोड़ी देर मे वो फिर से झाड़ जाएगी & यही उसके लिए सही मौका है पहली बार उसकी चूत को 1 लंड का स्वाद चखाने का.वो उठा & उसके घुटने मोड़ उसकी जाँघो के बीच घुटनो पे बैठ गया & अपना लंड उसकी चूत पे लगा के 1 धक्का दिया पर लंड ज़रा भी अंदर नही गया. ठुकराल अब तक ना जाने कितनी कुँवारी चूत चोद चुका था फिर ये चूत क्या थी!उसने अपनी उंगली घुसाकर उसे थोड़ा सा फैलाया & इस बार लंड को पेला & सूपदे को पूरा अंदर घुसा दिया,"ओह.....",रानी ने कराह के ठुकराल की कलाइयाँ पकड़ ली. कुँवारी चूत ने जैसे उसके सूपदे को भींच लिया.ठुकराल ने मज़े से आह भरी & ज़ोर के धक्के लगाने शुरू कर दिए.रानी की चीखो से फार्महाउस का लॉन गूँज उठा.ठुकराल ने लंड चूत मे जड़ तक धंसा कर ही दम लिया.रानी दर्द से छटपटाई हुई अपना सर हिला रही थी,ठुकराल झुक कर उसे चूमने लगा,"..घबराव मत मेरी जान." "बहुत दर्द हो रहा है..निकाल लीजिए ना..." "हां-हां...अभी निकलता हू...बस अभी निकालता हू..",कह के वो बैसे ही लंड डाले उसे चूमने लगा.थोड़ी देर मे रानी की सिसकिया रुकी तो उसने फिर से बहुत हल्के-2 धक्के लगाना शुरू किए.रानी ने सिसकना छ्चोड़ हौले से आहे भरना शुरू किया तो ठुकराल समझ गया कि अब उसे मज़ा आने लगा है.उसने अपना लंड पूरा निकाल कर ज़ोर से वापस अंदर पेल दिया. "आईइय्य्यीए.......!", ठुकराल के धक्के तेज़ होते गये & साथ ही रानी की आहें भी.वो बस उसके बदन पे झुका उसकी चूचिया चूस्ते हुए धक्के पे धक्के लगाए जा रहा था.अचानक रानी के बदन मे अजीब सी हुलचूल होने लगी...उसकी चूत अपनेआप ठुकराल के लंड पे कस गयी..उसे वाहा बहुत तनाव सा महसूस हो रहा था & उसने बेचैन होकर अपनी टांगे मोड़ कर ठुकराल की कमर पे लपेट दी & उस से चिपत गयी.उसे होश भी नही था कि वो पागलो की तरह आहे भरती हुई अपने नाख़ून उसकी पीठ मे धंसा रही है & नीचे से ज़ोर-2 से अपनी कमर हिला रही है. ठुकराल इसीलिए तो कुँवारी चुतो का दीवाना था,उसका भी मज़ा दोगुना हो गया था & धक्के और तेज़.तभी रानी का सर पीछे झुक गया & उसका बदन कमान की तरह मूड गया.ठुकराल को अपने लंड पे उसकी चूत की कसावट & तेज़ होती महसूस हुई,वो समझ गया कि रानी झाड़ गयी है.उसी वक़्त उसने अपना गरम विर्य भी उसकी कुँवारी चूत मे छ्चोड़ उसके कुँवारापन का अंत कर दिया. क्रमशः...............
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