RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
शोभा मुस्काराकर बोली "प्राची, तुम बहुत ही शरमीली हो. यह भी ठीक करना पड़ेगा, अरे स्मार्ट दिखाने के लिए अपना कॉन्फिडेन्स भी बढ़ाना चाहिए. चलो निकालो. तब तक मैं तुझे सिखाती हूँ कि नाप कैसे लेते हैं.
मैं पहले अपना ब्लाउस निकाल कर अपना नाप ले कर बताती हूँ, फिर तेरी शरम शायद कम हो जाए" शोभा ने पल्लू नीचे किया और ब्लाउस निकालने लगी. उसके लो कट ब्लाउस के आगे के करीब करीब आधे खुले भाग मे से उसके विशाल स्तनों के बीच की गहरी खाई प्राची को दिखी. क्या सेक्सी दिखती है यह औरत, ऐसा एक मीठा नटखट विचार प्राची के मन मे कौंध गया.
शोभा ने ब्लाउस के बटन खोले और हाथ ऊपर करके ब्लाउस निकाल दिया. उसकी कांखे एकदम चिकनी थी. "रोज शेव करती है लगता है, या हेयर रिमूवर् से निकाल दिए हैं. पर अच्छि लग रही हैं कांखे, नही तो मेरी कैसी बेकार लगती हैं. आज ही कांख के बाल काट डालूंगी" ऐसा विचार प्राची के मन मे आया.
ब्लाउस निकलते ही शोभा के लेस वाली एक खूबसूरत ब्रा मे कसे हुए बड़े बड़े स्तन दिखने लगे. ब्रेसियार काफ़ी टाइट थी और उसके स्ट्रप्स शोभा के मांसल बदन मे गाढ़ने से बाजू का मास बड़े मादक तरीके से उभर आया था. शोभा के वे मदमस्त उरोज मानों उस ब्रा मे समा नही पा रहे थे और उफान के साथ बाहर आने की कोशिश कर रहे थे.
प्राची स्तब्ध होकर शोभा का वह मादक रूप देखती ही रह गई. शोभा स्मार्ट थी पर उसका रूप ऐसा होगा इसकी उसने कल्पना भी नही की थी. धीरे धीरे प्राची ने भी अपने ब्लाउस के बटन खोलना शुरू कर दिया. आख़िर उससे ना रह गया और वह बोली "अरी शोभा, कितनी अच्छि है तेरी ब्रा! कहाँ से ली? कांचुकी से? पर ज़रा टाइट नही है? तुझे तकलीफ़ नही होती?"
अपने सीने पर टेप लपेटते हुए शोभा बोली "प्राची, जान बूझ कर टाइट ब्रा मैं प्रिफर करती हूँ. उससे स्तन अच्छे कस कर बाँधे जाते हैं और ज़रा तन के खड़े होते हैं. मेरी उम्र मे यह करना पड़ता है नही तो लटक जाएँगे लौकी की तरह. वैसे मेरे ज़रा बड़े ही हैं, अपना ही वजन नही सह पाते बेचारे" उसने टेप पहले अपने स्तनों के नीचे छाती पर लपेटा और बोली "देख यह पहला नाप है, इसमे पाँच जोड़ कर ब्रा की बेसिक साइज़ मिलती है. देख कितने इंच है?"
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