RE: non veg story अंजानी राहें ( एक गहरी प्र�...
नैन थोड़ी देर तक सोचता रहा... फिर आपने जूनियर अमित को बुला कर सारी बातें डिसकस किया... अंत मे सब सारी बातों पर सहमति हुई.... अमोल और इंदु सरकारी गवाह होंगे और वो पूरे गॅंग के खिलाफ सबूत देंगे....
नैन वहाँ से रास्ते भर इसी केस पर सोचते हुए निकला..... घर जब पहुँचा तो वहाँ का अलग ही मंज़र था... पूरा घर कबड बना था और रीति कहीं भी नज़र नही आ रही थी....
सामने टीवी पर एक नोट चिपका था.... "इफ़ यू वान्ट दिस गर्ल कॉल मी"
नैन पहले सकते मे आ गया... उसे समझ मे नही आया कि ये आख़िर किसने किया, चूँकि जिस केस को वो हॅंडल कर रहा था उस केस से जुड़ा कोई भी आदमी यहाँ तो नही आ सकता, फिर ये कौन है...
नैन ने चुप-चाप कॉल लगाया और उस आदमी के बताए पते पर पहुँचा.... पता एक फ्लॅट का था, बाहर खड़े लोगों ने नैन की सर्विस गन निकाल कर अपने पास रखा और अंदर जाने के लिए कहा. नैन जब अंदर गया तो वहाँ रीति के साथ-साथ वासू, अनु, गौरव, सैली और साथ मे तोशिब भी था...
मामला समझ मे अब पूरा आ गया था... उस दिन एरपोर्ट का हमला और ये किडनॅपिंग सब उस सेंट्रल मिनिस्टर के कहने पर हो रहा था....
नैन को देख कर सब अपने बँधे मुँह से उनन्ं-उनन्ं करने लगे... बंधकों मे कोतुहल देख कर अंदर से वो सेंट्रल मिनिस्टर भी बाहर आया....
सेंटेराल मिनिस्टर..... तो वो तू है जिसकी वजह से मेरा बेटा फँसा है...
नैन.... सर, इन लोगों को जाने दो, आप लॉ के अगेन्स्ट काम कर रहे हो.
सेंटरल मिनिस्टर.... हम ही लॉ हैं यहाँ के... जितना मैं परेशान हुआ हूँ, उस से ज़्यादा खून के आँसू रुलाउन्गा...
नैन.... सर जी सड़क का टपोरी समझा है क्या.... औकात पर आ गया तो पिच्छवाड़े मे डंडा घुसेड मार ठंडा कर दूँगा......
तभी पिछे से एक आवाज़ आई .... एसपी.. तेरी इतनी... ओउुुउउ...... आआऊओ आआआआआअ
एक आदमी पिछे से चिल्लाता हुआ... औकात का "ओउूउ" ही बोला था कि नैन ने अपने साथ लाया दूसरी गन को निकाला और एक गोली उसके पाँव मे मारते हुए मिनिस्टर के कनपटी पर गन रख कर कहने लगा.....
"कोई फिल्म स्टार हूँ कि उछल-उछल कर हाथ पाँव चलाऊ, एक काम मे ट्रैन्न्ग के दौरान गोल्ड मेडेल मिला था शूटिंग मे.... बस मुझे सही निशाने पर फाइयर करने आता है... और वो मैं बखूबी कर दूँगा"....
सेंटरल मिनिस्टर.... एसपी तू यहाँ से किसी को भी जिंदा नही ले जा सकता...
नैन... पर तुझे मार कर अपने साथ उपर ज़रूर ले जा सकता हूँ... और सुनो ओये चम्चो ... भले यहाँ मैं मर जाऊ पर इस मिनिस्टर को भी साथ लेता जाउन्गा... और यदि तेरे सिर से तेरे बाप का हाथ हटा तो सोच पोलीस क्या करेगी तुम्हारे साथ, दौड़ा-दौड़ा कर मारेगी, और घसीटेगी वो अलग.
नैन की बात सुन कर वहाँ मौजूद जितने भी हतियार धारी थे सब अपने हथियार नीचे करते दो कदम पिछे हो गये....
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