RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
माँ बेटे के इस खेल को देखकर शोभा ने धीरे से नेहा का हाथ दबा कर इशारा किया और उसे खींच कर चुपचाप कमरे के बाहर ले आई. "नेहा बेटि. मा बेटे को कुछ देर अकेला ही छोड़ देते है. वैसे दर्शन इतनी गहरी नींद सोया है कि मुझे नही लगता वह उठेगा. चल, तू भी नहा ले तब तक. फिर आराम कर ले, कुछ सो ले. मुझे पता है कि तेरी भी नींद नही हुई होगी ठीक से. मैं खाना बना कर तुझे उठा दूँगी. प्राची को कहती हूँ कि आज की रात वो और दर्शन यही सो जायें."
"
याने आज की रात हम सब एक साथ मम्मी? ग्रांड मस्ती? मज़ा आ जाएगा" नेहा उत्साह से बोली.
"चल कुछ भी मत बोल नेहा. ऐसा कैसे होगा?" प्राची पीछे से बोली. वह भी दर्शन को छोड़ कर बाहर आ गयी थी. दर्शन के उस लंड को चूसने की जबरदस्त इच्छ को उसने बड़ी मुश्किल से दबा लिया था. सोचा था कि बेचारा इतना थका है, उसे क्यों उठाय जाए. फिर उसे इस बात का भी ध्यान हो आया कि शोभा और नेहा के सामने ही उसने दर्शन का लंड मूह मे ले लिया था, वे अब बहुत मज़ाक उड़ाएँगी.
"अरे तू क्यों आ गयी? हमे तो लगा था कि अब तक तो तू अपने बेटे को मा का पूरा लाड प्यार दे रही होगी. उस बेचारे को क्यों छोड़ दिया मौसी? मा से इस तरह से बच्चे को अलग करना ठीक नही है." नेहा ने चुटकि ली.
प्राची कुछ शरमा कर बोली "अरे वह बेचारा थक कर इतनी गाढ़ी नींद सोया है, मेरी मन नही हुआ की उसकी नींद खराब करूँ. वैसे शोभा, समझ मे नही आता कि कैसे तेरा शुक्रिया अदा करूँ, तूने मुझे अपने बेटे से इस तरह से मिलने की राह खोल दी. मुझसे तो यह कभी नही होता. वैसे अब क्या प्लान बन रहे है नेहा? तू ज़रूर कोई शैतानी से भरा प्लान बना रही होगी"
शोभा ने उसे धीरे धीरे बताया कि आज की रात क्या गुल खिलाने वाले है. पहले प्राची ना नुकुर करने लगी, पर मन मे वह फूली नही समा रही थी. आख़िर वह भी तैयार हो गयी. शोभा के समझाने पर कि थकान मिटाने को वे दोनो नहा कर सो ले, प्राची और नेहा नहा कर शोभा के बेडरूम मे सो गये.
रात को वे ग्यारह बजे के करीब उठि. उनकी थकान काफ़ी मिट गयी थी. उन्होने खाना खाया. दर्शन अब भी सोया हुआ था. शोभा ने उसके सिरहाने सॅंडविच और दूध रख दिया. फिर वे तीनों शोभा के बेडरूम मे आ गयी. जल्द ही वहाँ से हँसने खिलखिलाने की आवाज़े आने लगी. एक और रास लीला शुरू हो गयी थी.
- भाग 4 समाप्त –
|