RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
दर्शन बिस्तर पर बैठकर पीछे सिरहाने से टिक कर मॅगज़ीन देख रहा था. उसने कमर तक चादर ओढ़ रखी थी. उसका एक हाथ मॅगज़ीन पकड़े था और एक चादर के नीचे ज़ोर से चल रहा था. शोभा को देखते ही वह हड़बड़ा गया और अपना हाथ रोक कर उसकी ओर देखने लगा. उसका चेहरा लाल हो गया और मॅगज़ीन उसके हाथ से नीचे गिर पड़ी. जल्दी जल्दी मे
वह अंदर से लच लगाना भी भूल गया था.
शोभा ने अंदर आकर दरवाजे की सिटकनि लगाई और फिर धीरे धीरे चल कर उसके पास आई. उसके चेहरे पर मंद मंद
मुस्कान थी. पास आकर उसने चादर खींच कर हटा दी.
दर्शन हाथ मे लंड लेकर बुत सा बैठा था. कस के खड़े उस गोरे गोरे जवान शिश्न को देखकर उसके मूह मे पानी भर आया. दर्शन की आँखों मे आँखे डालकर उसने अपने गाउन के हुक खोले और उसे निकाल कर नीचे डाल दिया. सिर्फ़ काली ब्रा और पैंटी मे सजे उसके मासल जिस्म को देखकर दर्शन की आँखे चौड़ी हो गयी. कसी ब्रा मे तन कर खड़ी चूंचियाँ देखकर उसकी साँस और ज़ोर से चलने लगी. मौसी मुझे डान्टने नही बल्कि अपने आगोश मे लेकर कामवासना के स्वर्ग मे ले जाने आई है यह समझ मे आते ही उसके आनंद का ठिकाना ना रहा. उसे समझ मे नही आ रहा था कि वह अब क्या करे, मौसी क्या करवाना चाहती है उससे.
शोभा ने दर्शन की मुश्किल हल कर दी, वह बिस्तर पर चढ़कर उसके पास बैठ गयी और दर्शन को बाहों मे भर कर उसका एक चुंबन लिया.
दर्शन का यह पहला किस था, और वह भी उसकी मा से बड़ी, उसके रंगीन सपनों की मदमस्त नायिका शोभा आंटी का.
शोभा ने दर्शन का हाथ लंड पर से हटाया और खुद उस थरथराते लंड को अपनी मुठ्ठी मे पकड़ लिया "क्यों रे लड़के, शाम से ये हालत है ना तेरी? और मेरी अलमारी मे ढुन्ढ कर क्या क्या देखा तूने? मेरी ब्रा और पैंटी को भी हाथ लगाया ना?"
दर्शन चुप था, उसे समझ मे नही आया क्या कहे, सफाई दे या मान ले; वह शरमा भी रहा था और बहुत उत्तेजित भी था. शोभा ने फिर उसके होंठों का चुम्मा लिया और लंड को हथेली मे दबाते हुए बोली "हमेशा तू कैसी नज़रों से मेरी ओर देखता है, क्या मुझे मालूम नही है? अगर मौसी इतनी अच्छि लगती है तो पहले क्यों नही बोला? आज तो मैने तुझे इतने चांस दिए, बाथरूम मे घुस कर मेरे साथ नहाने का कितना अच्छ मौका गवा दिया तूने! बड़ा बुज दिल निकला रे तू" वह प्यार से बोली.
दर्शन अब तक लज्जा से चूर चूर हो गया था. बोला "शोभा आंटी, तुम ... मेरा मतलब है आप मुझे बहुत अच्छि लगती है. रात को सोते समय भी बस आपका ही रूप मेरी आँखों के सामने होता है"
"मुझे तुम कहो, आप नही, अब तो तू मेरा लाड़ला हो गया है ना! तो मैं तेरी आँखों के सामने होती हूँ सोते समय! और जब तू ये करता है जो अभी कर रहा था .." उसके लंड को हिलाते हुए वह बोली " .. वह भी मुझे याद करके करता है! हाउ स्वीट!"
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