RE: XXX Chudai Kahani माया ने लगाया चस्का
माया: आई लव यू विकी में जिंदगीभर तेरा एहसान नहीं भूलूंगी. में तेरी दासी बनके रहू गी मेरे राज्जा. उसने मुझे अपनी बाहों में लेके अपने ओठ मेरे ओठो से लगा दिए और चूसने लगी. अब तो मुझे भी लिप किस आ गया था तो मेंने अपने जबान उसके मुह में घुसेड कर उसकी जबान से अपनी जबान टकराने लगा,…. फिर दरवाजे पे दस्तक हूँ ई.. माया नाराज होते हूँ ए
माया: आ गयी साली चुद्ककड़… रंडी.. (उसने गेट खोला और सरोज अन्दर आ गयी.) सरोज ने ब्लैक गाउन पहना था. सरोज भी मस्त लग रही थी. अब सरोज के बारे में बतादू ….
सरोज एक मुक्त खयालवाली मनचली चंचल लड़की है. उसने अपनी १४ साल की उम्र में पहला सेक्स अपने से ८ साल बड़े एक लड़के से किया था. उसके आलावा उसने अपने पड़ोस की किसी कुवारी लड़की, शादीशुदा भाभी, आंटी या सहैली को नहीं छोड़ा था. वो ३१ साल की सेक्सी ५-६” कद की, लम्बे घने बाल थे उसके, ३६ २५ ३७ का मस्त फिगर, नशीली आंखे, मस्त गुलाबी गाल. लाल चटक होठ… वो भी क़यामत से कम नहीं थी. उसकी ऐसी चाल चलन से उसका पति नाराज था और उसका तलाक हो गया था. वो माया को पाने की कब से फिराक में थी. एक रात उस्सने माया को अपने घर बुलाकर बहूँ त समजाया पर वो उसके साथ प्यार से नहीं मानी. उस रात उसने माया पर पूरी रात जबरदस्ती की, उससे नोचा काटा पर माया नहीं मानी. क्योकि माया की पसंद अपने से छोटे मर्द थे जो में उससे मिल गया वो भी घर के अन्दर. सरोज ने माया नहीं मानी तो सीमा को फसाकर उससे लेस्बियन बना कर रख दिया. वो सीमा को रात रात भर चोदती है. सीमा और उसकी बहूँ त पटती है इतना मेरे जान में आ गया था. जब में वहा नहीं रहता था तो सीमा वोही कमरे में सोती थी और सरोज अपनी छत से वहा आ जाती थी और रात रात भर दोनो एक दुसरे की चूत को चाट चाट कर अपनी वासना संतोषती थी.
आतेही उसने मुझे कस के जकड़ा और मुझे चूमा.. हाई जीजू.. मेरे लोअर में हाथ डाल के मेरे लौव्ड़े को पकड़ लिया.
सरोज: वाव क्या मस्त मुसल है…. माया की चूत को इतना ठोक की साली लाइन पे आ जाये.. वेसे वो मेरा माल है जीजू. आज हरामजादी को इतना चोद की उसकी चूत का भोसडा बन जाये और एक नंबर की चुद्दाकड़ बन जाये. वो मेरे लोडे को मुठियाने लगी ही थी की माया आ कर बोली तूने सिर्फ देखने का वादा किया था. इसे छोड साली…. हमसब जोर से हंस पड़े और माया के कमरे में गए. माया ने अपने बिस्तर को निचे डाल दिया ताकी निचे तीनो आराम से सो सके.
सरोज: (मेरे लंड को पकड़ते हूँ ए) वाव क्या मस्त मुसल है….मजा आ जायेगा मेरी जाआअन्न्न्न्न्न्न्न्न्. माया की चूत को आज रात इतना ठोक की साली लाइन पे आ जाये..
सरोज: देख जीजू वेसे तो माया मेरा माल है पर आज साली को इतना चोद है की उसकी चूत का भोसडा बन जाये और उसे इतना चिर दे के साली दूसरी बार लोडे लेना भूल जाये. साली मुझसे भागकर कितना दूर जा सकी बोल.
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