RE: Chodan Kahani रिक्शेवाले सब कमीने
"जो समझ में आये दे देना अब आप लोगों से क्या माँगें"- शराफ़त से उसने बोला तो लेकिन लड़की की चूचियों का उभार और उसकी तन्नाई हुई नुकीली चोच देखकर उसका लौड़ा चड्ढी में लिसलिसाने लगा था।
"नहीं पहले भाड़ा बोलो तब बैठूंगी....बाद में आप 10 का 20 मागो तो...."
"अच्छा चलो 15 दे देना......"
लड़की ने दूसरे रिक्शेवाले से पूछा-
"भइया...आप कितना लोगे?"
अभी तक दोनों में बड़ा याराना लग रहा था लेकिन लड़की के सामने आते ही दोनों मानों कटखने कुत्ते की तरह एक दूसरे को देखने लगे थे।
"अब बेवी जी आप से क्या मोल-तोल करें...10 ही दे दीजियेगा......सुबह से बोहनी नहीं हुई आप के हाथों से ही बोहनी कर लूँगा......"
लड़की झट्ट् से उस रिक्शेवाले के रिक्शे पर बैठ गई।
पहला वाला उसे जलती निगाहों से घूरता रहा।
पर दूसरे वाले की तो बल्ले-बल्ले निकल पड़ी थी।
इधर रास्ते में-
"अच्छा हुआ बेवी जी आप उसके रिक्शे में नहीं बैठी..."
"क्यों?"-लड़की ने पूछा।
"अरे वो बहुत कमीना है......"
"मतलब....."-लड़की की दिलचस्पी कुछ बढ़ी।
"कैसे कहे आपसे?.......आपको बुरा लग सकता है।"
लड़की कुछ देर सोचती रही।
30 मिनट के इस सफर में बोर होने से अच्छा था कि रिक्शेवाले की चटपटी बातें ही सुनी जाए।
"बताओ तो क्या हुआ....."
"अरे वो लड़कियों से बदतमीज़ी करता है..."
"किस तरह की बदतमीज़ी....."
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