RE: non veg story अंजानी राहें ( एक गहरी प्र�...
थोड़ी देर सैली के इस हस्त मैथुन के बाद, भावेश ने अपना लिंग सैली के मुँह के पास ले गया. सैली नीचे रोहन के द्वारा योनि को लगातार चूसे जाने के कारण सिसकारियाँ ले रही थी, वो मस्ती मे इतनी चूर थी कि उसकी योनि भी काफ़ी वेट हो गयी थी.
रोहन ने अपने दाँत, सैली की योनि पर गढ़ाया.... ज़ोर से ईश्ह्ह्ह करती सैली, अपने बदन को थोड़ा हवा मे उठाई... सैली का इतना मुँह खुला देख भावेश ने अपना लिंग सैली के मुँह मे डाल दिया.
लिंग मुँह मे जाते ही सैली भी उसे चूसने लगी, भावेश उत्तेजना मे इतना पागल हुआ कि उसने मुँह के अंदर लिंग डाले ही अपना कमर हिलाने लगा....
सैली के मुँह से सिसकियाँ भी विचित्र हो गयी... लिंग मुँह मे भरा था... और योनि की चिंगारी उसे पागल कर रही थी ... और वो ... "खव्वव.. खव्वव" की आवाज़ करने लगी....
सैली मस्ती जे ज़ोर-ज़ोर से आवाज़ कर रही थी. भावेश उसके चेहरे को हाथ मे थामे इसे उपर नीचे कर के बड़ी तेज़ी से अपना लिंग चुस्वा रहा था.... अचानक भावेश के अंगों ने जैसे जकड़न लिया हो, और अपना कम उसके मुँह मे छोड़ कर साइड मे लेट गया.
मुँह पहले से भरा था, उपर से सैली को सांस लेने मे तकलीफ़, सैली खाँसती हुई उस कम को उगल दी और, खाँसते-खाँसते हल्की उल्टी भी कर दी....
रोहन.... साले पागल हो गया है क्या.. ये क्या कर दिया, उल्टी होने से तो कुछ ही देर मे इसका नशा उतर जाएगा...
भावेश... चिंता क्यों करते हो रोहन भाई एक और पूडिया है ना.
रोहन... भावेश कहीं ओवर डोज ना हो जाए, नही तो लेने के देने पड़ जाएँगे.
भावेश... कैसा लेना और देना रोहन, रात के अंधेरे मे इसे कहीं सड़क पर फेंक देंगे.. कल के न्यूज़पेपर मे होगा... सड़क पर बेसूध हालत मे एक छात्रा पाई गयी, जो ड्रग के नशे मे थी.
रोहन.... चल ठीक है, अब मज़ा ना खराब कर जल्दी से पूडिया ले आ.
भावेश अफिम ले आया रोहन दोबारा सैली की नाक के पास अफिम रखा. जैसे ही सैली की नाक मे अफिम की खुसबु गयी, वो किसी पागल की तरह ज़ोर से सूंघने लगी और मदहोश होकर बिस्तर पर गिर गयी.
मस्ती मे बदन को मसलती हुई सैली अपने दोनो हाथों से बिस्तर को दबोचे थी. रोहन ने बाल पकड़ कर उसे बैठा दिया, और बिस्तर पर खड़ा होकर लिंग उसके मुँह मे डाल दिया.
इधर भावेश ने सैली की दोनो टाँगों को पूरा 120 डिग्री तक फैलाया, और सामने से इतने खुले योनि के दर्शन कर उसका मन गद-गद हो गया. भावेश कुछ देर तक नज़ारा लेता था, फिर अपने सिर को हिलाता हुआ मुँह सीधा उसके योनि मे लगा दिया. वो तो बूब्स की तरह योनि को भी मुँह मे भर कर चूस रहा था.
उपर सैली के बाल पकड़े रोहन अपने लिंग को अंदर बाहर कर रहा था, सैली भी रोहन के नितंब को पकड़ कर उसका साथ दे रही थी.
कुछ देर बाद सैली की सिसकारियाँ काफ़ी तेज हो गयी, अपने हाथ से रोहन के नितंबों को पकड़ कर ज़ोर से भींच ली, और काफ़ी ज़ोर से अपने बदन को टाइट कर के अंगड़ाई ली और फिर निढाल हो गयी.
काफ़ी मस्ती और उन्माद के पल थे सैली के लिए जब वो स्ट्रा कर रही थी. भावेश का लिंग दोबारा तैयार हो गया था, वो पूरा एरेक्ट, और रह रह कर झटके दे रहा था. भावेश, सैली के पाँव के बीच आ गया और अपने लिंग को योनि पर रख कर पहला धक्का मारा.
भावेश को विस्वास ना हुआ कि सैली की योनि इतनी टाइट होगी, उसे तो लगा था कि कोई खेली-खाई लड़की होगी, पर ये तो बिल्कुल नयी नवेली थी. भावेश को तो जैसे जन्नत का सफ़र मिल गया था. लिंग के अंदर जाते ही सैली भी अपने पूरी उत्तेजना के चरम पर आ गयी, और काफ़ी तेज़ी से वो रोहन का लिंग चूसने लगी.
रोहन का कम भी बाहर आने को था, पर रोहन ने भावेश की ग़लती नही दोहराई... और लिंग को उसके मुँह से निकाल लिया.
सैली के सिर से हाथ का सहारा हट'ते ही वो बिस्तर पर चित गिर गयी..... मस्ती भरी तेज लहराती हुई सिसकारी ....... "आहह क्राज़यययययी बोययय्यययययययी.... ईश्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह" करती अपने मुट्ठी मे चादर फसाए अपने बदन को हवा मे रोल करने लगी.
रोहन ने जब सैली के टाइट खड़े बूब्स को देखा तो उस से रहा नही गया, और उसने भी बूब्स मे मुँह लगा कर चूसना शुरू कर दिया....
मस्ती का सागर जैसे उमर पड़ा हो सबके बदन मे. सब उत्तेजना और अफिम के नशे मे पागल हो गये थे....
भावेश बेसूध होकर बस तेज़ी से धक्का लगाए जा रहा था, रोहन एक बूब्स को मुँह मे लेकर उसे ज़ोर से चूस और काट रहा था, दूसरे हाथों से उसके बूब्स को मुट्ठी मे भरकर, ताक़त के साथ दबा रहा था.
सैली पूरी मस्ती मे अपने बदन को हवा मे रोल करती हुई, अपना सिर हिला रही थी ... और "आहह.... ईश्ह्ह्ह" कर रही थी.
सैली और भावेश का बदन साथ मे अकड़ना शुरू किया, और भावेश अपना कम छोड़ते हुए वहीं ज़मीन पर बैठ गया. लिंग तो रोहन का भी पागलों की तरह सलामी दे रहा था. वो भावेश के हट'ते ही बूब्स छोड़ पाओं के पास आ गया और सैली को उल्टा लिटा दिया.
नीचे से कमर मे हाथ डालता हुआ उसके कमर को उपर उठाया, सैली भी अपने दोनो हाथ टिका'ती हुई घोड़ी बन गयी.....
रोहन ने पिछे से योनि पर अपना लिंग रखा और तेज़ी से धक्का मारा....
"आहह" करती सैली ने तेज़ी से सांस ली, और अपने कमर को पिछे की तरफ धक्का मारने लगी.... रोहन सैली के बाल पकड़ कर तेज-तेज धक्का मारने लगा....
सिसकारियों की आवाज़ ... तेज ... और तेज... और तेज होती चली गयी...... दोनो के मूँह से आवाज़ें निकलने लगी....
"आहह... आहह.... आहह..... आहह.... आहह"...... और आवाज़ एकदम शांत.
वासना की आग ठंडी पड़ चुकी थी. भावेश और रोहन कुछ देर तक बेसूध पड़े रहे फिर लेटे-लेटे भावेश, रोहन से कहने लगा...... "यार क्या चीज़ दिलाई तूने आज तो मज़ा आ गया"
रोहन.... मुझे भी नही पता था यार साली इतनी टाइट होगी, जी तो करता है इसे ढीला कर के ही जाने दूं.
दोनो अभी इतना ही बात कर रहे थे कि सैली की ज़ोर-ज़ोर से हँसने की आवाज़ें आने लगी, और चिल्लाने लगी.....
रोहन... भावेश लगता है पागल हो गयी अफिम के कारण, जल्दी मुँह बंद कर नही तो फसवाएगी साली.
भावेश जबतक उसका मुँह बंद कर रहा था तबतक उसके डोर की बेल बज गयी.... की होल से जब रोहन ने देखा तो उसे अपना पड़ोसी दिखाई दिया. रोहन की हालत खराब हो गयी.. "लगता है साला इस लड़की की आवाज़ से जाग गया"
रोहन जल्दी से अपना लोवर पहन कर दरवाजा हल्का खोला और एक जमहाई लेता पुच्छने लगा... इतनी रात को सिंग साब कोई बात हो गयी क्या...
सिंग साहब.... तुम्हारे फ्लॅट मे ये हो क्या रहा है, और इतनी तेज आवाज़ें कैसी आ रही है...
रोहन ने भावेश को हाथ से इशारा करते हुए लड़की को अंदर के कमरे मे ले जाने के लिए कहा... भावेश, सैली को अपने कंधे से सहारा देकर दूसरे रूम की ओर चल पड़ा...
रोहन... "मैं तो सोया था, पर ग़लती से रिमोट का बटन ऑन हो गया... और कोई हॉरर मूवी का चॅनेल लगा था"... इतना कह कर अपना दरवाजा पूरा खोल दिया... और हॉल को दिखाता हुआ.... "देख लीजिए सिंग साहब, वरना कल के गॉसिप मे आप सब यही कहेंगे हम फॅमिली वालों के अपार्टमेंट मे रोहन लड़की लेकर आता है"....
सिंग साहब ने एक बार झाँका और बाहर चला गया... भावेश अंदर के कमरे से बाहर आता हुआ रोहन से पुच्छने लगा... "अब क्या करेंगे"....
रोहन... इसे सड़क पर छोड़ देंगे, और अपना काम ख़तम.
भावेश... और कहीं इसका आक्सिडेंट हो गया और ये मर गयी तो.
रोहन... तो अपने बाप का क्या जाता है, और तू ही तो कुच्छ देर पहले कह रहा था कि इसे कहीं सड़क पर छोड़ देंगे. वैसे भी क्लब मे इसने मुझे देख लिया था, जिंदा रही तो और नाटक होगा, वैसे भी हम थोड़े ना मर्डर कर रहे हैं, हम तो इसे सड़क पर छोड़ रहे हैं.
भावेश... लेकिन यार ये तो ग़लत है ना, किसी को जान से मारना... मैने तो बस इसे सड़क पर छोड़ने को कहा था, वो भी ऐसी जगह जहाँ ये सेफ हो.
रोहन... और साले नशे की हालत मे किसी के साथ सेक्स करना पुण्य का काम है क्या ! रेप केस मे फसेंगे और कहीं डोपिंग टेस्ट हुआ तो पता नही पोलीस वाले ड्रग के कितने चार्ज लगाएँगे. वैसे भी देल्ही बदनाम है रेप केस के लिए, इसमे पकड़े गये तो जमानत होने तक पोलीस वाले खाल खींच लेंगे.
भावेश... कह तो तू सही रहा है... अपने बाप का क्या जाता है, चल इसे छोड़ आते कहीं हाइ-वे पर, ताकि ये अभी जिस मदहोशी की दुनिया मे है उस से भी उपर चली जाए.
दोनो ने फाइनली ठान लिया, कि सैली को हाइ-वे की सड़क पर छोड़ कर आना है. जल्दी से दोनो ने कपड़े पहने और सैली को भी कपड़े पहना कर ले जाने के लिए तैयार कर दिया....
दोनो बाहर निकलने ही वाले थे कि फ्लॅट की घंटी बजी... टिंग-तोंग... टिंग-तोंग
"ये सुबह के 2 बजे कौन आ गया, अब क्या नयी मुसीबत है, रोहन देख कौन आया है"
रोहन के होल से झँकता हुआ..... यार भावेश कोई अंजान आदमी है. छोड़ देता हूँ सोया समझ कर चला जाएगा...
दो बार फिर घंटी बजी .... त्नग-तोंग... टिंग-तोंग. जब दरवाजा किसी ने नही खोला तो अंदर एक लेटर दरवाजे के नीचे से आया... लेटर मे लिखा था....
"मैं जानता हूँ, दोनो जागे हो, फिर भी दरवाजा नही खोला, तो 2 मिनट बाद मैं पोलीस को कॉल कर दूँगा, आगे तुम्हारी मर्ज़ी. तुम्हारा सूभ-चिंतक"
रोहन धीमे से भावेश को कहता हुआ... यार अब ये क्या नयी मुसीबत है, मेरा तो दिमाग़ खराब हो गया, एक तो ये लड़की, और दूसरा ये आदमी.
सैली अब भी नशे मे ज़ोर-ज़ोर से अपना बदन उच्छाल रही थी, मुँह, हाथ, पाँव तो पहले से ही बाँध दिया था इन लोगो ने, फिर भी नशे मे चूर सैली किसी मछली की तरह छटपटा रही थी.
दोनो के पास कोई चारा नही था, जल्दी से गेट खोलते हुए उसने उस आदमी को अंदर लिया और दरवाजा लॉक कर दिया.
रोहन... कौन हो तुम...
आदमी... नाम मे क्या रखा है, काम नही पुछोगे क्या है.
भावेश... क्या काम है ?
इस से पहले की दोनो को वो आदमी कुच्छ बताता... उसने अपनी जेब मे हाथ डाला, और अपने पॉकेट से इंजेक्षन को बड़ी फुर्ती से निकाला, और दोनो के गले मे इंजेक्ट कर दिया. देखते-देखते दोनो बेहोश हो गये.
उस आदमी ने अपने जेब से दो कॉक्सीन के पाउडर निकाल कर उनकी मेज पर रख दिया, खाली सिरंज को वहीं नीचे ज़मीन पर पड़े भावेश और रोहन के हाथ मे रख दिया. अब उसने सैली को भी एक इंजेक्षन दिया जिस से सैली बेहोश हो गयी, और उसे उठा कर नीचे अपने गाड़ी मे ले आया.
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