RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मैं वहाँ से बाहर आ जाता हू लेकिन मेरे कान खड़े हो जाते है
रिया : मोम क्या बात है आज कल बड़ी फॅशनबल हो रही हो, कही कुछ तो गड़बड़ है
सुजाता : मार खाएगी, क्या गड़बड़ है भला, कपड़े ही तो पहने है और क्या
रिया : मुझे तो समझ नही आता कि अचानक आप मे ये चेंजस क्यो आ रहे है, मोम सच बताओ ना मैं आपकी बेटी हू मैं किसी से कुछ नही कहुगी
सुजाता : अरे पागल है क्या तू अपनी मोम पर शक कर रही है
सुजाता : पहली बात तो मैं वो सब किसी और के साथ सोच भी नही सकती और दूसरी बात मुझे यह सब कपड़े पहनने का पहले से ही शौक था
वह तो थोड़ा पेट और मेरे ये चूतड़ ज़्यादा मोटे और बड़े बड़े हो गये थे इसलिए मैने ऐसे कपड़े पहनना बंद कर दिया था,
रिया : अच्छा तो अभी आपके चूतड़ और पेट कौन से कम हो गये है जो आप फिर से उसी अंदाज मे आ गई
सुजाता : देख रिया ऐसी कोई बात नही है और तुझे अगर बुरा लगता है तो मैं यह कपड़े उतार देती हू और अब नही पहनूँगी
रिया : सॉरी मोम मेरे कहने का यह मतलब नही था मैं तो आपके मज़े ले रही थी, दरअसल आप इन कपड़ो मे बहुत सेक्सी लग रही है, ज़रा ध्यान रखना कोई आप पर फिदा ना हो जाए
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए अरे अब इस उमर मे कौन आदमी मुझ पर फिदा होगा
रिया : मोम तुम्हारी उमर की औरतो पर आदमी नही बल्कि 20-22 साल के लोंडे ज़्यादा फिदा होते है क्योकि इन्ही को भारी चुतडो और मोटे मोटे बोबो से बहुत प्यार होता है, मैने तो यहाँ तक भी पढ़ा है कि लड़के सबसे ज़्यादा गान्ड और बोबे अपने घर की मा और बहनो के ही देखते है,
सुजाता : चुप कर रिया कही रवि ना सुन ले,
रिया : वह भी कम कमीना नही है, पर क्या करू भाई है मेरा उससे प्यार ही बहुत करती हू
सुजाता : क्यो क्या हुआ, कही रवि तेरे चुतडो और दूध को तो नही घूरता है,
रिया ; मोम घूरता भी होगा तो क्या हुआ, आख़िर भाई है मेरा, उसे मैं घूर्ने से रोक तो नही सकती हू ना, और वह तो तुम्हारे चुतडो को भी घूरता है, मैने कई बार उसे देखा है,
सुजाता : मुस्कुराते हुए चल चुप कर और यह सब बाते और किसी के सामने मत करना, और रवि को समझा दिया कर कि यह सब अच्छी बात नही है
रिया : मुस्कुराते हुए अपनी ब्रा और पैंटी मोम के सामने ही पहनते हुए, मोम मैं उसको समझा तो दूँगी पर उसके डंडे को कैसे सम्झाउन्गि,
सुजाता : चुप कर बदमाश, मुझे तो उससे ज़्यादा चुदासी तू लगने लगी है, अब अपनी मोम की साइज़ की हो गई है, अब तो बच्पना छोड़ दे
रिया : अपनी मोटी जाँघो पर तेल मालिश करते हुए, मंद मंद मुस्कुरा कर, मोम इसी लिए तो बच्पने की नही जवानी की बाते कर रही हू
सुजाता : तुझसे तो जीतना बेकार है, लगता है रवि को तूने ही बिगाड़ा है,
रिया : मेरा भाई है मैं उसे क्यो नही बिगाड़ सकती हू, वैसे तुम ठीक ही कह रही हो मोम, बहुत कुछ तो उसने मुझसे ही सीखा है पर अब वह मेरे हाथ से निकलता जा रहा है, और मैं उसे निकलने नही दूँगी
सुजाता : सच रिया कभी कभी तो मुझे लगता है तुझमे कोई पागलपन सवार हो जाता है, ना जाने क्या क्या बकवास करने लगती है, ऐसा लगता है जैसे तेरे माइंड से तेरा संतुलन खो जाता है, पगली कही की चल अब किचन मे और मेरा हाथ बटा
रिया : हा हहा हा ओके मम्मा आती हू
वहाँ से मैं नहाने चला गया उसके बाद दोपहर मे मैं मोम और रिया दी खाने की टेबल पर मिले रिया दी ने स्कर्ट पहनी हुई थी और मैं लूँगी लगा कर बैठा था, रिया दी बिल्कुल मेरे सामने थी और मेरे दाए ओर रिया दी के बाए तरफ मा बैठी थी मा हमसे बाते कर रही थी और रिया दी टेबल के नीचे से अपने परो के पंजे से मेरे पेरो को रगड़ रही थी, वह रगड़ाती जाती और उसकी कुटिल मुस्कान और नज़रे मेरी ओर थी,
मैं भी उसकी मुस्कान का जवाब मुस्कान से दे रहा था, तभी दी ने अपने पेर को उपर उठा कर मेरे जॉकी मे क़ैद लंड को अपने पेरो के पंजो से दबाना शुरू कर दिया और मैने जब उनकी ओर देखा तो उन्होने मुस्कुराते हुए मुझे आँख मार दी
रवि : दी खाने दो ना
रिया : मुस्कुरा कर, तो खा ना मैं क्या कर रही हू, इतना कह कर दी ने मेरे अंडकोषो को अपने पेरो से दबाना शुरू कर दिया, मैं समझ गया कि दी को मस्ती चढ़ि है वह ऐसे नही मानेगी तो फिर मैने भी अपने पेर को उठा कर सीधे दी की चौड़ी हुई जाँघो के बीच उनकी पैंटी के अंदर कसी फूली हुई चूत पर रख दी और कस कर उनकी फूली बुर को अपने पेर के पंजो से दबाने लगा, पर रिया दी की चूत आज कुछ ज़्यादा ही मरवाने के लिए मचल रही थी, रिया दी ने अपनी मोटी चिपकी हुई जाँघो को और भी फैला लिया और मेरे पेर के पंजो को उसकी फूली चूत का पूरा एहसास होने लगा, दी मेरी ओर देख कर मंद मंद मुस्कुरा रही थी और मैं उसकी चूत को अपने पेरो से कभी सहलाता और कभी कस कर दबा देता,
एक तरफ तो मैं दी की फूली चूत को पेरो से दबा रहा था और दूसरी और मोम की मोटे मोटे पपीते लग रहा था कि ब्लॉज फाड़ कर बाहर आ जाएगे, लंड पूरी औकात मे तना हुआ था, फिर कुछ देर बाद दी उठी और अपनी गुदाज मोटी गान्ड को मुझे देखते हुए खुज़ला कर जाने लगी, मैं दी की थिरकति गान्ड का मज़ा लेते हुए उन्हे देखता रहा उसके बाद मोम उठी और मेरी नज़रे उनके सुडोल चुतडो पर गई, मोम अपनी गान्ड मटकाते हुए किचन मे चली गई
मैं रूम मे गया और रिया दी को पीछे से जाकड़ लिया मेरे लंड ने सीधे उनकी मोटी गान्ड के गॅप मे घुसा, मैने दोनो हाथो को आगे लेजा कर दी के मोटे मोटे खरबूजो को कस कर मसल्ते हुए कहा
रवि : क्या बात है दी आज तो आप बहुत चुदासी लग रही है
रिया : मूह बनाते हुए, रहने दे तुझे तो कोई फिक्र ही नही है मेरी, मैं तड़पति रहती हू और तू ना जाने कहाँ गायब रहता है
रवि : दी मुझे क्या पता आपकी चूत इतनी प्यासी है और फिर मैने दी की पैंटी मे हाथ डाल कर उसकी कचोड़ी जैसी फूली बुर को कस कर दबोचते हुए उसकी फांको को फैला कर सहलाना शुरू कर दिया,
रिया : पहले दरवाजा तो बंद कर ले कही मोम ना आ जाए
रवि ": मैने दी के बोबो को कस कर मसल्ते हुए कहा आ जाने दो दी, मोम आ भी गई तो यह देख कितनी खुश होगी कि उसके दोनो बच्चे कितना प्यार करते है
रिया : मुस्कुराते हुए, और तुझसे कहेगी कि तुझे शर्म नही आती अपनी बड़ी बहन की चूत को सहलाते और दुलार्ते हुए,
रवि : तो मैं भी कह दूँगा कि अपनी बहन की चूत को दुलार्ने का पहला हक तो उसके भाई का ही हुआ ना,
रिया : इस हिसाब से तो तेरा हक़ मोम की चूत को दुलार्ने का भी बनता है ना
रवि : दी बनता तो है पर मा के उपर निर्भर करता है,
रिया : सी सी आह आहह रवि अब हाथ से ही सहलाएगा या चाटेगा भी, ज़रा अपनी जीभ से अपनी दी की मस्त चूत का रस तो पी ले
रवि : तो क्या खड़ी खड़ी ही अपनी चूत चटवायेगि या लेटोगी भी
रिया : आज तो भैरा राजा खड़े खड़े ही मुझे मुतना है, क्या तू मेरी चूत इस तरह चाट सकता है कि मैं खड़े खड़े ही अपने भैया के मूह मे अपनी चूत लगा कर मूत दू
रवि : ठीक है दी तो फिर आज तुम खड़ी खड़ी ही मुतोगी इतना कह कर मैने दी की पैंटी नीचे सरका कर उनकी चूत की फांको को फैला कर खूब कस कस कर चाटना शुरू कर दिया और दी आह आह सी सीई भैया और चाट आह आह ओह रवि ऐसे ही कितना मस्त चाटता है तो लगता है अभी मुझसे तू पेशाब करवा लेगा
रवि : दी पूरी नंगी हो जाओ ना, ऐसे मे मज़ा नही आ रहा है
रिया : मुस्कुराते हुए जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार देती है और फिर रवि के लंड को उपर से पकड़ कर दबाते हुए, इस काले नाग को क्यो छुपाए हुए है इसके भी तो दर्शन करवा
मैने अपने फुफ्कारते लंड को बाहर निकाला और दी ने उसकी गर्दन को पकड़ कर कस कर दबाया
रिया : यह तो बहुत ज़हरीला लगता है
रवि : दी के दूध को दबाते हुए, दी यह आज अपना सारा जहर आपकी इस मस्त फूली बुर मे छोड़ेगा पर पहले आप किसी घोड़ी की तरह मुझे फर्श पर चल कर तो दिखाओ
रिया दी घुटनो के बल फर्श पर चलने लगी और मैं अपने लोड्े को हाथ मे थामे दी की मोटी गान्ड उसकी गान्ड का भूरा छेद और उसके नीचे चौड़ी खुली हुई मस्त फूली फांको दीदार ने मुझे काफ़ी उत्तेजित कर दिया और मैने पीछे से दी की मस्त भोसड़ी मे अपने मूह को लगा दिया और उसकी चूत और गान्ड को पागलो की तरह चाटने लगा, दी सीसीयाने लगी और लंड डालने को कहने लगी,
मैने भी लंड को उसकी चूत के लपलपाते छेद मे रखा और कस कर धक्का मारा और मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया उसके बाद मैने दी को खूब हुमच हुमच कर चोदा, हम अकसर इस तरह कभी भी चुदाई कर लेते थे, दी को चोदने के बाद मैं छत पर घूमने चला गया और मेरी नज़र सीमा आंटी पर पड़ी,
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