RE: non veg story अंजानी राहें ( एक गहरी प्र�...
"क्या सोचा जा रहा है अकेले-अकेले" रीति इतनी गहराई मे खोई थी कि उसे नैन का आना तक पता नही चला... रीति एकदम से चौुक्ति हुई पुछ्ने लगी... "आप कब आए"
नैन.... बात ये ज़रूरी नही कि मैं कब आया, बात ये ज़रूरी है कि बेबी क्या सोच रही थी..
रीति मुस्कुराती अपने दोनो बाहें नैन की गर्दन पर रखती कहने लगी.... "कुछ भी तो नही जी"
नैन.... अच्छा एक गुज़ारिश की अर्जी है, आगे आप की मर्ज़ी है...
रीति.... ह्म्म्मक ! क्या है गुज़ारिश...
नैन.... एक गाना सूनाओ ना प्लज़्ज़्ज़.... क्या खूबसूरती से गाती हो...
रीति.... हहे, मैं तो बस बाथरूम सिंगर हूँ....
नैन.... प्लीज़ ना बेबी.....
रीति मुस्कुराती हुई ... नैन को देखने लगी और नज़रें नीचे करती गाना शुरू की...
कभी नीम नीम , कभी शहद शहद
कभी नरम नरम, कभी सख़्त
मोरा पिया... मोरा पिया.. मोरा पिया....
नज़रों के तीर, मे बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
लज्जा से मरे रे ये जिया
बैरागी मन तेरा है सहेली
मेरे सीने में है क़ैद हूँ अब जी
प्रीत की राखों लाज ए मेरे रब
रुसवा हुई तो , दुनिया हसी तो
लज्जा से मारेर रर ये जिया
गाना समाप्त कर रीति मुस्कुराती हुई नैन को देखने लगी.... नैन भी मुस्कुराते हुए रीति की आँखों मे देखते हुए कहने लगा..... आइ लव यू बाबययी.... "मी टू" मे रीति भी जबाव दी...
नज़रों मे झाँकते हुए, नैन ने रीति का चेहरा अपने दोनो हाथों मे थाम लिया. दोनो के चेहरे पर फैली हुई मुस्कुराहट कई अफ़साने बयान कर रही थी.... प्यार के इस पल मे दोनो ने अपने होठ एक दूसरे के होठों से लगा कर चूमना शुरू कर दिया....
चूमते हुए नैन ने रीति को धीरे से बिस्तर पर लिटा दिया.... उसके बालों को माथे से समेट'ते हुए पिछे जाने दिया. नज़रें एक बार फिर दोनो की टकरा गयी... और होठ खुद-व-खुद चूमने को मचल उठे.
हल्का नशा दोनो को छाने लगा था.... चूमते हुए साँसें दोनो की चढ़ने लगी थी, और खून मे उत्तेजना की लहर दौड़ना शुरू हो चुका था....
चूमते हुए ही एक कर के कुर्ते के सारे बटन खोल दिए... रीति अपनी पीठ थोड़ा उपर की और कुर्ता बदन से अलग हो गया.... लबों से लब ऐसे मिले थे कि साँसें उखड़ी हो गयी, पर चूमना किसी ने नही छोड़ा. जब सांस बिल्कुल भी नही बची तो हान्फते हुए एक दूसरे के होठ को छोड़ा.
अभी तेज साँसे धीमी भी नही हुई थी कि, तेज साँसों की गर्मी रीति को अपने गर्दन पर महसूस होने लगी, आँखे खोल कर एक बार देखी और फिर अपनी आँखों को मूंद कर काम के मधुर अहसास मे डूब गयी...
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