RE: non veg story अंजानी राहें ( एक गहरी प्र�...
इंदु.... नैन सर, मैं तो कब से आप को इसके बारे मे बताना चाह रही थी, लेकिन जान जाने के डर से चुप रही... ये देखो लेटर (इंदु एक लेटर अपने पर्स से निकल कर नैन की ओर बढ़ाती हुई) जो मैं कब से आप को देना चाह रही थी, पर ये साथ छोड़ ही नही रहा था.... किशोर से पुछ लीजिए, मैं तो अपनी जान के डर से इसके साथ काम कर रही थी...
किशोर.... हां सर ये सच कह रही है... आ जा जानेमन तू हमारी पार्टी मे आ जा...
अमोल.... कुतिया कहीं की, तू भी इसके साथ मिली है....
इंदु तेज़ी से उनके पास पहुँच गयी... तभी किशोर ने ताली बजाई और कहने लगा.... "गर्ल्स मेडम का स्वागत ज़रा जोरों से करना"
इंदु सामने देख कर चौक गयी.... वासू, रीति और उनके पिछे सैली खड़ी थी.... सैली काफ़ी गुस्से मे आगे आई और एक तमाचा उसके गाल पर ज़ोर से मारी..... चटकककक की आआज़ पूरे महॉल मे गूँज गयी.... सैली को पिछे करते वासू आगे आई वो भी खींच कर एक तमाचा दूसरे गाल पर दी...
अब बारी थी रीति की... रीति भी आगे आई और दोनो गालों पर तमाचा जमा दी...
सैली.... ये चीटिंग है रीति, मैने तो एक गाल पर ही मारा था... मैं भी दोनो गाल पर मारूँगी..
अपनी बात कहती हुई सैली फिर आगे आई, और वो भी इंदु के दोनो गालों पर कस कर तमाचा मार दी.. इंदु के तो सिर के उपर जैसे पूरा ब्रह्मांड नाच रहा हो... वासू भी पिछे क्यों रहती.. वो भी अपना टर्न संभालती इंदु के दोनो गाल पर तमाचा रसीद कर दी...
रीति... ये चीटिंग है तुम दोनो दो बार मारी इसे और मैं बस एक बार .. मुझे भी दोबारा मारना है...
लड़कियों की हरकत देख कर सब हंस रहे थे .... नैन कहने लगा... "बस करो और बंद करो टर्न बाइ तुर्न मारना... अमित इन सब को यहाँ से ले कर जाओ"...
अमोल..... तो ये सारा खेल तुम्हारा था...
नैन... तुम्हे क्या लगा हम घास छिल कर आइपीएस बने हैं क्या रे... शक तो मुझे उसी दिन हो गया था जब तूने रशीद गॅंग जाय्न किया था... अबोध पूरी गॅंग का मेंबर रशीद को जाय्न करे और वो जिंदा भी बचा है, और अबोध पूरी के गॅंग मे भी साथ-साथ काम कर रहा है....
"खेल अच्छा था अपने राइवल को सॉफ करने का, फिर क्या था मर तो गॅंग्स्टर ही रहे थे इसलिए हम ने भी किशोर को चिपका दिया तुम लोगों के साथ. यकीन तो मुझे परवानू मे हुआ जब एक फॅक्टरी का चलान अमोल के नाम से था और डील अबोध पूरी की थी, चूक कर गये तुम यहाँ अमोल वैसे खेल अच्छा था"...
अमोल.... खेल तो तुम्हारा भी अच्छा था एसपी पर तुम चाहते तो मुझे कब का अरेस्ट कर चुके होते, मुझ पर अब तक ये मेहरबानी क्यों....
नैन... बस तुम्हारे फॅक्टरी की लिस्ट नही थी अमोल जो मुझे अब मिल जाएगा... और कुछ..
अमोल.... सीधी बात कहता हूँ नैन, मुझे जाने दो मुँह माँगी कीमत दूँगा...
नैन.... अब आए ना सही ट्रॅक पर अमोल... 20 लोग पहले से है यहाँ और 5 हम अभी आए तो ऑफर क्या है हम 25 लोगों के लिए....
अमोल... तुम मे से हर एक को 2-2 करोड़ अभी और 2-2 करोड़ मेरे देश छोड़ते ही...
नैन.... क्यों टीम क्या कहते हो....
किशोर.... सर वन टाइम ऑफर की तरह है, बाद मे मुकर भी सकता है, वैसे भी हमारी बात मान'ने के सिवा इसके पास कोई चारा नही ... 5 करोड़ पर डील डन करवाओ...
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