RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
नेहा की यह बात सुनकर दर्शन शरमा गया. "चल हट, कुछ भी कहती हो नेहा. मुझे वैसे इन बातों मे दिलचस्पी भी नही है"
"पर मुझे तो है, बहुत दिलचस्पी है तेरी गान्ड मे. तुझे मालूम है ना कि मैं डबल डिल्डो बाँध कर अपनी मा और प्राची मौसी को चोदति हूँ? मुझे बहुत अच्छ लगता है. अब मुझे लगता है कि वैसे ही डबल डिल्डो से तेरी गांद मार कर देखूं." नेहा शैतानी भारी आँखों से उसकी ओर देखती हुई बोली. उसके उंगलियाँ अपनी बुर को सहला रही थी और खोल कर उसका लाल लाल छेड़ जान बूझ कर दर्शन को दिखा रही थी.
"मैं मर जाऊँगा! कितना मोटा डिल्डो है वहाँ! तुम औरतों के लिए ठीक है, आख़िर चूत को आदत होती है इतना पसरने की, पर मेरी गान्ड तो फट ही जाएगी." घबरा कर दर्शन बोला.
"मेरे पास छोटा वाला भी है, ट्रेनिंग डिल्डो. बचपन मे जब हमने शुरू किया था तो मम्मी ने उसीसे मुझे सिखाया था. उससे तुझे बिल्कुल तकलीफ़ नही होगी. वैसे थोड़ा बहुत तो दुखेगा ही. गान्ड काफ़ी टाइट होती है ना! मैने ऐसी तस्वीरे बहुत बार देखी है अपने पी सी पर जिसमे औरते डिल्डो बाँध कर मर्दों की गान्ड मारती है. मेरी वैसा ही मन हो रहा है तेरी मारने का.
मुझसे मरवा ले, हो सकता है कि मैं खुश होकर तुझे अपनी बुर का एकाध चुंबन लेने दूं" नेहा ने प्रस्ताव रखा.
दर्शन खड़ा खड़ा देखता ही रहा. उसकी समझ मे नही आ रहा था कि क्या कहे. अजीब सा लग रहा था, डर लग रहा था कि गान्ड मे डिल्डो घुसने पर दर्द होगा, पर नेहा की वह खूबसूरत बुर चूसने को मिलेगी यह विचार उसे लुभा भी रहा था.
नेहा आगे बोली "मुझे मालूम है कि मम्मी ने तुझे कुछ प्रामिस किया है. तू कैसे उसकी गान्ड को देखता है मैं जानती हूँ. आज वह मुझसे कह रही थी कि आज तुझे खुश कर देगी. मैं भी उसे मना लूँगी कि आज वह तुझ से गान्ड मरा ले. जब तू मम्मी की गान्ड मार रहा होगा तब मैं तेरी मार लूँगी. देख लो दर्शन, सोच लो अच्छे से. नही करना है तो ठीक है. पर फिर मैं भी मम्मी से कह दूँगी कि कोई ज़रूरत नही है दर्शन को अपनी यह मोटि ताजी गान्ड मारने देने की"
उधर शोभा और प्राची मे भी गप्पें चल रही थी. एक दूसरे की चूत चूसकर अब दोनो ज़रा शांत थी और बाते कर रही थी. "शोभा, वैसे दर्शन और नेहा की जोड़ी अच्छ लगती है ना. दर्शन चार पाँच साल छोटा है पर नेहा इतनी नाज़ुक है कि लगता नही है कि इतना अंतर है. दोनो खूबसूरत है, कामुक है, अपनी अपनी मा को इतना प्यार करने वाले है. दो साल बाद अगर हम इनकी शादी कर दे तो?"
शोभा खुश होकर बोली "बहुत अच्छि जोड़ी जमेगी दोनो की. हमारे परिवार भी एक हो जाएँगे. रही सही दूरी भी ख़तम हो जाएगी. पर ये नेहा सिरफिरी है. पुरुष जात से ही इसे नफ़रत है. देख कैसे वह दर्शन उसे मना रहा है और ये उसे ज़रा भी घास नही डाल रही. असल मे दर्शन जैसे चिकने सुंदर लड़के के साथ चुदाई करने को कोई भी औरत या लड़की तैयार हो जाएगी पर यह नेहा एक अजब ही मिट्टि की बनी है. उसके मन मे किसी तरह से दर्शन की ओर आकर्षण पैदा करना चाहिए नही तो आख़िर ये रहेंगे कैसे मियाँ बीबी बनकर!"
दर्शन और नेहा मे चल रहे वाद विवाद को देखकर शोभा ने पूछा "क्या बतिया रहे हो तुम दोनो? मैने उड़ते उड़ते कुछ गान्ड वाग़ैरह शब्द सुने, मेरी गान्ड के बारे मे तो नही सोच रहा रे तू नालायक? ज़रा सबर से ले, अभी मौका नही आया हैइसका"
नेहा ने हंस कर उसे सब बता दिया. नेहा अब काफ़ी गरम हो चुकी थी और अपनी जांघे आपस मे रगड़ रही थी. खेल खेल मे बनाया प्लान उसे अब सच मे मस्त कर रहा था.
|